पति रोज रात में मेरी बेटी के पास क्यों जाता था? Hindi kahani | Hindi Story Kahani | Best Hindi Story

Hindi kahani : स्वागत है आप सभी का नई वीडियो में , मैं अपने घर के आंगन में बैठी सब्जी काट रही थी जब मैंने देखा कि मेरी जवान जहां बेटी कमरे से बाहर निकली तो अजीब तरह से लंगड़ा लंगड़ा कर चल रही थी मैंने कहा ऐ लड़की यह क्या कर रही है किस तरह से चल रही है तो कहने लगी इस तरह से नहीं चलूं तो और किस तरह से चलूं आपको क्या पता मेरी हालत क्या है किसकी हालत क्या है

 दिन भर बिस्तर तोड़ती रहती है पढ़ाई के नाम पर पूरा दिन कमरे में बैठी रहती है मैं इससे घर का कोई काम भी नहीं करवाती और अब इसको ऐसा क्या हो गया कि इसकी चाल ही बदल गई उसने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया और वहां से चली गई सिर्फ उसकी चाल ही नहीं उसकी हरकतें भी बदली बदली सी थी मुझे उसके चाल चलन कुछ ठीक नहीं लग रहे थे उससे ज्यादा उसका अंदाज अजीब सा लग रहा था 

ऐसा लगता था जैसे सारे समाज की सताई हुई है सबसे ज्यादा परेशानी इसी को है खैर अभी मैं यह सब सोच ही रही थी कि मेरा पति कमरे से बाहर आया मैंने कहा आप रात को बेटियों के कमरे में सो गए थे तो कहने लगा हां मैं उनको ट्यूशन पढ़ा रहा था तो वहीं पर सो गया और अजीब तरह से अंगड़ाई लेने लगा मैंने कहा आपको जवान बेटियों के कमरे में सोने की क्या जरूरत थी 

मुझे तो लगा कि आप सुबह उठकर काम धंधे पर चले गए तो कहने लगा नहीं अभी काम पर जाऊंगा वह मेरा मर्द था मैं उसकी हरकतें पहचानती थी अजीब तरह की हरकतें कर रहा था ऐसे लगता था जैसे उसने बहुत अच्छी रात गुजारी है मेरी बेटि आजकल कुछ अजीब सी रहती थी एक दिन मेरे पास आई और कहने लगी कि अम्मा तुझे क्या बताएं इस घर में क्या हो रहा है मैंने कहा क्या मतलब तो कहने लगी यह जो बापू है 

आकर हमारे कमरे में सो जाता है तुझे पता है कि यह हमारे साथ क्या करता है मैंने कहा कहा क्या करता है तो उसने ऐसी बात बताई कि मैं अपना सर पकड़ के रह गई उसने कहा बापू रोज रात को हमारे साथ मेरे पति का नाम राजू था मुझसे उम्र में कम था सब कहते थे कि तुझे इतना जवान पति कहां से मिल गया तो मैं कहती थी कि मेरी किस्मत अच्छी है और तुम लोग क्यों जलते हो राजू कहता था कि उसे अपने से बड़ी उम्र की औरतों में दिलचस्पी है इसलिए उसने मुझसे शादी की थी 

और मेरी जिंदगी उसके साथ बहुत बत अच्छी गुजर रही थी घर था परिवार था अच्छा पति था और क्या चाहिए था उसकी कमाई भी अच्छी थी घर में पैसे लेकर आता था और मेरे पास भी कुछ पैसे थे जो मैंने जमा किए हुए थे मैं लोगों के कपड़े वगैरह भी सिया करती थी अपने हाथ में भी कुछ माल वगैरह होता था बेटियों की पढ़ाई करवा रही थी मेरी तीन बेटियां थी जिनकी उम्र में एक एक साल का फर्क था 

लेकिन पता नहीं चलता था क्योंकि अब तीनों ही जवान हो गई थी मेरे पति के साथ संबंध बहुत अच्छे थे हम लोग पूरे परिवार में मशहूर थे सब कहते थे कि लज्जू के तो भाग खुल गए हैं लज्जो जैसी ही किस्मत सबकी नहीं होती मेरा नाम लज्जो था दरअसल मेरा नाम लाजवंती था लेकिन प्यार से मुझे लज्जो कहते थे मैं भी जवान और खूबसूरत थी तीन जवान बेटियों की मां नहीं लगती थी मेरी बेटियां भी मुझ पर गई थी और बहुत ही ज्यादा सुंदर थी उनको देखकर मुझे बड़ी खुशी होती थी इसलिए मैं चाहती थी

 

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 वह जिंदगी में कुछ बन जाए उनकी पढ़ाई करवा रही थी ताकि वह बड़े अफसर बन जाए राजू बहुत पढ़ा लिखा था वह मेरी बेटियों को खुद ही ट्यूशन वगैरह पढ़ाया करता था पर आजकल जो इस घर में हालात चल पड़े थे वह कुछ ज्यादा ही अजीब थे एक रात को राजू अचानक से उठा और कहने लगा मैं चलता हूं मैंने कहा कहां तो कहने लगा बेटियों को पढ़ाई करवाने मैंने कहा इस टाइम तो कहने लगा 

अरे तू मुझे नहीं पता उन लोगों के टेस्ट चल रहे हैं अब पढ़ाई में क्या दिन और क्या रात रातों को बैठकर पढ़ाना पड़ता है तब कहीं जाकर अच्छे नंबर आते हैं तुझे नहीं पता आजकल बड़ा कंपटीशन हो गया है मैंने कहा अच्छा फिर जल्दी आ जाना तो कहने लगा क्यों मेरे बिना दिल ना लगेगा तेरा मैंने कहा तेरे बिना मेरा दिल लगता है तू ही तो मेरा सुहाग है सब कुछ है तू मेरा और फिर आज देख मौसम कितना अच्छा था और और तू चल दिया उन्हें पढ़ाने के लिए उसने कहा उनकी पढ़ाई ज्यादा जरूरी है 

मेरी जान तू फिक्र नहीं कर हमारे पास तो सारी जिंदगी पड़ी है कभी-कभी मुझे बड़ी खुशी भी होती थी कि उसे बेटियों की बहुत फिक्र थी वर्न से क्या था वह अपने सारे काम तो कर रहा था पैसे कमा के ले आता था मुझे भी खुश रखा हुआ था अगर यह ना भी करता तो कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन मुझे अच्छा लगता था कि उसे हम सब कितनी फिक्र है एक दिन मैं बाजार में जा रही थी

 जब मुझे मेरी एक सहेली मिली उसने कहा क्या हाल है तेरा और तेरा पति कैसा है मैंने कहा ठीक है बिल्कुल बड़ी अच्छी जिंदगी गुजर रही है उसके साथ उसके साथ खुश हूं यह बात सुनकर मेरी सहेली हैरान हुई और कहने लगी कि अच्छा तेरी जिंदगी अच्छी गुजर रही है पर मैंने तो कहा था कि तेरी उसके साथ जिंदगी कभी अच्छी नहीं गुजरेगी मैंने कहा कि हां मुझे याद है 

तू तो मेरी शादी वाले दिन मुझे मंडप से उठाने के लिए आ गई थी तूने राजू को किसी लड़की के साथ पकड़ लिया था ना लेकिन देख यह जो मर्द होते हैं ना इनका शादी से पहले 100 जगह चक्कर होता है लेकिन वह लड़की इनके लिए सबसे ज्यादा आगे होती है जिससे यह शादी करते हैं राजू खूबसूरत है जवान है उसके पीछे हजारों लड़कियां मरती होंगी पर शादी तो उसने मुझसे की है देख यह जो मर्द होते हैं ना यह ऐसे ही होते हैं अब आप कहीं से ऐसा मर्द ढूंढकर नहीं ला सकते जो बहुत ही अच्छा हो 

और उसने कभी किसी लड़की को नजर भर के भी ना देखा हो ऐसा मर्द ढूंढने निकलेंगे ना तो कोई भी नहीं मिलेगा थोड़ा बहुत तो सोचना पड़ता है वह क्या कहते हैं इंग्लिश में एडजस्ट तो करना ही पड़ता है वह कहने लगी हां मुझे पता था कि तू बड़ी अच्छी तरह एडजस्ट कर लेगी लेकिन यह नहीं पता था कि इतने सालों तक कर लेगी चलो अच्छी बात है कोई अपने घर में खुश रहे तो हमें क्या पर तेरा पति आंखों का बड़ा कच्चा है उसकी आंखें बड़ी मटकी हैं मैंने कहा अब नहीं ऐसा होता

 अब तो मैं ही मैं हूं सिर्फ अपनी उंगली पर लपेट लिया है मैंने उसको हम दोनों सहेलियों ने हंसना शुरू कर दिया वह भी हंसने लगी उसने कहा यह तो फिर बहुत अच्छा हुआ अगर तूने ऐसा कर लिया है तो और क्या चाहिए चल ठीक है मैं चलती हूं घर बदल रही हूं इसलिए बहुत मशरूफ हूं मैंने कहा जब घर बना ले तो मुझे बताना मैं तेरे घर तुझसे मिलने आऊंगी साथ ही तेरा घर भी देख लूंगी उसने कहा तू आ जाना लेकिन अपने पति को लेकर ना आना मैंने कहा यह क्या बात कर दी पति को लेकर क्यों ना आऊं 

तो उसने कहा मुझे गलत ना समझना पर मेरी जवान बेटी है मैंने कहा कैसी बातें कर रही है तो इस बात पर वह फिर से हंसने लगी और कहने लगी कि उस पर तुझे भरोसा है मुझे नहीं है मुझे पता था कि वह मजाक कर रही है इसलिए मैंने उसकी बात का बुरा नहीं माना मैं इस बात को मान गई गई थी कि खूबसूरत मर्द के पीछे अगर बहुत सारी लड़कियां हो तो उसमें कसूर लड़कियों का है उस मर्द का नहीं अब तो यह रोज-रोज होने लगा था मेरा मर्द राजू बेटियों के कमरे में पढ़ाई करवाने के बहाने जाता 

और वहां पर बैठ जाता मैं उसका इंतजार करती रहती जबकि वह कह कर जाता था कि मैं जल्दी आ जाऊंगा लेकिन मैं भी पूरे दिन के काम करते-करते थक जाती थी थकी होती थी तो सो जाती थी सुबह वह बेटियों के कमरे से बाहर निकलता था मैं पूछती रात भर बेटियों के कमरे में क्या करते रहते हो तुम तो कहता पढ़ाते पढ़ाते ही नींद आ गई थी पता ही नहीं चला कब सुबह हो गई मैंने कहा ऐसी भी कौन सी नींद तो कहता तुम्हें तो पता है मैं जवान आदमी हूं मुझे तो ऐसी ही नींद आती है

 मैंने कहा मैं क्या बूढ़ी हूं तो कहने लगा नहीं नहीं तुम तो मुझसे भी ज्यादा जवान हो मेरा मर्द बातें बहुत अच्छी-अच्छी करता था यही वजह थी कि मैं उसके सामने कुछ बोल नहीं पाती थी मैंने अपनी बेटी विमला को लंगड़ा लंगड़ा के चलते देखा था यह कोई आम बात नहीं थी आखिर क्या मसला था जब मैंने उससे पूछा तो वह मुझसे कहने लगी कोई भी बात नहीं है मैं बिल्कुल ठीक हूं और ठीक तरह से चलने की कोशिश करने लगी मैंने कहा अब मैंने तुझे देखा तो तू इस तरह से चल रही थी 

और अब तू कह रही है कि मैं ठीक हूं क्या मसला है तुझे तो वह कहने लगी कोई मसला नहीं है मुझसे नजर नहीं मिला रही थी शायद कोई बात थी जो वह छुपा रही थी एक दिन मेरी तीनों बेटियां मेरे पास आकर बैठ गई और कहने लगी अम्मा हमने कभी ख्याल नहीं किया लेकिन आपने हमारे लिए बहुत कुर्बानी दी है हमें आपसे बहुत लगाव है आप अब हमें बहुत अच्छे लगते हैं मैंने उनको प्यार किया और कहा क्या हो गया है 

आज वह तो नहीं है वह क्या कहते हैं मां का दिन तुम लोग आज सारी मेरे पास आकर बैठ गई हो तो कहने लगी कि नहीं बस हमें एहसास हो गया है कि आप बहुत अच्छी इंसान हैं आपने हमेशा अपने बारे में नहीं बल्कि हमारे बारे में सोचा है मैंने कहा कोई बड़ी बात नहीं मां तो ऐसी ही होती है और मुझे तो हमेशा से ही मां बनने का शौक था तुम लोगों को आज क्या हो गया थोड़ी देर बाद मैं देख के हैरान रह गई कि वह तीनों ही रोने लगी लेकिन जैसे ही राजू वहां पर आया 

और उसने उन तीनों को देखा तो वह फौरन अपने आंसू साफ करने लगी मैंने कहा देख तो तुम्हारी बेटि आज कैसे रो रही हैं पता नहीं इनको क्या हो गया लगता है इन सब ने कोई इमोशनल फिल्म देख ली है तो वह हंस पड़ा और उसने कहा कि फिल्म तो नहीं देखी लेकिन लगता है इनके दिमाग खराब हो गए हैं उसने यह बात ठीक से नहीं बोली और अपने दांत भी पीसे मैंने कहा तुम क्यों गुस्सा कर रहे हो तो कहने लगा

 इसलिए कि आज विमला का जन्मदिन है और यह घर में इस तरह का माहौल बनाकर बैठ गई है विमला हैरान रह गई आज तो सच में ही उसका जन्मदिन था और वह अपना जन्मदिन बहुत खुशी से मनाया करती थी लेकिन इस बार भूल कैसे गई और मैं भी भूल गई उसने कहा लेकिन मैं नहीं भूला था उसने एक केक हमारी तरफ बढ़ा दिया कहने लगा चलो केक काटते हैं जब वह सबका इतना ख्याल रखता था तो मुझे बहुत अच्छा लगता था मैंने सोचा कि आज हम एक दूसरे के साथ बहुत अच्छा वक्त गुजारेंगे 

पर मैं तो इंतजार ही करती रह गई और वह बेटियों के कमरे में चला गया मैंने कहा कि पता नहीं इनके टेस्ट कब खत्म होंगे मेरे पति को मुझसे दूर किया हुआ है तो कहने लगा कि टेस्ट खत्म हो गए हैं तो आगे पढ़ाई बहुत मुश्किल है क्योंकि अब फाइनल एग्जाम होने वाले हैं इसलिए थोड़ी बहुत कुर्बानी तो देनी पड़ेगी मैंने बातों-बातों में यह बात अपनी सहेली को बताई उसका घर बन गया था

 मैं उसका घर देखने गई थी उसने कहा कि तुझे ऐसा नहीं लगता कि वह तुझसे ज्यादा तेरी बेटियों से प्यार करता है मैंने कहा कि तुझे और क्या लगता है यह तो सब जानते हैं कि मर्द को तो अपने बच्चों से ही ज्यादा प्यार होता है इसमें ऐसी कौन सी बात है तो कहने लगी कि नहीं यह सब कुछ थोड़ा सा अजीब है कुछ तो ऐसा है जो तू भी देख रही है पर आंखें बंद करके बैठी है तेरा बेटियों वाला घर है तुझे अपनी आंखें हर तरह से खोल के रखनी चाहिए शायद जो वह मुझे समझाना चाह रही थी 

मैं ना समझ सकी मुझे लगा कि वह यह कह रही है कि अपनी बेटी बेटियों पर नजर रख क्योंकि इसके बाद जो हुआ वह बहुत अजीब था एक दिन विमला की तबीयत अचानक से खराब हो गई मैंने कहा कि क्या हो गया है तो कहने लगी लगता है मैंने कुछ उल्टा सीधा खा लिया मेरे पेट में बहुत दर्द हो रहा है और मुझे उल्टी भी आ रही है मैंने कहा कि चल तुझे डॉक्टर के पास ले जाती हूं तो कहने लगी कि नहीं नींबू पानी पी लूंगी तो ठीक हो जाऊंगी डॉक्टर के पास जाने का दिल नहीं कर रहा 

मैंने कहा कि मरीज का कहां दिल करता है डॉक्टर के पास जाने का लेकिन तबीयत ज्यादा खराब हो गई तो क्या होगा राजू भी वहां पर आया तो मैंने उसे परेशान होकर कहा कि इसकी तबीयत बड़ी खराब है और डॉक्टर के पास भी नहीं जा रही उसने कहा कि इतनी भी खराब नहीं है पढ़ाई की टेंशन की वजह से ऐसा हुआ है ठीक हो जाएगी तुम परेशान नहीं हो आगे पीछे तो वह मेरी बेटियों की बहुत फिक्र करता था पर आज इस तरह से कहने लगा कि जैसे उसको कोई फिक्र नहीं है उसने कहा छोड़ दो थोड़ी देर में ठीक हो जाएगी

 मैंने कहा कि यह क्या बात हुई तो कहने लगा मेरी बेटियों का इतना ख्याल रखता था कि उसकी इस छोटी सी हरकत ने भी मुझे हिला कर रख दिया था आज उसने विमला की फिक्र क्यों नहीं की विमला की तबीयत वाकई थोड़ी देर बाद ठीक तो हो गई लेकिन मैं जब उसके लिए चाय बनाकर कमरे में जाने लगी तो अंदर बैठी अपनी बेटियों की बातें सुनकर मैं दरवाजे पर ही रुक गई वो कह रही थी कि भगवान करे यह कुत्ते की मौत मरे इसको सुकून ना आए

 शमशान ले जाने के लिए भी कुछ ना बचे ऐसा बुरा आदमी हमने अपनी जिंदगी में नहीं देखा और हमारी मां का भी दिमाग खराब कर रखा है यह बातें सुनकर मैं हैरान रह गई यह किसके बारे में बात कर रही थी मेरी छोटी बेटी ने कहा कि उसको छोड़ अपने बारे में सोच विमला क्या होगा अगर मां को यह बात पता चल गई तो वह तो जीते जी मर जाएगी विमला कहने लगी कि दिल करता है मैं ही खुदकुशी कर लूं अब मैंने सोच लिया कि मैं सीधे अंदर चली जाऊंगी और इन सब से पूछूंगी कि यह क्या बातें कर रही हो

 लेकिन इससे पहले मुझे राजू ने बुला लिया मैंने कहा कि वह हमारी बेटियां कुछ अजीब सी बातें कर रही है पता नहीं किसको कोस रही है बैठकर मुझे लगता है कि विमला हमसे कुछ छुपा रही है मैं बोल रही थी कि राजू ने मुझे एक तोहफा दिया और कहा कि तू उनको छोड़ और मेरी तरफ देख आज उसका मूड बहुत अच्छा था उसकी बातों में लग के मैं यह बात भी भूल गई

 लेकिन सुबह बहुत बड़ी मुसीबत आई विमला बेहोश हो चुकी थी और होश में नहीं आ रही थी अब तो उसे डॉक्टर के पास ले जाना था लेकिन राजू अभी भी कह रहा था कि डॉक्टर के पास ले जाने की जरूरत नहीं है मैंने कहा कि ऐसे कैसे मेरी बेटी को होश नहीं आया मजबूरी में उसे डॉक्टर के पास ले गए तो डॉक्टर ने एक टेस्ट किया और उसके बाद घर भेज दिया कहने लगे कि इसको बहुत कमजोरी हो रही है लगता है इसने खाना नहीं खाया आपको टेस्ट की रिपोर्ट मैं फोन पर बता दूंगी दो घंटे के बाद डॉक्टर का फोन आया 

और बस उसके बाद तो जैसे हम सभी की जिंदगी बदल कर रह गई थी डॉक्टर ने बात ही ऐसी बताई थी जब मैंने यह बात सुनी तो मैंने फोन रखा और विमला के कमरे में कदम रखा और कहा कि इस दिन के लिए तुझे पढ़ाया लिखाया था तुझे आजादी दी थी कि तू यह सब करे बाकी सब भी मुझे हैरान होकर देखने लगी लेकिन विमला जानती थी कि मैं क्या बात कर रही थी इसलिए उसने सिर झुका लिया था

 क्योंकि मुझे डॉक्टर ने बताया था कि आपकी बेटी मां बनने वाली है और उसने अपने बच्चे को खत्म करने के लिए कोई गोली खाई है जिसकी वजह से उसकी हालत खराब हुई है लेकिन बच्चा सही सलामत है और उसे कुछ नहीं हुआ है विमला ने रोना शुरू कर दिया मैंने कहा कि बता यह सब कुछ किसने किया है तो उसने कहा कि सब बताती हूं और मुझे मेरे कमरे में ले गई वहां से जाकर उसने मुझे अकेले में अलग ही कहानी सुनाई

 और कहा कि यह सब मेरी गलती है मेरी वजह से हुआ है मैंने कहा कि ऐसे कैसे किसी और का कसूर नहीं है बता कौन है वह लड़का उसी के साथ तेरी शादी करवाऊंगी तो कहने लगी कि वह कभी शादी नहीं करेगा और वह इस देश में नहीं है बस आप इस बात को खत्म कर दें मैंने कहा अब यह बात इस तरह से खत्म नहीं होगी पर वह कहने लगी कि बस मेरी गलती है मुझे जो सजा दोगे मुझे कोई मसला नहीं है

 चाहे तो मेरी पढ़ाई खत्म करवा दो मुझे घर बिठा दो किसी बूढ़े के साथ मेरी शादी कर दो मैं वैसे तो उसे कोस रही थी और बहुत परेशान थी लेकिन उसकी बातें सुनकर मुझे ऐसा लगने लगा कि जैसे वह मुझसे भी ज्यादा परेशान है मेरी बेटी बुरी तरह से रोने लगी और फिर से बेहोश हो गई मेरा गुस्सा खत्म हो गया और अब मुझे उसकी फिक्र होने लगी अब उसे फिर होश नहीं आ रहा था हम उसे डॉक्टर के पास ले गए डॉक्टर ने कहा कि जो दवाई उसने खाई थी शायद उसका असर अब जाकर हुआ है उसके बाद उसकी हालत बहुत बुरी हुई

 लेकिन उसके पेट में पलने वाला बच्चा इस दुनिया में नहीं रहा पता नहीं यह बात अच्छी थी या बुरी मैं उससे बार-बार पूछ रही थी कि यह किसका पाप है लेकिन वह नहीं बता रही थी उसने अपनी जुबान पर ताला लगा रखा था और मुझे उसकी आंखें बता रही थी कि कोई बहुत बड़ी वजह है विमला तो मेरी अच्छी बेटी थी पढ़ाई में भी बहुत अच्छी थी उसका ऐसी बातों में कोई ध्यान नहीं था वह सबसे बड़ी थी खूबसूरत थी समझदार थी फिर अचानक से वह यह सब कैसे कर सकती थी मैं बहुत परेशान थी

 जब रात हुई तो मैंने देखा कि मेरा पति मेरे कमरे में आया और आते ही मुझ पर हाथ उठाना शुरू कर दिया मुझे बुरी तरह से मारने लगा मैं चिल्लाने लगी लेकिन मुझे कोई बचाने नहीं आ रहा था वह मुझे कह रहा था मैं तुझे नहीं छोडूंगा मैं हैरान थी कि आखिर मेरी गलती क्या है मैंने किया क्या है लेकिन वह नहीं रुक रहा था उसने मेरी हालत खराब कर दी और मैं अचानक से चीक मार कर उठी तब मैंने देखा कि राजू सो रहा था 

और यह एक सपना था वह भी जाग गया उसने कहा क्या हो गया है मैंने कहा क्या मैंने बुरा सपना देखा है उसने कहा तुझे अब तक इस तरह के सपने आते हैं तुम इस सब के बारे में भूल क्यों नहीं जाती मैंने बताया कि जब मैं परेशान होती हूं तो मुझे ऐसे सपने आते हैं तू भी क्या सोचता होगा कि हमारे घर में यह कैसी मुसीबत है विमला ने इतना बड़ा कदम कैसे उठा लिया उसने कहा मैं कुछ नहीं सोचता हूं 

आजकल यह सब कुछ बहुत हो रहा है बस तू भगवान का शुक्र अदा कर कि बात यहीं पर खत्म हो गई उसकी हालत भी अब पहले से ठीक है और वह मामला भी खत्म हो गया नहीं तो हम किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहते मैंने कहा कि अब कौन सा मुंह दिखाने के काबिल रहे हैं पता चल जाता कि आखिर यह सब कुछ किया किसने है उसने कहा क्या पता चल जाता तो क्या हो जाता कोई भी अपनी गलती की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं होता लेकिन तू शुक्र कर कि जो होना था हो गया 

अपनी बाकी की बेटियों को संभाल कर रखना होगा मैंने कहा कि अब उसको पढ़ाएंगे नहीं बस इस बार परीक्षा में बैठाकर उसके बाद सब खत्म तो उसने कहा नहीं नहीं इसमें उसकी कोई गलती नहीं है मैंने कहा तुम्हें उसकी इतनी फिक्र क्यों है तो वह कहने लगा कि फिक्र नहीं करूं तो क्या करूं मैं अपनी खुशी सहेली के घर गई और परेशानी में उसको सब कुछ बता दिया वह थोड़ी सी उल्टी सीधी बातें जरूर करती थी

 लेकिन थी तो मेरी अच्छी सहेली बहनों जैसी थी उसने कहा मैं तुझे पहले ही कह रही हूं कि मसला बाहर नहीं तेरे घर के अंदर ही है मैंने कहा तू क्या कहना चाहती है मुझे खुलकर बता दे उसने कहा मैंने खुलकर कुछ नहीं बताना लेकिन तुझे खुद यह सब कुछ समझना होगा देख तेरे घर में कौन है तेरी बेटियां कहां जाती हैं उनके कमरे में कौन आता जाता है कौन है ऐसा जो उसके साथ यह सब कुछ कर सकता है 

तुझे बहुत बारीकी से हर बात के बारे में सोचना पड़ेगा तब जाकर तू यह पता कर पाएगी कि यह सब कुछ किसने किया है नहीं तो इसी तरह सोच सोच कर ही पागल हो जाएगी लेकिन मिलेगा कुछ नहीं वह ठीक कह रही थी कोई तो ऐसी बात थी जिसको मैं देख रही थी मैं आजकल बहुत परेशान थी जब मैंने एक दिन दाजू को किसी से फोन पर बात करते हुए सुना वह कह रहा था मैं तो स्वर्ग में रहता हूं 

मेरे साथ बहुत अच्छा हो रहा है मेरे आसपास तो परिया ही परिया हैं इस बात पर वह हंसने लगा एक तरफ हमारे घर में इतना बड़ा तूफान आया था कि अभी तक कोई भी नॉर्मल नहीं हो पाया तो दूसरी तरफ ये इतना खुश होकर कैसे बातें कर रहा था कहने लगा औरत बड़ी झल्ली होती है और मेरे वाली से बड़ी पागल तो कोई है ही नहीं मैं अचानक से कमरे के अंदर चली गई तो उसने फोन बंद कर दिया

 मैंने कहा किससे बात कर रहे थे तुम तो कहने लगा वह मेरी मौसी है ना गोरखपुर वाली उससे बात कर रहा था मैंने कहा आज उसको तेरी याद कैसे आ गई तो कहने लगा बस आ गई होगी आज साफ पता चल रहा था कि वह झूठ बोल रहा था और कोई बहुत बड़ा झूठ बोल रहा था उसके दिमाग में इतना कुछ चल रहा था कि उसको यह पता ही नहीं चला कि वह अपने रिश्तेदार के बारे में मुझे यह कह रहा है कि वह जिंदा है जबकि वह तो मर चुकी थी

 मुझे अचानक से मेरी सहेली की बातें समझ आने लगी वह इशारा किस तरफ कर रही थी अब मुझे समझ आ गया राजू ही तो था जो मेरी बेटियों के कमरे में जाता था और मैं बेफिक्र होकर सो जाती थी अब मेरे पास एक ही रास्ता था अगर राजू से सवाल करती तो उसने झूठ ही बोलना था मुझे यह जानने के लिए एक बढ़िया से प्लान की जूर थी कि वह कमरे में क्या करता था और मेरे दिमाग में प्लान आ चुका था मैंने सोच लिया था कि मैं चुपके से अपनी बेटियों के कमरे में छुप जाऊंगी

 सुबह मैंने उनके कमरे में एक अलग से अलमारी रखवा दी वह कहने लगी कि अम्मा इस अलमारी को यहां क्यों रख रही हो तो मैंने कहा बाहर जगह नहीं है इसलिए मेरा इरादा उसी के पीछे छुपने का था क्योंकि अगर मैं उसके पीछे छुपी होती तो किसी को पता ना चलता कि मैं वहां पर खड़ी हूं शाम हुई तो मैंने राजू को कहा कि मैं अपनी सहेली के घर जा रही हूं उसके घर में जगराता है माता रानी की पूजा है रात वहीं पर गुजरेगी उसने कहा हां चली जाओ अच्छा है तुम्हें भी अच्छा लगेगा 

मैंने कहा हां बड़ी परेशान हूं इसलिए जा रही हूं मैं चाहती थी कि वह यह सोचे कि मैं घर पर नहीं हूं ताकि वह बेफिक्र हो जाए और जो भी करना चाहता है खुलकर करें जबकि मैं शाम होते ही अलमारी के पीछे छुप गई मेरी बेटियों ने खाना खाया और वह कमरे में ही बैठी थी जैसे ही रात हुई तो कुछ ऐसा हुआ कि मैं हैरान रह गई राजू कमरे में दाखिल हुआ इसमें ऐसी कोई बात नहीं थी 

वह इस समय उन्हें पढ़ाया करता था पर उसने आते ही कहा बस करो यह पढ़ाई और काम पर लगो मैंने सोचा कि यह क्या कह रहा है कि पढ़ाई बस करो यह तो इनको आता ही पढ़ाने के लिए था उसके बाद उसने मेरी छोटी बेटी को कहा आज तेरी बारी है फिर वहां वह सब होने लगा जो देखकर मुझे ऐसा लगा कि मेरे घर को नर्क बना दिया है और मेरी बेटियां इसके हाथों में इस्तेमाल हो रही थी वह मेरी बेटियों के साथ बहुत बुरा कर रहा था और मेरे ही घर में मेरी ही नाक के नीचे कर रहा था 

और मैं यह सोचती थी कि यह उन्हें पढ़ाता है मैंने अपने फोन से उसकी वीडियो बना ली क्योंकि यह जरूरी था थोड़ी देर बाद वह वहां से से चला गया और मेरी बेटियां बैठकर रोने लगी इसका मतलब वह बच्चा जो विमला की कोख में था व भी मेरे पति का था आज मुझे वो दिन याद आ गया जब मैंने राजू से शादी करने का निर्णय लिया था और सबने मुझे रोका था मना किया था कि ऐसा ना कर मेरा पहला पति इस दुनिया से चला गया था वह बहुत निर्दय इंसान था रोज मुझ पर हाथ उठाता था बिना वजह ही मुझे मारने लगता था

 कहता था तू लड़कियां पैदा करती जा रही है और मुझे बेटा चाहिए उसने मुझे एक दिन भी खुश नहीं रखा और मेरा जीवन बर्बाद कर दिया यह तीनों बेटियां उसकी ही थी उसके देहांत के बाद मेरी जिंदगी में राजू आया जवान और कम उम्र का लड़का जिसे मुझसे पागलो जैसी मोहब्बत थी पर आज समझ आया कि उसको मुझसे कोई मोहब्बत नहीं थी वह तो किसी और काम से आया था उसे तो एक तीर से चार शिकार करने थे एक मैं और मेरी तीन जवान बेटियां मैं फूट-फूट कर रोने लगी मुझे सब लोगों ने रोका था 

सबने कहा था लज्जो तू पागल हो गई है स्वार्थी बन गई है सिर्फ अपने बारे में सोच रही है अपनी बेटियों के बारे में नहीं सोच रही मैंने कहा लेकिन क्यों ना सोचूं अपने बारे में मेरे पहले पति ने मुझे बहुत तंग किया मुझे इंसान नहीं समझा क्या मेरे सीने में दिल नहीं है अगर मैं उससे शादी करना चाहती हूं तो तुम सबको क्या है और शादी के बाद राजू ने हमेशा मेरी बेटियों को अपनी बेटियां समझा था लेकिन यह सब कुछ एक नाटक था वैसे तो का बहुत ख्याल रखता था मैं तो भूल ही गई थी यह उनका बाप नहीं है 

इतना ख्याल तो उनके अपने बाप ने नहीं रखा था लेकिन उसने यह साबित कर दिया कि सौतेला बाप कभी अपने बाप की जगह नहीं ले सकता मेरा कसूर यही था कि मैंने उस पर बहुत ज्यादा भरोसा किया था मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था इसलिए कहते हैं सब कुछ कभी एक जैसा नहीं रहता मुझे सोचना चाहिए था गलती मेरी थी वह वहां से चला गया और मैं अपनी बेटियों के सामने आ गई मुझे देखकर वह हैरान रह गई और उनको पता चल गया कि मैं सब कुछ जानती हूं मैंने कहा कि तुम सब ने मुझे बताया क्यों नहीं बताती

 तो सही उन्होंने रोते हुए कहा वह कहता था कि अगर तुमने अपनी मां को सब कुछ बताया तो मैं तुम्हारी मां को जान से मार दूंगा उसे खत्म कर दूंगा हम ऐसा नहीं चाहते थे क्योंकि आपके अलावा हमारा था ही कौन इसलिए हम डर गए उसने हमें कहा था कि मैं तुम्हारी मां को बहुत आसानी से खत्म कर सकता हूं और वह ऐसा कर भी सकता था फिर विमला के साथ जो कुछ हुआ उसका जिम्मेदार भी यही है 

और यह बहुत वक्त से हो रहा है मैंने कहा कि तुम लोगों को मुझे बताना चाहिए था तुम्हारा अपना बाप जैसा भी था लेकिन डरपोक नहीं था बहादुर आदमी था तुम्हारे अंदर उसी का खून है मेरी बेटियां बहुत रो रही थी पर मैंने उनको कहा कि बस अब सब खत्म हो गया अब मैं तुम सबका बदला लूंगी तुम फिक्र नहीं करो उसने कहा कि आप क्या करोगी मैंने कहा कि मैंने सोच लिया है कि मुझे क्या करना है तुम लोग अपना सारा सामान लो अपने स्कूल जाओ जाने की तैयारी करो

 क्योंकि हम यह शहर हमेशा के लिए छोड़कर जाने वाले हैं एक हफ्ता है तुम लोगों के पास अपनी तैयारी करो पर किसी को बताना नहीं मुझे मेरी बेटियों ने कहा कि शहर छोड़ने से क्या होगा मैंने कहा कि यह हमें तलाश कर लेगा बस तुम लोगों को जो कहा है वह करो मैंने कहा था ठीक है मैंने जो वीडियो बनाई थी वह मेरे पास सबूत था मैंने पुलिस स्टेशन में जाकर रिपोर्ट करवानी थी और साथ ही उनको वीडियो भी देनी थी उसके बाद पुलिस वालों ने उसे जरूर पकड़ लेना था

 मैंने शहर छोड़ने की तैयारी कर ली और अपनी बेटियों को भी समझा दिया कि क्या करना है और कैसे करना है राजू को पता भी नहीं था उसके साथ क्या होने वाला था वह बिल्कुल अनजान था हम सब एक दूसरे के साथ थे मैं बहुत तरह से सब कुछ कर रही थी क्योंकि अब हम गलती नहीं कर सकते थे पहले ही मुझसे बहुत गलती हुई थी मेरी दोस्त जानती थी राजू एक बुरा इंसान था जब हमारे फेरे होने लगे थे तो उसने मुझे बताया था कि अभी भी तेरे पास वक्त है पर उस वक्त में पागल हो चुकी थी 

क्योंकि मुझे कभी मोहब्बत मिली ही नहीं थी इसलिए जब उसने मुझे कहा था कि मुझको हमेशा खुश रखेगा तो मैंने यकीन कर लिया क्योंकि मुझसे बहुत मोहब्बत करता था मैंने उस पर यकीन कर लिया था कि मेरी बेटियों को अपनी बेटियां समझेगा वह शुरू शुरू में ऐसा ही था अभी हमारी शादी को 7त साल हुए थे

 

मुझ पर समाज ने उंगली उठाई थी कहा था कि इसको अपनी बेटियों का ख्याल नहीं है बुढ़ापे में शादी कर रही है बूढ़ी हो गई है लेकिन शादी कर रही है मैंने किसी की बात नहीं सुनी थी और मैं अपने आप को सही समझती थी लेकिन मुझे लोगों की बातें सुननी चाहिए थी हम समाज में रहते हैं तो हमको इसकी बातें भी सुननी पड़ती हैं मैंने जाने का इंतजाम कर लिया और पुलिस वालों को सारे सबूत दे दिए

 जैसे ही हम अपने मोहल्ले की गली से निकल रहे थे पुलिस की गाड़ी हमारे घर की तरफ जा रही थी और राजू घर में अकेला था पुलिस से बच भी जाता तो उसके लिए यही सजा काफी थी कि मैंने उसको हमेशा के लिए छोड़ दिया था मुझे पहले ही रात को नींद नहीं आती थी अब तो बिल्कुल भी नहीं आती ऐसा लगता है कि मेरी बेटियों के साथ जो कुछ हुआ है वह राजू ने नहीं मैंने किया है 

हम दूसरे शहर में आ गए हैं मेरी बेटियों की पढ़ाई पूरी हो गई अब नौकरी करती हैं और मैं भी अपना घर चलाती हूं लेकिन फिर भी मुझे ऐसा लगता है कि यह सब कुछ मेरी बेवकूफी की वजह से हुआ है अपने आप को बहुत बुरा भला कहती हूं रात को नींद नहीं आती है बस जिंदगी इसी तरह गुजर रही है दिल करता है कि जान दे दूंगी अपनी बेटियों के लिए जिन्हें मुझसे बहुत मोहब्बत है 

 

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