सौतेली माँ। पारिवारिक कहानियां। Manohar Kahaniyan In Hindi | Sad Hindi Story

पारिवारिक कहानियां : मेरा नाम रिंकी है मेरी शादी को सिर्फ एक साल ही हुआ था जब अचानक मेरे पति का एक्सीडेंट हो गया और वह लाचार हो गया मैं नहीं जानती थी कि अचानक मेरे और मेरे पति के ऊपर इतनी बड़ी मुसीबत आ जाएगी पहले से ही एक मामूली सा नौकर था एक अमीर आदमी के यहां नौकरी किया करता था जब वह लाचार होकर घर आया तो मेरी सास ने मेरे पति के साथ कुछ ऐसा किया जिसने मेरे होश उड़ा दिए थे

मैं हर बार अपने पति को उसकी मां की सच्चाई दिखाने की कोशिश करती थी मगर मेरा पति अपनी मां की किसी बात पर यकीन ही नहीं करता था लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि मेरे पति के सामने खुद ही उसकी मां की सारी सच्चाई खुलकर आ गई और फिर मेरे पति ने कुछ ऐसा किया जिसने मेरे ससुराल वालों के होश उड़ा दिए थे क्योंकि मेरा पति तो लाचार होने के बावजूद भी मैं गरीब फैमिली से बिलोंग करती थी मैं बहुत सुंदर थी गरीबों की बेटियां अमीर परिवारों में शादी करके जाती हैं

तो उन्हें भागों वाली समझा जाता है तो लोग उनको सदा सुखी रहने के आशीर्वाद वाद देते हैं और उन्हें हर हालात में गुजारा करने के लिए छोड़ देते हैं मेरे पिता इस दुनिया में नहीं थे जब मैं 7 साल की थी तब वह मुझे इस दुनिया से छोड़कर जा चुके थे मैं अपनी मां की इकलौती बेटी थी मेरी मां एक गरीब औरत थी और कपड़ों की सिलाई किया करती थी इस तरह से उन्होंने मुझे पाल पोस करर जवान किया था और अब वह मेरी शादी कर देना चाहती थी

मगर गरीब बेटियों के रिश्ते इतनी आसानी से कहां लगते हैं मेरा रिश्ता पड़ोस वाले गांव से आया था सुना था कि वह लड़का एक बड़े से बंगले में नौकरी करता है घर में उसकी दो जवान बहनें और सिर्फ मां के अलावा और कोई भी नहीं था उसका घर भी अपना ही था और वह अच्छे खासे पैसे कमा लिया करता था मेरे लिए यही बहुत था कि मेरा रिश्ता एक ऐसे इंसान के लिए आया था जो बहुत मेहनती था हम गरीब लोग वैसे भी अपनी बेटियों की शादी ऐसे घर में करना चाहते हैं

जहां उनके पति मेहनती हो बाकी चाहे परिवार में कुछ भी होता रहे लड़के की मां और दोनों बहनें मुझे देखने के लिए आई थी तो उन्होंने मुझे देखते ही पसंद कर लिया था मेरी मां को भी लड़का पसंद आया था और इस तरह से मेरी शादी अपने ही पड़ोस के गांव में हो गई थी मैं अपनी मां को छोड़कर कहीं नहीं जाना चाहती थी लेकिन मेरी मां का कहना था कि एक ना एक दिन तो तुम्हें अपने ससुराल जाना ही है

मेरी मां पहले ही बूढ़ी थी और अब वह मेरे ससुराल आने के बाद अकेली भी रह गई थी मुझे हर समय उनकी चिंता लगी रहती थी शादी पर मेरी मां ने मुझे थोड़ा सा दहेज दे दिया था क्योंकि कपड़ों की सिलाई करने के बाद उन्होंने जो पैसे इकट्ठे किए थे उससे अपनी बेटी की शादी कर दी थी मैं जब विदा होकर अपनी ससुराल आई तो मैंने देखा कि मेरी ससुराल का घर बहुत ही छोटा था वैसे तो मेरे माइके वाला घर भी बहुत छोटा था

लेकिन मेरे लिए इतना ही बहुत था कि मेरा पति एक मेहनती इंसान है वह अपनी मेहनत के पैसों से इस घर को आबाद भी कर लेगा और वैसे भी मेरी दोनों नंदो को तो शादी होने के बाद अपने ससुराल चले ही जाना है यह जो कुछ भी है सब कुछ मेरा और मेरे पति का ही तो है जब शादी के शुरू के दिनों में मैं अपनी ससुराल में थी तो मेरी जिंदगी बहुत अच्छी गुजर रही थी क्योंकि मेरी सास और नंदे मुझसे बहुत प्यार करती थी

मेरे पति ने बंगले के मालिक से पूरे एक हफ्ते की छुट्टी ली हुई थी और शादी के बात का यह पूरा एक हफ्ता मेरा बहुत अच्छा गुजरा था मेरा पति एक अच्छा इंसान था मुझे बहुत प्यार करता था शादी की रात उसने मुंह दिखाई में मुझे ₹5000000 मेरी ससुराल में शादी का एक हफ्ता किस तरह से गुजर गया था मुझे तो पता ही नहीं चला था लेकिन जैसे ही एक हफ्ता गुजरने के बाद मेरा पति नौकरी पर जाने लगा तो मेरी सास का बिहेवियर मेरे पति के जाने के बाद अलग-अलग सा था

उन्होंने अभी तक मुझे घर के किसी काम को करने के लिए नहीं कहा था जबकि मैं शादी के दूसरे दिन ही खाना बनाने के लिए किचन में गई थी तो मेरी सास ने कह दिया था कि अभी तुम नई नवेली दुल्हन हो हमारे यहां नई नवेली दुल्हन शादी के एक महीने से पहले कोई कामकाज नहीं करती जब तुम्हारी शादी को एक महीना हो जाएगा तब तुम घर के काम करना आखिर तुम ही तो इस घर की बहू हो तुम्हें ही इस घर की गृहस्ती को संभालना है

अपनी सांस की बात सुनकर मैं बहुत खुश हुई थी उस दिन मुझे अपनी सांस बहुत अच्छी लगी थी मैं अपने आप को खुशकिस्मत समझने लगी थी जिसे इतनी अच्छी सांस मिली है लेकिन जैसे ही मेरा पति अपनी नौकरी पर गया था और मैं अपने कमरे में आराम कर रही थी मेरी सास मेरे कमरे में आई और कहने लगी कि बहू बस बहुत दिन हो गए हैं तुम्हें अपनी सास सास के हाथ का खाना खाते हुए अब उठो और किचन में जाकर खाना बनाओ अपनी सास की बात सुनकर मैं हैरान रह गई थी

मुझे उनसे ऐसी उम्मीद बिल्कुल भी नहीं थी अभी तो मेरी शादी को सिर्फ एक हफ्ता ही हुआ था जबकि उन्होंने तो कहा था कि शादी के एक महीने तक मुझे घर के किसी भी काम को हाथ नहीं लगाना है फिलहाल मैं किचन में खाना बनाने के लिए चली गई थी खाना बनाकर जैसे ही मैं फ्री हुई तो मेरी सांस ने कहा कि जरा मेरी टांगे दबा दो मैं अपनी सांस की टांगे दबाने के लिए बैठ गई थी मैं ने नोटिस किया था कि मेरी नंदी जो मेरे पति के घर में होते हुए पूरे एक हफ्ते तक अपनी मां के साथ घर के काम में लगी हुई थी

आज उन्होंने घर के किसी भी काम को हाथ नहीं लगाया था और बस वह एक दूसरे के साथ बैठी हुई गप्पे लड़ा रही थी सारा दिन मेरी सास मुझे घर का कोई ना कोई काम बताती रही थी और सारा दिन मैं थक कर चूर हो गई थी रात को जब मेरे पति के आने का समय हुआ तो मेरी सास और मेरी नंदे दोनों ही काम में लग गई थी मैं समझ नहीं पाई थी कि ये लोग अचानक से काम कैसे कर ने लगी मेरी सास नेने मुझसे कहा था कि बहू बस आज तुम्हें घर का काम करते हुए सारा दिन हो गया

अब तुम अपने कमरे में जाकर आराम करो मैं और मेरी बेटियां सारा काम देख लेंगे अब तो कोई काम बचा भी नहीं था आखिर अब इन्हें क्या काम करना था क्योंकि मैं खाना भी बना चुकी थी और जो सुबह मैंने कपड़े धोए थे वो सूख चुके थे मैंने उनको इस्त्री करके अलमारी में भी सेट कर दिया था फिर भी मेरी सास ने जब मुझसे इतने प्यार से कहा तो मैं अपने कमरे में चली गई थी मेरी सास ने मुझसे जाते समय कहा था कि तुम्हारा पति आने वाला है उसके लिए अच्छे से तैयार हो जाओ

ताकि तुम्हारा पति तुम्हें देखकर खुश हो जाए अपनी सांस के कहने पर मैं अपने कमरे में आकर अच्छी तरह से तैयार हो गई थी मैंने नई साड़ी पहन ली थी और अच्छा सा मेकअप भी कर लिया था जिससे मैं बहुत सुंदर लग रही थी मेरा पति जैसे ही घर आया तो मैंने अपने पति को पानी पिलाया मेरा पति मुझे देखता ही रह गया था उसके बाद मैं किचन में खाना गर्म करने के लिए जाने लगी थी तो मेरी सास ने मुझसे मना कर दिया

तुम घर के किसी काम को हाथ मत लगाओ तुम्हारा पति अभी थक हार कर काम से वापस आया है जाकर उसके पास बैठो मैं अपने पति के पास आकर बैठ गई थी मेरा पति कहने लगा कि आज तुम बहुत सुंदर लग रही हो मैं बहुत खुश हो गई थी यह कहकर मेरा पति नहाने के लिए चला गया था उसके बाद हम सब लोगों ने एक साथ खाना खाया था फिर रात के समय मैं अपने पति के साथ कमरे में सोने के लिए चली गई थी

मेरे पति ने कहा था कि आज मेरे बिना तुम्हारा सारा दिन घर में कैसे गुजरा था मैंने अपने पति से कह दिया था कि मेरा सारा दिन बहुत अच्छा गुजरा था लेकिन कई बार मुझे आपकी याद भी आई थी अब मैं अपने पति को यह तो नहीं बता सकती थी कि सारा दिन मैंने घर के ढेर सारे काम किए थे यहां तक कि मैं बहुत थक गई थी वरना मेरा पति सोचने लगता कि इस घर के काम मैं नहीं करूंगी तो फिर कौन करेगा अगले दिन फिर मेरा पति काम पर चला गया तो मेरी सास का फिर से वही बिहेवियर था

उन्होंने मुझसे घर के सारे काम करवाए थे खाना भी मैंने बनाया था झाड़ू बर्तन भी मैंने ही किए थे और कब कपड़े भी मैंने धोए थे और इतना करने के बाद भी मेरी सास ने अपने कमरे में मुझे बुला लिया था कभी वह मुझसे अपने पैर दबवाप अपना सर दबाने के लिए कहती थी सारा दिन मुझे इसी तरह से गुजर गया था और फिर जब मेरे पति के आने का समय हुआ तो मेरी नंद और मेरी सास काम में लग जाती थी और मुझसे कहती थी कि तुम तैयार हो जाओ कई दिनों से मेरी जिंदगी इसी तरह से गुजर रही थी

मैं इन लोगों की चालाकी को समझ गई थी कि ये लोग मेरे पति के सामने यह जाहिर करना चाहती है कि मैं कोई काम नहीं करती और सारा काम यह सब की सब करती है जबकि उनके पीछे मुझसे घर का पूरा काम लेती हैं मेरे पति के पीछे तो मेरी सास और नंदे घर की मालकिन होती थी और मैं नौकरानी होती थी और मेरे पति के सामने ऐसे रिएक्ट करती थी जैसे इन लोगों ने मुझे घर की मालकिन बनाकर रखा हुआ है और मैं उनकी बहू नहीं बल्कि बेटी हूं

मेरा पति भी हर काम का क्रेडिट मेरी सास और नंदो को ही दिया करता था उसने कभी किसी बात पर मेरी तारीफ नहीं की थी व किसी किसी बात पर मुझसे कहता था कि तुम बहुत भाग्यशाली हो जिससे इतनी अच्छी ससुराल मिली है मेरी मां और बहनें तुमसे बहुत प्यार करती हैं तुम अपने आप को खुशनसीब समझो जिसे इतनी अच्छी ससुराल मिली है वरना तुम जानती हो ना कि जब लड़की ससुराल चली जाती है

तो ससुराल वाले उसे कितना तंग करते हैं मेरा पति हमेशा मुझे यह बात याद दिलाता रहता था कि तुम्हें मेरी मां को अपनी सगी मां की तरह समझना है और मेरी बहनों को अपनी बहन बनाकर रखना है इसी तरह से घर चलेगा कभी भी मेरी मां या बहनों से ऊंची आवाज में बात भी मत करना वरना मैं तुमसे नाराज हो जाऊंगा अगर उनसे कोई गलती भी हो जाती है तो उसे इग्नोर करने की कोशिश करना मेरे पति ने मेरे आगे इतनी ढेर सारी शर्तें लाकर रख दी थी कि मैं उसकी शर्तों के आगे कंफ्यूज हो गई थी

एक दिन तो मेरी सास ने हद ही कर दी थी हमारे घर में कुछ मेहमान आने वाले थे मेरे पति ने कहा था कि शादी को काफी दिन गुजर गए हैं अभी तक मैंने अपनी पत्नी के हाथ का खाना नहीं खाया आज मेरे दोस्त दूसरे शहर से आ रहे हैं तो खाना भी यहीं पर खाएंगे और उनका कहना है कि वह अपनी भाभी के हाथ का बना हुआ खाना चाहते हैं इसलिए मैं चाहता हूं कि रिंकी मेरे दोस्तों के लिए तुम ही खाना बनाओ

मेरी सास मेरे पति से कहने लगी कि नहीं नहीं बेटा मैं बहू को इतनी गर्मी में रसोई घर में काम नहीं करने दूंगी इतनी गर्मी में काम करने से उसकी तबीयत भी खराब हो सकती है हालांकि इतने दिनों से मैं घर का सारा काम कर रही थी तब तो मेरी सास को मेरा ख्याल नहीं आया था अब मेरे पति के सामने अच्छी बनने के लिए वह ऐसी बात कर रही थी हर रोज मैं ही खाना बनाया करती थी मेरे पति को यही पता था कि अभी तक मैंने खाना नहीं बनाया है और ना ही मैं घर में कोई काम करती हूं

क्योंकि मेरी सास और नंदे इतनी चालाक थी कि मेरे पति के सामने मुझसे जिद करने लग जाती थी कि तुम कोई काम मत करो मैं उनकी इस हरकत से बहुत परेशान हो चुकी थी जब मेरे पति के दोस्त आने वाले थे तो मैं किचन में खाना बनाने की तैयारी करने लगी थी जब मेरी सास ने मेरे पति के सामने मना कर दिया था कि बहू खाना नहीं बनाएगी मैं खुद खाना बना लूंगी लेकिन ज जैसे ही मेरा पति अपने दोस्तों को लेने के लिए रेलवे स्टेशन गया तो उसे रेलवे स्टेशन से घर आने में लगभग दो घंटे लग गए थे

क्योंकि मेरे पति के दोस्त जिस ट्रेन से आ रहे थे वो ट्रेन लेट हो गई थी इसीलिए मेरा पति रेलवे स्टेशन पर ही उनका इंतजार कर रहा था मेरे पति ने सारी बात कॉल करके अपनी मां को बता दी थी कि उसे घर आने में टाइम लग सकता है मेरी सास ने इस बात का फायदा उठाते हुए मुझे किचन में खाना बनाने के लिए खड़ा कर दिया और इस तरह मेहमानों के लिए सारा खाना मैंने ही बनाया था था

फिर जैसे ही मेरी सास को पता चला कि मेरा पति घर आने वाला है तो उन्होंने मुझे जल्दी से तैयार होने के लिए कमरे में भेज दिया था और खुद किचन में जाकर खाना बनाने खड़ी हो गई थी मुझे अपनी सास की इस बात पर बहुत गुस्सा आया था इसलिए मेरा मूड ऑफ हो गया था जब मेरा पति घर आया तो मेरी सास ऐसे रिएक्ट कर रही थी कि जैसे इतनी गर्मी में सारा खाना बनाकर वह थक गई है मेरा पति मेरी तरफ देखकर कहने लगा कि तुम भले से ही खाना नहीं बना रही थी

लेकिन तुम्हें मेरी मां के साथ किचन में हेल्प तो करवानी चाहिए थी तुम जानती हो ना कि वह बूढ़ी हो गई हैं उनसे इतना काम नहीं होता फिर भी वह घर के सारे काम करती हैं और वैसे भी मेरे दोस्तों की जिद थी कि वह तुम्हारे हाथ का खाना खाएं लेकिन तुमने तो शायद आज किचन में अपना कदम भी नहीं रखा होगा अपने पति की बात पर मैंने अपने पति से कहा था कि आपकी मां एक्टिंग कर रही है सारा खाना मैंने ही बनाया है मेरे पति कहने लगे

अगर तुमसे खाना नहीं बनता तो कोई बात नहीं लेकिन झूठ बोलने की कोई जरूरत नहीं है मुझे सब दिखाई दे दे रहा है कि खाना किसने बनाया है यह बात कहकर मेरे पति खामोश हो गए थे मैं कुछ बोलने ही वाली थी उन्होंने मुझे भी खामोश रहने का इशारा किया था क्योंकि घर में उनके दोस्त आए हुए थे और वह किसी तरह की बहस नहीं करना चाहते थे मेरा दिल तो टूटकर रह गया था मैंने अपने पति के दोस्तों से भी ढंग से बात नहीं की थी

जब मेरे पति के दोस्त चले गए तो मेरा पति अपना मूड खराब करने के बाद खामोशी से बिस्तर पर जाकर सो गया था मैं यह सब कुछ खामोशी से बर्दाश्त कर रही थी मैं मैं किसी से कुछ नहीं कह सकती थी क्योंकि मैं समझ गई थी कि मेरी सास और नंदे बहुत चालाक है और मेरे पति के सामने सीधी बनने की कोशिश करती है मेरी जिंदगी इसी तरह से गुजर रही थी जब एक दिन मेरी जिंदगी में एक ऐसा परेशानी का पहाड़ टूट पड़ा जिसने मेरी जिंदगी को हिलाकर रख दिया था

मेरा पति जहां पर नौकरी करता था वहां से मुझे कॉल आई थी कि मैं अस्पताल आ जाऊं मेरे पति का एक्सीडेंट हो गया है मैंने ये बात अपनी सास को बताई तो मेरी सास मेरे साथ हॉस्पिटल चली आई थी मैं जैसे ही उस अस्पताल गई तो अपने पति की कंडीशन को देखकर फूट-फूट कर रोने लगी थी मेरा पति मालकिन का कुछ सामान लेने के लिए बाजार जा रहा था जब एक तेज रफ्तार कार वाले ने मेरे पति को कुचल दिया जिसकी वजह से मेरे पति दोनों टांगों से लाचार हो चुके थे

मैं अस्पताल पहुंची थी तो मेरे पति का ऑपरेशन चल रहा था मेरे पति के इलाज का सारा खर्चा मालिक ही उठा रहे थे जिनके बंगले में मेरा पति नौकर का काम किया करता था जब मेरा पति ऑपरेशन रूम से बाहर आया तो उसे देखकर मैं बुरी तरह से रोई थी मेरी सास भी रो रही थी जबकि मालिक हमें तसल्ली दे रहे थे कह रहे थे कि सबसे अच्छी बात तो यह है कि नकुल की जान बच गई है भले ही वह दोनों टांगों से लाचार हो चुका है लेकिन वह जिंदा है

अगर आसपास के लोग उसे समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाते तो उसकी जान को भी खतरा हो सकता था लेकिन हमारे लिए यह बात भी किसी बड़े दुख से कम नहीं थी कि मेरा पति दोनों टांगों से लाचार हो चुका था अब वह चल फिर नहीं सकता था कई दिन मेरा पति इसी तरह से अस्पताल में पड़ा रहा मेरे पति को भी जब यह बात पता चली थी कि वह अब चल फिर नहीं सकता तो वह भी बहुत रोया था क्योंकि मेरा पति अब कोई काम धंधा करने के लायक भी नहीं बचा था

15 दिन बाद जब मेरा पति घर आया तो हम उसे सहारा देते हुए कमरे तक ले गए थे और फिर वह बिस्तर पर जाकर लेट गया था मेरा पति अब बिस्तर पर ही लेटा रहता था या फिर अगर उसे उठकर कोई काम करना होता था तो मालिक ने मेरे पति के लिए व्हील चेयर ला दी थी जिस पर मेरा पति बैठकर बाहर तक आ जाता था 3 महीने इसी तरह से गुजर गए थे मेरे पति का मालिक उसे अब तक काफी पैसे दे चुका था और उसका इलाज भी करवा रहा था मेरे पति का इलाज अब बंद हो चुका था

एक दिन मालिक हमारे घर आए और हाथ जोड़कर मेरे पति से कहने लगे देखो नकुल मैं तुम्हारी परेशानी को अच्छी तरह से समझ सकता हूं मगर मैं तुम्हें क्या बताऊं इन दिनों मेरा बिजनेस बहुत ही लॉस में जा रहा है मैं बहुत परेशान चल रहा हूं जब से तुम्हारा एक्सीडेंट हुआ है मैंने तुम पर काफी पैसा खर्च किया है तुम्हारा इलाज करवाया और हर हफ्ते में तुम्हारे परिवार को भी एक भारी रकम देता आया हूं

मुझसे जितना हो सका मैंने तुम्हारे लिए वह सब कुछ किया तुम हमारे यहां काफी समय से काम करते आए हो और तुम हमारे घर के पुराने नौकर भी हो इसीलिए मैंने तुम्हारे इलाज में भी कोई कमी नहीं छोड़ी जितना पैसा खर्च हुआ मैंने किया मगर अब मैं तुम्हारे लिए कुछ नहीं कर सकता इसीलिए मुझे माफ करना मैं अब आगे से तुम्हें पैसे नहीं दे सकता क्योंकि अब मैं जानता हूं कि तुम मेरे घर आकर कोई काम नहीं करोगे मगर फिर भी मैं आखिरी बार तुम्हें यह ₹2000000 दे रहा हूं

आगे इसके अलावा तुम मुझसे कोई उम्मीद मत रखना मालिक की बातें सुनकर मेरे पति की आंखों में आंसू आ गए थे उन्होंने कहा था कि मालिक आप जानते हो कि मैं लाचार हो गया हूं आप मेरी परेशानी को समझो आप तो एक अमीर आदमी हो अगर आप हर महीने मुझे मेरी महीने की तनख्वा के आधे पैसे भी दे दोगे तो मेरा घर आराम से चल जाएगा और अगर आपने भी हाथ रोक लिए तो मुझे कौन समझेगा इस तरह तो मेरा परिवार भूखा रहेगा मेरी हालत तो ऐसी हो गई है

मैं कोई काम भी नहीं कर सकता आपके अलावा मेरा कोई सहारा नहीं है मालिक मेरे पति के हाथ पर 00 रखते हुए कहने लगे कि मेरे घर में तो ना जाने कितने नौकर हैं ड्राइवर हैं लॉन्ड्री वाले हैं शेफ हैं और आज के जमाने में तो हर कोई परेशान है ऐसी कंडीशन में अगर मैं हर किसी की परेशानी को समझता रहूंगा तो फिर अपना घर कैसे चलाऊंगा मैंने सबकी परेशानियों को समझने का ठेका तो नहीं ले रखा बस मैं थोड़ी बहुत पैसों से मदद कर सकता हूं

अब मैं तुम्हें सारी जिंदगी तो पैसे नहीं दे सकता ना जबकि तुम अब मेरा कोई काम करने काबिल ही नहीं रहे यह कहकर मालिक हमारे घर से हाथ जोड़ते हुए उठ गए थे और घर चले गए थे हम सब लोग बहुत परेशान हो गए थे उस दिन मेरा पति फूट-फूट कर रोया था मेरा पति कह रहा था कि अब घर किस तरह से चलेगा मैंने अपने पति को तसल्ली दी थी कि तुम फिक्र मत करो सब कुछ ठीक हो जाएगा दिन इसी तरह से गुजर रहे थे

जब हमारे घर में राशन खत्म होने लगा तो मेरी सास ने मुझसे खामोशी से कहा कि देखो बहू तुम घर के हालात जानती हो हमारे पास पैसों से लेकर खाने का सामान तक सब कुछ खत्म हो चुका है और तुम्हारे अलावा यह परेशानी कोई और नहीं समझ सकता इसलिए मैं तुमसे कहना चाहती हूं कि तुम अपने माइके जाओ और अपनी मां से कुछ पैसे उधार लेकर आ जाओ अपनी सांस की बात सुनकर मैं हैरान रह गई थी मैंने उनसे कहा था मां जी आप जानती हैं कि मेरी मां कितनी बीमार और बूढ़ी औरत है

वह अपना गुजारा तो सिलाई करके करती है भला मैं उनसे पैसे कैसे मांग सकती हूं मेरी सास कहने लगी अगर तुमने ऐसा नहीं किया तो फिर हम लोग भूखे मर जाएंगे और तुम जानती हो कि तुम्हारा पति इस समय बीमार है उसको भी तो खाने की जरूरत है मेरी सास ने मुझे इस तरह से बातों में ले लिया था कि मैं अपनी सास की बातों में आ गई थी और अपनी बूढ़ी मां से पैसे मांगने के लिए चली गई थी

मैंने जब अपनी मां को अपनी परेशानी के बारे में बताया तो वह भी बहुत दुखी हुई थी इसलिए उन्होंने मुझे अपनी मेहनत से कमाए हुए 8000 दे दिए थे मैं उन पैसों को लेकर घर आ गई थी जैसे से ही मैं घर पहुंची तो मेरी सास ने मेरे हाथ से पैसे छीन लिए थे और कहने लगी कि यह पैसे मुझे दे दो घर का सारा खर्चा तो वैसे भी मुझे ही चलाना है मेरी सास ने सारे पैसे अपने पास रख लिए थे अभी भी घर का सारा काम मैं ही किया करती थी और जितनी देर में घर का काम करती थी

उतनी देर मेरा पति सोया रहता था कुछ दिन इसी तरह से गुजरे और वोह पैसे भी खत्म हो चुके थे जब मेरी सास ने फिर से मेरी मां से मुझे पैसे लाने के लिए कहा तो मैंने अपनी सास को साफ इंकार कर दिया था कि मैं अपने माय के नहीं जाऊंगी मेरी सांस मेरे सामने रोने धोने का नाटक करने लगी और कहने लगी कि मुझे तो सबसे ज्यादा अपने बेटे की फिक्र लगी रहती है अगर उसे टाइम पर खाना नहीं दिया गया तो वह और ज्यादा बीमार हो जाएगा

पहले ही वह बेचारा एक्सीडेंट की वजह से अपनी दोनों टांगों से लाचार हो चुका है और तुम चाहती हो कि अब मेरा बेटा भूख से भी मरे अपने पति की फिक्र तो मुझे भी बहुत थी फिर मुझे वोह पैसे याद आए जो मेरे पति ने शादी की पहली रात मुझे मुंह दिखाई में दिए थे मैंने वो ₹ ज अपनी सास को लाकर दे दिए थे मगर हैरानी मुझे तब हुई थी जब मेरी सास ने मेरे पति के सामने बताया कि घर में जो खाना बन रहा है वह मेरे पति की ही पिछली कमाई के पैसों में से कुछ पैसे मेरी सास ने जोड़ लिए थे

उनसे ही बन रहा है और मेरे पति ने उनकी बातों पर यकीन भी कर लिया था इस तरह से मेरे पति के दिल में अपनी मां के लिए इज्जत और बढ़ गई थी उसे लग रहा था कि उसकी मां ने पैसे जोड़कर रखे थे जो आज परेशानी के समय में काम आ रहे थे मैंने अपने पति को को बताने की कोशिश की थी कि आपकी मां झूठ बोल रही है ये वो ₹5000000 हैं लेकिन मेरे पास एक आईडिया है जिससे हमारे पास पैसे आ सकते हैं मैंने अपनी सास से कहा कि मैं आपकी चालाकी अच्छी तरह से जानती हूं

आप मुझे फिर से पैसे लेने के लिए मेरे माय के भेजने वाली हो मेरी सास कहने लगी कि नहीं नहीं मैं ऐसा कुछ नहीं करवाऊंगी लेकिन मैं तुमसे एक बात कहना चाहती हूं तुम जानती हो कि मेरी दो-दो जवान बेटियां हैं मुझे अपनी बेटियों की शादी की भी बहुत फिक्र हो रही है मुझे उनकी जल्द से जल्द शादी करनी है क्योंकि मैं नहीं चाहती जिस तरह से इस घर में हम परेशानी के हालात से गुजर रहे हैं

मेरी बेटियां भी उन्हीं हालातों से गुजरे मेरी सास ने मेरे आगे हाथ जोड़ लिया और कहने लगी कि तुम्हें मेरी बेटियों का वास्ता है तुम अपने पति से कहो कि कोई काम किया करें मैंने अपनी सास से कहा मां जी आप अपने बेटे की कंडीशन के बारे में अच्छी तरह से जानती है भला वह इस हालत में काम कैसे कर सकते हैं मेरी सास ने कहा मेरी नजर में एक काम है जिसमें उसको कोई मेहनत भी नहीं करनी पड़ेगी और उसके पास ढेर सारा पैसा भी आ जाएगा

मैंने कहा अच्छा अा आखिर ऐसा कौन सा काम है जरा मुझे भी तो बताइए तो मेरी सास ने कुछ ऐसा कहा जिसे सुनकर मेरे होश उड़ गए थे और मुझे यकीन नहीं आ रहा था कि कोई मां अपने बेटे के बारे में ऐसा भी कह सकती है मेरी सास ने कहा था कि मैं चाहती हूं कि नकुल सड़क किनारे बैठकर भीख मांगा करें वैसे भी वह दोनों टांगों से लाचार हो चुका है और एक्सीडेंट के बाद से बहुत ज्यादा कमजोर भी हो गया है उसकी शक्ल और उसकी हालत भी बहुत भिखारियों जैसी हो गई है

उसे देखकर किसी को भी लगेगा ही नहीं कि वह भिकारी नहीं है और इस काम के लिए अपने पति को तुम तैयार करोगी अगर तुमने ऐसा नहीं किया तो मैं धक्के मारकर तुम्हें अपने घर से निकाल दूंगी मैंने अपनी सास से कहा कि आपने बड़ी ही घटिया बात की है आपको शर्म नहीं आती अपने बेटे के बारे में ऐसी बात कहते हुए मेरी सास कहने लगी कि मुझे शर्म नहीं आती

क्योंकि मैं दो जवान जवान बेटियों की मां हूं और मजबूर हो गई हूं तुम ही बताओ आखिर पैसे मैं कहां से लाऊं क्या इतनी उम्र हो जाने के बाद भी मैं लोगों के घरों में काम करने जाती हुई अच्छी लग जाओ जाकर अपने पति को भिकारी बनने के लिए राजी करो अपनी सास की बात पर मैंने उनसे कहा था मैं ऐसी कोई बात नहीं करूंगी अगर यह बात करनी है तो आप खुद जाकर करो मेरी सास ने मुझे बालों से पकड़ लिया था जिसकी वजह से मेरी जोरदार चीख निकल गई थी

मेरी सास ने कहा था कि चिल्लाने की जरूरत नहीं है अगर तुमने ज्यादा होशियारी दिखाने की कोशिश की तो यहीं तुम्हें मार दूंगी अगर इस घर में इज्जत के साथ रहना चाहती हो तो जैसा मैं कहती हूं वैसा ही करो वरना तुम पर इतने गंदे-गंदे इल्जाम लगा लगाऊंगी कि तुम्हारा पति खुद तुम्हें इस घर से धक्के मार कर निकाल देगा और तुम कहीं मुंह दिखाने के लायक भी नहीं रहोगी मुझे मजबूर मत करो कि मैं ऐसा करूं वैसे भी तुम मुझे अच्छी तरह से जान गई हो

अपनी सांस की बातों से मैं बहुत ज्यादा डर गई थी मैंने अपनी सांस के आगे हाथ जोड़ लिए थे कि प्लीज मुझे छोड़ दो मैं अभी कमरे में जाकर अपने पति से इस बारे में बात करती हूं मैं मजबूर हो गई थी अपने पति से यह बात करने के लिए इसीलिए मैं कमरे में गई और अपने पति से कहा कि आप पढ़े-लिखे भी नहीं हो और अब कोई नौकरी करने लायक भी नहीं रहे हो इसलिए आप मेरी मानो तो सड़क पर भीख मांगना शुरू कर दो

वैसे भी भिखारियों को आजकल अच्छे खासे पैसे मिल जाते हैं मेरी बात सुनकर मेरे पति को हैरानी का एक जोरदार झटका लगा था कि मैं उनसे कैसी बातें कर रही थी मगर फिर मेरे पति ने कहा कि मैं तुम्हारी कंडीशन समझ सकता हूं अब मैं पैसा कमाने लायक नहीं रहा और तुम्हारे शौक भी नहीं पूरे कर सकता इसीलिए तुम ऐसी बातें कर रही हो मेरा पति मुझसे नाराज हो गया था लेकिन अपनी किस्मत को को रहा था उसने कहा था कि तुम फिक्र मत करो मैं कल से ही भीख मांगना शुरू कर दूंगा

मेरे पति को लगता था कि मैं जानबूझकर उससे यह बात कह रही हूं मगर वह नहीं जानता था कि मैं कितनी मजबूर हूं मैं खुद अपने पति को परेशानी में नहीं देख सकती थी मेरा पति मेरी इस बात की वजह से मुझे गलत समझने लगा था मेरी सास ने मुझे मेरे पति की नजरों में गलत साबित कर दिया था अगले दिन मेरा पति जब व्हील चेयर पर बैठकर मुझसे कहने लगा कि चलो मुझे बीच चौराहे पर छोड़ आओ और एक कटोरा दे दो दो आखिर तुम्हारा शौक पूरा करने के लिए मुझे भीख मांगनी ही पड़ेगी

अपने पति की इन बातों पर मैं बहुत रोई थी मेरी सास ने अच्छी बनने के लिए उससे कहा था कि हे भगवान कैसे दिन आ गए कि मेरे बेटे को भिकारी बनना पड़ रहा है मेरा पति कहने लगा मां आप फिक्र मत करो हमारे घर के हालात पहले जैसे हो जाएंगे मैं अपने पति को व्हील चेयर से लेकर चौराहे पर छोड़ आई थी जब पहले दिन मेरा पति भीख मांगने के लिए गया था तो मैं उसे दूर से कहीं खड़ी हुई देख रही थी

वह अपना मुंह लटकाकर व्हील चेयर पर बैठा हुआ था और उसकी गोद में कटोरा रखा हुआ था जब एक आदमी मेरे पति की गोद में रखे हुए कटोरे में ₹1000000 डालकर गया तो वो पैसे मेरे पति की गैरत पर एक जोरदार थप्पड़ थे ऐसा करना मेरे पति की भी मजबूरी थी और वह इसका जिम्मेदार मुझे ठहरा रहा था मेरा पति सारा दिन धूप में बैठकर भीख मांगता था हर रोज मेरा पति ढेर सारे पैसे लाकर अपनी मां के हाथ में रख दिया करता था मेरी सास अब अपनी बेटियों का रिश्ता तलाश कर रही थी

और फिर फाइनली मेरी दोनों नंदो का रिश्ता एक ही घर में दो भाइयों के साथ लग गया था मेरा पति ढेर सारे पैसे लाने लगा था हमारे घर के हालात पहले जैसे हो गए थे मैं अपने पति की नजरों में बुरी बन गई थी फिर भी सारे पैसे मेरी सास के पास ही आते थे और वह इन पैसों से खूब मौज कर रही थी मेरी सास की दोनों बेटियों का रिश्ता एक अच्छे परिवार में लगा था उन लोगों ने दहेज लेने से साफ इंकार कर दिया था बल्कि वोह लोग कैश लेना चाहते थे

मेरी सास ने उनसे वादा किया था कि वह अपने दोनों दामाद को -2 लाख रपए कैश दे देंगी मेरी नंदू की शादी में अभी दो महीने बचे थे मेरा पति हर रोज भीख मांगकर ढेर सारे पैसे घर लेकर आता था उन पैसों से मेरी सास ने अपनी बेटियों की शादी के लिए ढेर सारे पैसे इकट्ठे कर लिए थे मेरे पति के पीछे मेरी सास मेरे साथ बहुत बुरा बिहेवियर रखती थी मैं अपने पति को जब भी उनकी शिकायत करने की कोशिश करती थी तो मेरा पति मेरी कोई बात सुनता ही नहीं था

बल्कि अब तो उसने मुझसे बातचीत करना भी छोड़ दिया था क्योंकि उसे लगता था कि मैंने जानबूझकर उससे भीख मांगने के लिए कहा है एक दिन मैंने अपनी सास और दोनों नंदो को खामोशी से उनके कमरे में बातें करते हुए सुन लिया था वह आपस में बातें कर रही थी और मैं बाहर सफाई लगा रही थी जब मुझे उनके बोलने की आवाज आ गई और उनकी ऐसी बातों पर मैं खटक गई थी मेरी सास मेरी नंदू से कह रही थी कि तुम्हारे सौतेले भाई की वजह से आज तुम्हारी शादियों के लिए मेरे पास ढेर सारा पैसा इकट्ठा हो गया

इतने पैसे तो वह जब मालिक के पास नौकरी किया करता था तब भी नहीं लेकर आता था जितने अब भीख मांगने पर लेकर आता है मेरी बड़ी नंद कहने लगी कि मां आपने इन दोनों पति-पत्नी को अच्छा बेवकूफ बनाया है मेरी सास ने कहा कि हां तुम्हारे सुते भाई को तो मैं बचपन से ही बेवकूफ बनाती आ रही हूं उस पर मैंने हमेशा अपनी मीठी-मीठी बातों का जादू किया है जिसकी वजह से उसे ऐसा लगता है कि मैं उसकी सगी मां हूं जबकि मैं उसकी सौतेली मां हूं

और सारी जिंदगी मैंने उसके साथ सौतेला पन किया है जिससे वह आज तक बेखबर है यह कहकर वो लोग खूब जोर-जोर से हंस रही थी और ये सारी बातें सुनकर मेरे होश उड़ चुके थे क्योंकि यह बात तो मैं भी नहीं जानती थी कि मेरा पति मेरी सास का सौतेला बेटा है जबकि मुझे तो ऐसा ही लगता था कि वह मेरी सास का सगा बेटा है अब मुझे समझ आया था कि मेरी सास मेरे पति के सामने इतनी अच्छी क्यों बनती थी और उनके पीछे मेरे साथ गलत बिहेवियर क्यों करती थी

इसका मतलब यह था कि मेरा पति उनका सोतेला बेटा था और उन्होंने उसको पैसा कमाने की मशीन बनाया हुआ था मैंने सोच लिया था कि मेरा पति जब घर आएगा तो मैं उन्हें ये बात जरूर बताऊंगी मेरा पति रात को जब जब घर आया तो मैं उससे बात करने की कोशिश करने लगी लेकिन मेरा पति नाराज था इसलिए मुझसे बात नहीं करना चाहता था फिर भी मैंने जबरदस्ती अपने पति को उनकी मां और बहनों की कही हुई पूरी बात बता दी थी मैं जानती थी कि मेरा पति मेरी बात पर यकीन नहीं करेगा

और ऐसा ही हुआ था मेरे पति ने मेरी इस बात पर मेरे मुंह पर एक जोरदार थप्पड़ मार दिया था और कहा था कि मुझे नहीं पता था कि तुम इतनी बिगड़ सकती हो अब तुम मेरी मां पर इतना घटिया इल्जाम लगाओगी मुझे तुमसे ऐसी उम्मीद नहीं थी मैं तो चाहता हूं कि तुम्हें अभी और इसी वक्त घर से निकाल दूं लेकिन बस इसीलिए तुम्हें इस घर से नहीं निकाल सकता क्योंकि तुम मेरी पत्नी हो और अगर ऐसी हालत में मैंने तुम्हें घर से निकाल दिया तो लोग क्या कहेंगे अपने पति की बात सुनकर मैं बहुत रोई थी

मैंने अपने पति से कहा था कि तुम मुझे अपने घर से मत निकालो मैं खुद तुम्हारे घर से जा रही हूं क्योंकि मैं अब और यहां पर नहीं रह सकती तुम नहीं जानते कि जब से मेरी शादी हुई है तुम्हारी मां और बहनें मेरे साथ कितना गलत सुलूक करती हैं मुझे घर का सारा काम करना पड़ता है और तुम्हारे सामने वह लोग ऐसे जाहिर करती हैं जैसे कुछ सारा काम करती हो और मुझे तुमसे भीख मंगवाने पर भी तुम्हारी मां ने ही मजबूर किया था

मुझे कोई शौक नहीं है कि मैं अपने पति से कहूं कि वह सड़कों पर जाकर भीख मांगे मेरे पति को मेरी इस बात पर गुस्सा आया था और उसने कहा था कि अगर तुम मेरे घर से जाना चाहती हो तो जा सकती हो मैं ऐसी औरत को अपने घर में बर्दाश्त नहीं करूंगा जो मेरी मां के ऊपर घटिया इल्जाम लगाए और कहे कि वह मेरी सौतेली मां है मेरा पति कहने लगा कि मेरी मां जैसी मां तो कहीं हो ही नहीं सकती मैं अपनी मां और बहनों के लिए तुम्हें छोड़ सकता हूं

पर उन्हें कभी नहीं और ना ही मैं उनके बारे में कभी गलत बातें बर्दाश्त कर सकता हूं मैं अपना सारा सामान बांधकर बिना किसी की बात सुने अपनी मां के पास आ गई थी मुझे अपनी मां के पास रहते हुए एक हफ्ता गुजर गया था मुझे अपने पति की बहुत याद आती थी मेरे नंदो की शादी में 15 दिन रह गए थे मेरा होना ना होना किसी के लिए कोई मायने नहीं रखता था मैं भगवान से सिर्फ यही प्रार्थना करती थी कि सब कुछ ठीक हो जाए और मेरी सास और नंदो का असल रूप मेरे पति के सामने आ जाए

और फिर ऐसा ही हुआ था जब एक दिन व्हील चेयर पर बैठा हुआ मेरा पति मेरे माइके आ गया और कहने लगा कि मुझे माफ कर दो रिंकी मैं अपनी मां और बहनों की सारी सच्चाई जान चुका हूं अपने पति की बात सुनकर मैं बहुत हैरान हुई थी मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि मेरा पति सच कह रहा है और वह मुझे मनाने भी आया है उसने कहा था कि जिस दिन तुम मेरे घर से चली गई थी उसके अगले ही दिन मैंने अपनी मां और बहनों को बातें कर करते हुए सुना था

मेरी मां और बहनें तुम्हारे जाने के बाद खुशियां मना रही थी मेरी मां और बहनों ने बातों ही बातों में यह बात कह दी थी कि मैं उनका सुते बेटा हूं मेरी सगी मां मेरे जन्म के बाद मुझे इस दुनिया से छोड़कर चली गई थी जब मेरे पिता ने मेरे एक महीने के होने पर ही दूसरी शादी कर ली थी और फिर मेरी दोनों बहनें मेरे पिता से हुई उसके बाद मेरे पिता भी इस दुनिया से चले गए मुझे यही लगा कि मेरी सगी मां यही औरत है

इसने सारी जिंदगी मुझे प्यार से पाला सिर्फ इसलिए ताकि मैं इस औरत और इसकी बेटियों का सहारा बन सकूं उनके लिए पैसा कमा सकूं और जिस पर वह आराम से अपनी जिंदगी गुजार सके मुझे सच्चाई तब पता चली जब यह लोग आपस में इस तरह की बातें कर रही थी और मैं पीछे से उन लोगों की बातों को खामोशी से सुन रहा था मेरी मां बहुत खुश हो रही थी कि तुम घर से निकल गई हो वह अपनी बेटियों से कह रही थी कि मैं तो यही चाहती थी कि ये बीच का कांटा इस घर से चला जाए

अब नकुल जितने भी पैसे कमाया करेगा वह मेरे और मेरी बेटियों के ही हुआ करेंगे इसमें उसकी पत्नी का कोई हक नहीं रहेगा आज हमारी मेहनत रंग ले आई है क्योंकि हमने उसे शादी से लेकर अब तक बहुत तंग किया अब व हमसे ज्यादा ही तंग आ गई इसलिए खुद ही घर छोड़कर चली गई नकुल का भरोसा तो हमने अच्छी तरह से जीत लिया है वह तो कभी भी अपनी पत्नी को घर वापस लेकर नहीं आएगा उन लोगों की बातें सुनकर मेरा खून खौल रहा था

और बातों ही बातों में उन्होंने यह भी कह दिया था कि हर बार हमने रिंकी को ही निशाना बनाया और उसके पति की नजरों में पूरी तरह से उसे गलत साबित कर दिया मेरे सामने सारी सच्चाई खुलकर आ चुकी थी अब मैं उन लोगों की बातें बर्दाश्त नहीं कर सकता था इसीलिए मैं उनकी बातें सुनकर भी अनसुनी कर गया और तुमसे माफी मांगने के लिए आ गया मेरे साथ घर चलो मैं तुमसे वादा करता हूं कि मैं तुम्हें बहुत खुश रखूंगा और अपनी मां और बहनों को भी सबक जरूर सिखाऊंगा

मेरे पति ने कहा कि मेरा साथ दो ताकि हम दोनों अपनी जिंदगी को आसान बना सके मैं अपने पति के साथ ससुराल वापस आ गई थी मेरे पति ने मुझसे कहा था कि तुम जैसे पहले रहती थी वैसे ही रहना इन लोगों को जाहिर मत करना कि हम इनकी सच्चाई जान चुके हैं अपने पति के कहने के मुताबिक मैं खामोशी रही थी मुझे देखकर मेरी सास और नंदे घबरा गई थी और फिर मेरी नंदो की शादी का दिन भी आ गया था जिस दिन मेरी नंदो की बारात आई थी

उस दिन मेरा पति अचानक कहीं गायब हो गया था और जब बारात आई तो मेरा पति भिकारी वाले गेटअप में व्हील चेयर पर बैठा हुआ अपने हाथ में कटोरा लेकर आया और बारात का स्वागत करने लगा जिसे देखकर बारात के सारे लोग हैरान रह गए थे मेरी सास भी बड़ी हैरानी से मेरे पति को देख रही थी मेरे पति ने अपनी बहनों के होने वाले पतियों से भीख मांगने के लिए कटोरा आगे कर दिया और कहने लगे कि मुझे भीख दे दो मैं यह पैसे अपनी मां को दे दूंगा

ताकि वह मेरे ही पैसे संभाल कर रख सके आखिर यह पैसे आपके ही पास वापस पलट कर जो आ जाएंगे क्योंकि मैं जो पैसे कमाता हूं वह मेरी मां मेरी बहनों की शादी के लिए रख देती है और अब जब कि मेरी बहनों की शादी आपके साथ होने वाली है तो आपको यह पैसे दहेज के तौर पर कैश में दिए जाएंगे मेरे पति की बात सुनकर वहां पर खड़े हुए सारे लोग हैरान रह गए थे जबकि मेरी सांस फटी फटी नजरों से मेरे पति की तरफ देख रही थी कि वह क्या बोल रहे हैं

दोनों ही लड़के अपनी मां से कहने लगे मां आपने हमारा रिश्ता कैसे घर में किया क्या इन लड़कियों का भाई भिखारी है तो वहां पर आए हुए कुछ लोग कहने लगे कि हां यह भिखारी है दोनों लड़कों ने जब यह बात सुनी तो वह कहने लगे कि हम भिखारियों के घर में शादी नहीं करेंगे जब भाई भिखारी है तो भीख मांगकर घर चलाता है तो बहने कैसी होंगी यह लोग हमारे लेवल के नहीं है इस तरह बारात के आए हुए सारे लोगों ने मेरी सास की बहुत बेइज्जती की थी

लड़कों की मां ने तो कहा था कि अपनी बहन बेटियों को अपने पास ही रखो हमें तो लगता था कि हम अच्छे परिवार की लड़कियों को अपने घर की बहू बनाने जा रहे हैं मगर हमें क्या पता था कि इस घर के लोग तो भिखारी हैं हमें अपने बेटों की शादी तुम्हारे यहां नहीं करनी मेरा पति यह सुनकर मेरी तरफ देखकर मुस्कुराने लगा था और इस तरह मेरी दोनों नंदो की बारात वापस लौट गई थी मेरी सांस फूट-फूट उठकर रो रही थी

जबकि मेरी नंदो का भी यही हाल था उन्हें लगता था कि वह अच्छे परिवार की बहुएं बनने जा रही हैं मगर मेरे पति ने पूरा खेल ही बदल कर रख दिया था मेरे पति ने अपनी सौतेली मां की अलमारी से सारे पैसे निकाल लिए थे और अपने बैग में खामोशी से रख लिए थे जिसके बारे में मेरी सास को कुछ पता ही नहीं था जबकि मेरा पति मेरे साथ मिलकर अपना सामान भी पैक करवा चुका था मेरी सास समझ चुकी थी कि मेरे पति को सारी सच्चाई पता चल गई है

वह मेरे पति से माफी मांग रही थी कि मुझे माफ कर दो और किसी तरह अपनी बहनों की शादी करवा दो आज उनकी बारात वापस लौट गई है हमें बारातियों को मनाकर समझा बुझाकर वापस लाना होगा अगर ऐसा नहीं हुआ तो तुम्हारी बहनों की बहुत बेइज्जती होगी फिर इनसे कोई भी शादी नहीं करेगा मेरा पति कहने लगा और आपकी वजह से मैं जो सारी जिंदगी बेइज्जती का सामना करता रहा हूं

कभी आप लोगों की खातिर नौकर बना हूं तो कभी भिकारी अब मैं आप लोगों के लिए कुछ नहीं कर सकता मैं नहीं जानता था कि आप मेरी सौतेली मां हो और सारे जिंदगी आपने मुझसे इस बात का बदला निकाला आपने भले ही मुझे अपना सौतेला बेटा समझा हो लेकिन मैं सारी जिंदगी आपको अपनी सगी मां बनकर प्यार करता रहा और यह दोनों बहनें तो मेरे ही पिता की थी इन लोगों को तो मेरे साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था

मेरी नंदी नजरें झुकाकर अपने भाई की बातें सुन रही थी मेरे पति ने कहा कि आपने मेरी पत्नी के साथ भी बहुत गलत किया मैं अपनी पत्नी की किसी बात पर विश्वास नहीं करता था मगर जब मैंने अपने कानों से आपकी बातें सुनी तो मुझे यकीन आया था कि मेरी पत्नी सच्ची थी और आप झूठी हो मैं आपके इस घर को छोड़कर जा रहा हूं आपने मुझे हमेशा सौतेला बेटा समझा था ना इसलिए अब आपका सौतेला बेटा आपका कोई नहीं लगता यह कहकर मेरा पति घर से मेरा हाथ पकड़कर निकल आया था

मगर मेरी सास उनको बार-बार रोक रही थी मेरे पति ने उन्हें माफ नहीं किया और उन्हें उनकी हालत पर छोड़कर घर से निकल आए थे मेरे पति के पास काफी सारे पैसे थे इसलिए मेरा पति मुझे मेरे माय के लेकर आ गया वहां पर वैसे भी मेरी मां अकेली रहती थी हम हम दोनों मेरी मां के घर में रहते हैं मेरा पति अब भीख नहीं मांगता जबकि मेरे पति ने मेरी मां के ही एक मंजिल के घर को अपने भीख के पैसों से जिनको वो अपनी सौतेली मां की अलमारी से निकाल कर लाया था

उनसे तीन मंजिल का घर बनवा लिया इस तरह एक-एक मंजिल पर एक कमरा आसानी से आ गया था और हमने उन दोनों कमरों को किराए पर दे दिया था मेरी मां के घर में हम लोग चैन और सुकून की जिंदगी गुजार रहे हैं दोनों कमरों में किराएदार रहते हैं और हर महीने हमारे पास इतने पैसे आ जाते हैं कि हम दोनों पति-पत्नी का गुजारा आराम से हो जाता है मेरी मां तो आज भी सिलाई करके अपना गुजारा करती है मगर जब हम लोग एक साथ रहते हैं तो खाना पना भी एक साथ ही करते हैं

मेरे पति ने दोबारा अपनी सौतेली मां और बहनों की तरफ पलटकर कभी नहीं देखा हम लोग उन्हें भूलकर अपनी आने वाली जिंदगी की शुरुआत कर रहे हैं क्योंकि मैं अब मां बनने वाली हूं दोस्तों उम्मीद करती हूं आपको हमारी कहानी पसंद आई होगी

 

Also Read –

सच्ची मोहब्बत। Mastram Hindi Stories | Best Hindi Story | Moral Hindi Story | Hindi Story

भरोसा मुश्किल से बनता है ,लेकिन टूटता एक सेकंड में है। Manohar Hindi Kahaniyan | Best Hindi Story

 

Youtube Channel Link – Shama Voice

Sharing Is Caring:

Leave a Comment