भरोसा मुश्किल से बनता है ,लेकिन टूटता एक सेकंड में है। Manohar Hindi Kahaniyan | Best Hindi Story

Manohar Hindi Kahaniyan : वह मेरी नौकरानी थी लेकिन मैं उसके दर्द में बहुत परेशान रहती थी बेचारी लंगड़ा कर चलती थी फिर भी सारा काम करती थी एक दिन मैंने उससे पूछ लिया तुम्हारी टांग का क्या कोई इलाज नहीं है तो कहने लगी इलाज तो है लेकिन कोई मदद नहीं करता मैंने कहा मैं तुम्हारी मदद करूंगी तुम मुझे बताओ तुम्हारी टांग कैसे ठीक हो सकती है तो उसने बहुत ही अजीब बात कह दी उसने कहा मेरा इलाज आपके ही पास मैंने कहा वह कैसे तो कहने लगी

आप मुझे अपने पति की एक कमीज दे सकती हैं मैंने कहा मेरे पति की कमीज से तुम्हारी टांग का क्या ताल्लुक मैं तुमसे तुम्हारी टांग की बात कर रही हूं और तुम कमीज मांग रही हो तो कहने लगी आपके पति की कमीज को मैं अपनी टांग पर बांध लूं तो मैं बिल्कुल ठीक हो जाऊंगी मुझे उसकी इस बात के पीछे कोई भी तर्क समझ ना आया मैंने कहा इस तरह थोड़ी होता है मेरे प की कमीज अपनी टांग पर बांधने से तुम कैसे ठीक हो सकती हो

उसने कहा आप मुझे कमीज देकर तो देखें फिर देखिएगा क्या होता है मैंने अपने पति की कमीज ले आई क्योंकि मुझे यकीन था कि ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला था या तो यह मेरे साथ मजाक कर रही थी और या फिर इसका दिमाग खराब हो गया था उसने मेरी आंखों के सामने अपनी अपाहिज टांग पर मेरे पति की कमीज बांध दी अभी दो पल ही गुजरे थे कि सामने का मंजर देखकर मैं हैरान रह गई क्यों वो वाकई जब मैंने उससे पूछा कि यह सब कैसे हो गया

तो उसने मुझे एक राज की बात बताई उसने कहा तुम्हारा पति असल में एक मेरा नाम मीना था मैं बहुत ज्यादा खूबसूरत थी लेकिन मेरी मां कहती थी कि भगवान ने सिर्फ खूबसूरती दी है अकल इसमें नाम का भी नहीं है मेरी मां मुझे समझाती थी कि थोड़ी समझदार बन जाओ आजकल जमाना बड़ा खराब है कॉलेज में पढ़ती थी लेकिन वहां पर एक लड़के ने मुझे अपनी बातों में लगा लिया और इस हद तक कि मैं उसके लिए कुछ भी करने को तैयार थी

लेकिन ऐन वक्त पर यह बात मेरी मां को भी पता चल गई मेरी मां ने कहा कि तुम अपनी बेवकूफी में हम सबका मुंह काला करवा देती तुझे मैं किस तरह समझाऊं हर किसी पर भरोसा नहीं करते पर मुझे उस पर पूरा भरोसा था एक दिन उसने कहा कि मैं तुम्हें अपनी मां से मिलवा चाहता हूं और वह मुझे कॉलेज के बाद कहीं ले गया मैंने घर पर झूठ बोल दिया और मैं उसके साथ चली गई लेकिन वह मुझे अपनी मां से मिलवाने की बजाय एक फ्लैट में ले गया वहां मुझे क्यों ले जाना चाहता था

और उसका क्या इरादा था यह तो आप लोग समझ ही गए होंगे उसने अपने बेटे को भी दो थप्पड़ लगाए और मुझे भी बातें सुनाकर मुझे मेरे घर छोड़ गया मेरी मां को जब यह सब कुछ पता चला तो वह हैरान रह गई कहा तुम पागल तो नहीं हो ऐसे कैसे किसी पर भरोसा कर सकती हो मैंने कहा हम तो एक दूसरे को पसंद करते थे जबकि मेरे दिल में उसके लिए कोई इतना दर्द नहीं था बस जब वह मेरी बहुत ज्यादा तारीफ करता था तो मुझे अच्छा लगता था

हम लोग खाते-पीते घर के थे मैंने उसे बहुत ज्यादा गिफ्ट भी दिए थे मेरी मां ने मुझे कहा कि वह सिर्फ तेरा फायदा उठा रहा था और अगर तेरा सबसे ज्यादा फायदा उठा लेता तो फिर तेरे पास क्या रह जाता तो भगवान का शुक्र अदा करके पता नहीं उसने किस बात पर खुश होकर तेरी इज्जत रख ली वरना क्या से क्या हो जाता मेरी मां ने मुझे बहुत बातें सुनाई थी मैंने उस दिन के बाद कसम खा ली थी कि मैं किसी लड़के से दोस्ती करूंगी ही नहीं

क्योंकि मेरी मां ने मुझे समझाया कि मर्दों को और अच्छे सिर्फ एक ही चीज चाहिए होती है और मैंने उस दिन के बाद मैंने कसम खाई कि अब मैं भी समझदार हो जाऊंगी और कभी किसी पर भरोसा नहीं करूंगी शायद मुझे कोई दिमागी प्रॉब्लम था छोटी-छोटी बातें समझ नहीं आती थी जैसे मुझे कोई एक बार में बुलाता तो मुझे उसकी आवाज ही नहीं आती थी मैंने डॉक्टर से पूछा तो उसने कहा कि आपका दिमाग कमजोर है इसलिए आपके कान भी कमजोर हैं

इसी तरह मुझे मैथ नहीं आता था अगर इंग्लिश फिल्म लग रही होती थी और बहुत जल्दी-जल्दी बोलते थे तो मुझे इंग्लिश समझ नहीं आती थी मैं ऐसे काम नहीं कर सकती थी जो बहुत मुश्किल थे और एक वक्त में एक ही काम कर सकती थी मैं उन लोगों में से नहीं थी जो एक ही वक्त में दो-तीन काम कर रहे होते हैं यानी कि मैं मल्टीटास्किंग नहीं कर सकती थी मेरी मां कहती थी तुझसे शादी कौन करेगा मर्द को खूबसूरत औरत चाहिए होती है

लेकिन मर्द को समझदार औरत भी चाहिए होती है मेरे बाबा कहते थे कि हमारी बेटी इतनी खूबसूरत है बहुत अच्छा रिश्ता आएगा पर मेरी मां कहती थी कि सिर्फ खूबसूरती देखकर ले गए तो दो दिन बाद वापस छोड़कर चले जाएंगे मेरी मां कहती थी कि कोई अच्छा रिश्ता नहीं मिलेगा लेकिन वह तो तब हैरान रह गई जब मेरे लिए एक बहुत बड़ी हवेली के मालिक का रिश्ता आया मेरे बाबा तो बहुत खुश हुए लेकिन मेरी मां का कहना था कि बड़ी हवेली की पहली बहू बनने जा रही है

वहां पर तो बड़ी जिम्मेदारियां होंगी और यह मोहतरमा अपना ख्याल खुद नहीं रख सकती लेकिन लड़के वालों को यह तो नहीं कह सकते थे कि हमारी लड़की बेवकूफ है वह तो मेरी शक्ल देखकर ही पागल हो गए थे क्योंकि उनको अपने लिए बहुत ही प्यारी सी बहू चाहिए थि जो उनकी इज्जत बनाए बहू को देखते ही लोग कहे कि कितनी प्यारी लड़की लेकर आए हैं मेरे मां-बाप ने भी भगवान का नाम लेकर मेरी शादी कर दी मेरी मां शादी से पहले रोज मुझसे दो घंटे बातें करती मुझे समझाती कि वहां जाकर तुम्हें किस तरह रहना है किसी पर भरोसा नहीं करना खैर मैंने सारा कुछ समझ लिया

लेकिन मेरी मां ने इतनी बातें सुनाई थी कि आधी से ज्यादा बातें तो मैं भूल ही गई थी मेरी मां ने तो मुझे ऐसी ऐसी बातें सुनाई थी कि मैं हैरान हो गई थी ऐसा लगता था कि शादी कोई बहुत बड़ी सजा है वह कहती थी बड़ी हवेली है बड़े काम हैं तू बड़ी बहू है उनके बेटे के सामने अच्छे से रहना दांत निकाल के हंसना नहीं जो काम कहे चुप करके कर देना वहां पर तुझे मैंने घर के काम तो नहीं देने लेकिन तेरी कुछ जिम्मेदारी तो होंगी पता नहीं तेरा क्या बनेगा मीना मैं तो परेशान हूं

शादी हो गई मैं अपने कमरे में बैठी थी जब मेरा पति आया मेरी मां ने कहा था कि थोड़ा सा शर्मा लेना लेकिन मुझे शर्म नहीं आई आखिर वह मेरा पति था कमरे में आते ही मैंने उसे कह दिया कि मुझे भूख लगी है तो वह भी हंस दिया और नौकरों से खाना मंगवा लिया खाना खाते-खाते ही वह मेरी तारीफ भी कर रहा था और मुझे समझा भी रहा था कि आज से तुम मेरी हमसफर हो मैं तुम्हारा बहुत ख्याल रखूंगा और तुम्हें भी मेरी इज्जत और इस घर का ख्याल रखना है

मैंने तो अपने पति को यह भी बता दिया कि मुझे खाना बनाना नहीं आता इस बात पर भी वह हंस दिया और फिर कहने लगा कि तुमने पूछा ही नहीं कि मुंह दिखाई मैं तुम्हें क्या देने वाला हूं तो मैं कहने लगी कि क्या होगा कोई सेठ होगा या कोई गहना तो मेरे पति ने कहा कि नहीं मैं तुम्हें मुंह दिखाई में एक ऐसी चीज दूंगा जो हर औरत का सपना होती है मुझे यकीन है कि इसे देखकर तुम खुश हो जाओगी इतनी कि जितनी तुम मुझे देखकर भी खुश नहीं होती

कोई भी औरत इस चीज की अहमियत जानती है क्योंकि इसे उसकी बहुत जरूरत होती है मैंने कहा कि आप क्यों लंबी-लंबी बातें कर रहे हैं तब मेरे पति ने किसी को आवाज देकर कहा कि अंदर आ जाओ मैं हैरान रह गई कि आज मेरी शादी की रात है हम दोनों एक दूसरे के साथ एक कमरे में बैठे हैं और मेरा पति किसको कमरे के अंदर बुला रहा है फिर कह रहा है कि क्या औरत को ऐसी चीज की जरूरत होती है उसने कहा अपनी आंखें बंद कर लो मैं हैरान थी

कहीं मेरा पति मेरे साथ कोई मजाक तो नहीं कर रहा था पर देखने में तो वह ऐसा नहीं लग रहा था कि यूं मजाक करता होगा जब मैंने सामने देखा तो मैं हैरान रह गई वह एक लड़की थी 17 साल की होगी मेरी उम्र भी 19 साल थी हुलिए से तो मुझे वह नौकरानी ही लग रही थी और खड़ी भी सर झुका कर थी मेरे पति ने कहा कि इसका नाम झुनी है यह आज से तुम्हारी नौकरानी है तुम्हारे हर काम में तुम्हारी मदद करेगी इस हवेली में और भी लोग रहते हैं

उनके पास भी इस तरह का कोई नौकर नहीं है लेकिन मैं तुम्हें तुम्हारी मुंह दिखाई में एक नौकरानी दे रहा हूं ताकि यह तुम्हारे सारे काम करें और तुम्हें हवेली के तौर तरीके भी सिखा दे यह देखकर मैं वाकई बहुत खुश हुई क्योंकि यही सोच रही थी कि मैं अकेले सारा कुछ कैसे संभा लूंगी यह तो वही बात हो गई कि अंदर क्या मांगे मेरी मां ने तो मुझे इतना परेशान कर दिया था कि तेरा क्या बनेगा तो क्या करेगी बड़ी हवेली की बहू बनना कोई आसान काम नहीं है

लेकिन यहां पर तो मुझे एक पूरी औरत मिल रही थी जो मुझे सारा कुछ सिखा भी देती और मैं अकेली भी नहीं थी मैं उसे जो कहती वह करती इस लड़की ने मुझे नमस्ते की मैंने भी नमस्ते से कहा फिर वह लड़की वहां से चली गई और पति ने मुझसे पूछा कि तुम्हें तोहफा कैसा लगा तो मैंने कहा कि मुझे तोहफा बहुत पसंद आया और ऐसा तोहफा कोई हवेली का मालिक ही दे सकता है मैं तो बहुत खुश हूं

मेरे पति ने कहा कि तुम प्रताप सिंह की बीवी हो कोई मजाक नहीं तुम्हें तो अब इस तरह के तोहफे मिलते रहेंगे इसलिए तुम तैयार रहना और मेरे साथ अच्छी सी जिंदगी गुजारना मैं तुम्हें इतना खुश रखूंगा कि तुम हैरान रह जाओगी और बेशक वैसा कर सकता था देखने में भी खूबसूरत था और समझदार भी अगर मुझे वह कोई सोने का सेट देता तो शायद मुझे उसका इतना फायदा ना होता क्योंकि वह तो एक जगह पड़ा रहता लेकिन उसने तो मेरी मां की सारी बातों को गलत साबित कर दिया

और मेरे लिए बहुत सुकून बना दिया था लेकिन सुबह जब इस लड़की को काम करते हुए देखा तो हैरान रह गई क्योंकि वह बेचारी तो लंगड़ी थी उसकी टांग में कोई नुक्स था फिर भी वह काम कर रही थी और उसे काम करने में बहुत मुश्किल हो रही थी मैं उसके पास गई और मैंने पूछा कि यह तुम्हारी टांग को क्या हुआ तो कहने लगी कि मेरी टांग बचपन से ऐसी है मैंने कहा कि तुम यह सब काम क्यों करती हो तुम्हारे घर में और कोई नहीं है तो कहने लगी कि मैं मजबूर हूं

मालकिन करना पड़ता है मैंने कहा कि मैं आज ही अपने पति से बात करती हूं अगर पैसों की जरूरत है तो हम दे दिया करेंगे लेकिन यह सब काम तुमसे नहीं होंगे जो पति एक नौकर का इंतजाम कर सकता था वह दूसरे कभी कर सकता था यह तो ठीक से काम नहीं कर सकती थी मगर हम उसको भेज देते और किसी और को ले आते तो मुझे क्या था पर जैसे ही मैंने ऐसा कहा तो वह मेरे पैरों में बैठ गई मैं यह देखकर हैरान रह गई

और फौरन पीछे हट गई वह कहने लगी कि मैंने बड़े साहब से झूठ बोला है मैंने उनको नहीं बताया कि मैं एक टांग से अपाहिज हूं उनके सामने मैंने बिल्कुल भी जाहिर होने नहीं दिया वह समझते हैं कि बस छोटा मोटा नुक्स है लेकिन असल मसला बहुत ज्यादा है अगर उनको यह सब पता होता तो वह मुझे कभी यह नौकरी ना देते और मुझे इस नौकरी की सख्त जरूरत है आप कभी भी उनको यह बात नहीं बताइएगा आपकी बड़ी मेहरबानी होगी

मेरे घर वाले मेरे बच्चे भी आपको दुआएं देंगे वह तो बेचारी परेशान ही हो गई मैंने कहा ठीक है ठीक है मैंने कहा कि तुम्हारे बच्चे भी हैं तो कहने लगी कि हां जब मैं 14 साल की थी तो मेरी शादी करवा दी थी मेरा एक साल का बेटा है जो घर में मेरी सास के पास होता है मेरा पति कोई पैसे नहीं कमाता अपने छोटे से बच्चे को सांस के पास छोड़कर आना पड़ता है वहां से सोचकर ख्याल भी नहीं रखती है और मेरा पति भी मुझे बातें सुनाता है मैं बड़ी मजबूर हूं

मालकिन अगर आपने मुझे यह काम नहीं दिया और मुझे थोड़े पैसों पर भी रख लिया तो उन पैसों से गुजारा नहीं होगा मैं अपने हाथ से कमाकर खाना चाहती हूं और फिर मेरा पति मुझे देखेगा कोई काम नहीं कर रही तो कहीं ना कहीं और भेज देगा मजदूरी पर भेजेगा इससे तो यही अच्छा है कि मैं उसे घर में आपके काम करूंगी मैं आपके काम अच्छे से करूंगी आपको कोई तकलीफ नहीं होगी सारा काम आपको वक्त पर मिलेगा मैंने उससे कहा ठीक है

तुम परेशान मत हो मैं यह बात किसी को भी नहीं बताऊंगी इसलिए उसने मुझसे वादा ले लिया और मैंने भी कहा कि हां ठीक है नहीं बताऊंगी वह बेचारी तो बहुत ही मजबूर थी इसीलिए मैंने अपने पति से भी इस बारे में बात ना की वरना मैं तो जरूर बताती कि एक अपाहिज लड़की से काम करवाना कोई अच्छी बात नहीं है घर में और नौकर भी थे लेकिन वह लोग अपने-अपने काम ही करते थे मुझे हवेली का जो हिस्सा दिया गया था उसके बहुत सारे काम होते थे

और वह सारे काम झुनी करती थी लंगड़ा लंगड़ा कर चलती हुई जब वह काम करती थी तो उसे देखकर मुझे बड़ा दुख होता था कोई लंगड़ा कर चल रहा हो तो वैसे ही इंसान उसे देखकर यह सोचता है कि बेचारा अपाहिज है लेकिन मेरी नौकरानी तो अजीब तरह से लंगड़ा करर चलती थी इतना अजीब कि देखा ही नहीं जाता मुझे ऐसा लगता था कि मैं उस पर जुल्म कर रही हूं सोचा कि उसका इलाज करवा देती हूं इतने पैसे थे हमारे पास क्या एक औरत का इलाज नहीं हो सकता था

अगर उसका इलाज हो जाता तो वह हमें ही दुआ देती और हमें भगवान भी और ज्यादा पैसे दे देता एक दिन वह काम कर रही थी और मैं वहीं पर बैठी थी उससे पूछा कि तुम्हारी टांग का कोई इलाज नहीं हो सकता बड़े से बड़े डॉक्टर को दिखाओ जितना खर्च आएगा मैं देने को तैयार हूं तो मेरी नौकरानी ने कहा कि इसका इलाज तो दो मिनट में हो सकता है मैं यह बात सुनकर हैरान रह गई कि अगर दो मिनट में इलाज हो सकता है तो फिर तुम करती क्यों नहीं तो कहने लगी

क्योंकि इसका इलाज तो आपके पास है मैंने कहा कि क्या मजाक के मूड में हो किस किस्म की बातें कर रही हो अगर मेरे पास इलाज है तो बताओ मुझे तो उसने मुझे एक ऐसी बात बताई कि मैं हैरान ही रह गई उसने कहा कि अपने पति की एक इस्तेमाल की हुई कमीज मुझे दे दें जैसे ही मैं वह कमीज टांग पर बांध होंगी तो मेरी टांग बिल्कुल ठीक हो जाएगी मैंने कहा कि तुम कैसी बच्चों जैसी बातें कर रही हो ऐसा कैसे हो सकता है तो उसने मुझसे कहा कि आपके जो हस्बैंड है ना

वह हमारे इस गांव के बड़े पुराने और पहुंचे हुए मालिक हैं और उनके जो बड़े थे ना वह भी ऐसे थे तो उनकी दुआ से उनके अंदर भी कुछ असरात आए हुए हैं इसलिए यह बात बिल्कुल सच है अगर आपको यकीन नहीं होता तो आप मुझे अभी कमीज लाकर दें और अपनी आंखों से देख लें अब मैं उससे क्या बहस करती मैंने कहा कि अभी पता चल ही जाएगा मैं कमरे में गई और अपने पति की इस्तेमाल की हुई कमीज बाहर ले आई मैंने कहा कि लो दिखाओ मुझे और अगर कुछ ना हुआ तो मैं तुमसे बात नहीं करूंगी

तुमने मेरा वक्त झाया किया और तुम मुझे बेवकूफ बना रही हो वैसे ही सारी जिंदगी लोग मुझे बेवाकूफ ही समझते रहे थे अब मेरी अपनी नौकरानी भी अगर मेरे साथ इस तरह का मजाक कर रही थी तो मुझे गुस्सा तो आना था और मैं बाकी लोगों के सामने बोल नहीं सकती थी लेकिन इसे तो मैं डांट भी सकती थी तो उसने कहा कि राम राम मैं ऐसा क्यों करूंगी मालकिन मैं कौन होती हूं

आपको बेवकूफ बनाने वाली आप अभी देख ले मेरे पति की कमीज को उसने एक पट्टी का रूप देकर उसको अपनी मजदूर टांग के ऊपर बांध लिया जब वह यह बांध रही थी तो जमीन पर बैठी थी लेकिन जब वह खड़ी हुई तो उसे देखकर मेरे कदमों तले से जमीन निकल गई क्योंकि वह बिल्कुल सीधी खड़ी थी मैंने उसे कहा कि तुम खड़ी पहले भी हो जाती हूं अब जरा मुझे चलकर दिखाओ लेकिन दिल ही दिल में थोड़ा घबरा रही थी

क्योंकि व बहुत ही भरोसे से यह सारी बातें कह रही थी लेकिन जब उसने मुझे चलकर दिखाया तो मैं हैरान रह गई वह तो बिल्कुल ठीक चल रही थी मैंने उसे अच्छी तरह देखा कहा कि इधर से उधर जाकर दिखाओ वह बिल्कुल किसी आम इंसान की तरह चल रही थी और खुशी से रो भी रही थी मैंने फिर उससे कहा अगर इतनी सी बात थी तो तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया तुम मुझे पहले बता देती तो तुम्हारा यह दिक्कत हल हो जाता उसने कहा मुझे क्या पता था

मालकिन मुझे लगा कि आप गुस्सा हो जाएंगी अपने पति की इस तरह की चीज किसी को कौन देता है आज कल तो कोई किसी पर भरोसा नहीं करता मैंने कहा पागल तुम्हारी टांग ठीक हो गई है और अगर एक कमीज देने से तुम्हारी टांग ठीक हो गई है तो फिर मुझे क्या दिक्कत हो सकता है मैं भी अब दिल ही दिल में बहुत खुश थी कि मैंने उसकी मदद कर दी क्योंकि मैं तो पहले दिन से उसकी मदद करना चाहती थी

वह बहुत अच्छी थी मेरा बहुत ख्याल करती थी मैं जो काम कहती फौरन करती मेरे पांव दबाती थी मेरा कमरा साफ करती थी मेरे लिए खाना बनाती थी और मुझे सबके बारे में बताती भी ठीक है कौन कैसा है मुझे कैसे उठाना है कैसे बैठाना है उसने मेरी इतनी मदद की थी कि अगर वह अभी तक नहीं होती तो शायद ही लोग मुझे इस हवेली से ही निकाल देते तो पता नहीं किसको उठाकर ले आए मेरे से तो पानी का गिलास भी नहीं पकड़ा जाता था

मेरे से चीजें बहुत गिरती थी मेरी नौकरानी प से भी ज्यादा तेज हो गई उसकी टांग बिल्कुल ठीक हो चुकी थी वह भाग भाग कर सारे घर के काम करती एक ही दिन में उसने सारी हवेली ढो डाली बल्कि वह काम जो पहले उससे नहीं हो रहे थे और मैंने भी उसको इसलिए नहीं कहती थी कि कहीं यह ना सोचे कि एक तो अपज हूं ऊपर से मेरी मालकिन मुझ पर इतना बोझ डाल रही है वह सभी काम उसने मेरे बिना कहे कर डाले उसने सभी पंखे भी साफ कर दिए

और हवेली की एक-एक चीज चमका दी बाकी के नौकर भी देखकर हैरान हो रहे थे कि आज इसको हो क्या गया यह तो बड़ी जल्दी-जल्दी काम कर रही है लेकिन झुनी ने कहा था कि यह बात और किसी को पता नहीं चलनी चाहिए इसीलिए अपने पति को कभी ना बताई हां इतना जरूर कहा कि आज मैंने बहुत अच्छा काम किया है इसीलिए मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही है उसने मेरी बात सुन ली और हंसकर जवाब दिया कि चलो अच्छी बात है

अब वह रोज वही कमीज अपनी टांग पर बांध लेती और मेरी इजाजत से उस कमीज को अपने साथ भी ले जाती क्योंकि अगर उससे ही वह ठीक हो रही थी तो फिर यह उसके पास ही रहनी चाहिए थी उसको अपने घर में भी तो काम होते थे उसका बच्चा भी बहुत छोटा था एक दिन मेरी अपनी टांग में बहुत ज्यादा दर्द शुरू हो गया ना जाने कैसे जबकि मुझे ना तो कोई चोट लगी थी और ना ही मैं गिरी थी दर्द बहुत ज्यादा था मेरा पति घर पर नहीं था

वह काम के सिलसिले में शहर से बाहर गया हुआ था रात का वक्त था और मेरे पास दर्द की कोई दवाई भी नहीं थी मैं बहुत परेशान हो रही थी फिर अचानक ही ख्याल मेरे दिमाग में बिजली की तरह आया मैंने कहा कि मुझे भला परेशान होने की जरूरत है जब मेरे पति की कमीज मजदूर औरत की टांग ठीक कर सकती है तो क्या मेरी टांग का दर्द नहीं ठीक कर सकती मैं क्यों परेशान हो रही हूं मैं अलमारी की तरफ गई

और उसमें से अपने पति की एक कमीज निकालने लगी फिर सोचा कि नहीं कमीज इस्तेमाल शुद्धाओ जो कि धोने वाले कपड़ों में डालने के लिए वहां पर रखी गई थी मैंने वह कमीज उठा ली और जैसे जूनी ने उसकी पट्टी से बनाकर अपनी टांग पर बांधी थी मैंने भी उसी तरह किया और अपनी टांग पर वह कमीज बांध ली लेकिन दो मिनट बाद ही वहां पर कुछ ऐसा हुआ कि मेरे कदमों तले से जमीन निकल गई मैं हैरान और परेशान रह गई और मेरे दिमाग में एक साथ ही बहुत सारे सवाल आने लगे

क्योंकि वह कमीज बांधने से भी मेरी टांग का दर्द बिल्कुल भी ठीक नहीं हुआ था अब क्या क्या यह उस कमीज को पता था कि मुझे झी की टांग पर जाकर उसका दर्द ठीक कर देना है लेकिन मेरा नहीं करना इसका मतलब मुझसे झूठ बोला गया था झी ने मुझे धोखा दिया था यह सब करके उसे क्या मिला और अगर वह लंगड़ी बनी हुई थी तो उसे भी उसको क्या फायदा हो रहा था हम कौन सा उसको ज्यादा टंकु दे रहे थे

और मेरे पति की एक कमीज लेकर उसने क्या करना था कि मेरे पति की कमीज में कुछ पैसे थे अगर थे भी तो वह कितनी देर तक काम आने थे मुझे तो समझ ही नहीं आ रही थी मैं सोचने लगी कि झून का दिमाग खराब है बेचारी की कम उम्र में शादी हो गई बच्चा भी हो गया ससुराल वाले भी तंग करते हैं लगता है इसीलिए उसका दिमाग खराब हो गया है झी दो दिन से काम पर नहीं आ रही थी

मेरा पति वापस आया तो बातों-बातों में मैंने उससे सवाल किया जाने क्यों मुझे यह बात तंग करने लगी थी मैंने कहा कि हम झी को नौकरी से निकाल देते हैं क्योंकि मैं समझती थी कि वह मुझे बेवकूफ बना रही थी और मैं उसके सामने बेवकूफ साबित हो गई थी वह जरूर यही सोचती होगी कि इतनी बड़ी हवेली की मालिका को बेवकूफ बनाना इतना आसान था इसमें इतनी भी अकल नहीं है इसीलिए मैं उसको इस घर से निकाल वाना चाहती थी

मैंने पति को कहा कि हम उसे नौकरी से निकाल देते हैं तो वह हैरान हुआ कि क्या हो गया उससे कोई गलती हो गई है वह काम ठीक से नहीं करती क्योंकि मेरे पति का कहना था कि वह बहुत ही अच्छे खानदान से है और इसीलिए मैंने उस पर इतना भरोसा किया है बार-बार ऐ ऐसे लोग नहीं मिलते जिन पर इंसान भरोसा कर सके तब मैंने कहा कि भरोसे की बात नहीं है बेचारी लंगड़ा कर चलती है ऐसे में उससे सारी हवेली के काम करवाना उस परे जुल्म के मुता दफ है

मुझे अच्छा नहीं लगता जब मैं तो कुर्सी पर बैठी होती हूं और वह बेचारी अपनी मजदूर टांग के साथ काम कर रही होती है मेरे पति ने मुझे हैरान होकर देखा कि किसकी बात कर रही हूं कौन है मजदूर मैंने कहा कि झुनी और कौन उसकी टांग खराब है तो पति कहने लगा उसकी कोई टांग खराब नहीं है तुम्हें किसने कह दिया मैंने कहा कि उसने आपसे झूठ बोला है कि थोड़ा बहुत प्रॉब्लम है लेकिन असल में पूरी की पूरी मजदूर है

मेरे पति ने कहा कि उसने मुझसे कुछ नहीं बोला अच्छी भली चलती है बिल्कुल वैसे ही जैसे तुम चलती हो या जैसे मैं चलता हूं उसकी टांग में कोई भी प्रॉब्लम नहीं है यह तुम किस किस्म की बातें कर रही हो जब मेरे पति ने मुझे कहीं खोया हुआ देखा तो पूछा कि तुमने उससे कहा कि वह अपाहिज है मुझे पूरी बात बताओ मैंने अपने पति को सारी बात बता दी और मेरा पति अपना सर पकड़कर बैठ गया

मेरे पति ने कहा कि हमारा कोई भी खानदान ऐसी किसी बात से ताल्लुक नहीं रखता है हम लोग यहां के मालिक हैं हम बराहीम हैं और मालिक पंडित नहीं होते तुम्हें इतनी सी बात नहीं पता है उसने तुम्हें बेवकूफ बनाया जाने वह कमीज लेकर क्यों गई है मैं सोचने लगी कि उसके साथ क्या करेगी क्या मेरे पति पर जादू करेगी क्योंकि जब जादू किया जाता है तो उसमें में भी किसी की इस्तेमाल की चीजें दी जाती हैं और फिर उस पर की जाती हैं

लेकिन क्या जादू हो जाता है फिर मैंने कहा तो करती रह जाती तो होता ही नहीं है लगता है इनकी कोई दुश्मन है तभी वह कमीज लेकर गई है मेरे दिमाग में अभी भी नहीं आ रहा था कि एक अमीर आदमी की कमीज के साथ क्या कुछ हो सकता है थोड़ी देर बाद यह शोर सुनाई दिया कि गांव में यह बात फैल चुकी थी कि किसी मजारे की बेटी के साथ किसी ने ज्यादती कर दी थी और सबूत के तौर पर वहां पर मालिक साहब की क मिली थी

मेरे पति पर इल्जाम लग गया और सारे गांव में बात आग की तरह फैल गई वह लड़की भी रो-रो के गवाही दे रही थी कि मेरे साथ यह मालिक ने किया है जबकि ऐसा कुछ भी नहीं था इसका मतलब कि झी ने वह कमीज वहां पर रखी थी मैंने अपने पति से कहा कि यह जूनी कौन है अभी तो इसे लाए थे इसने आपके साथ ऐसा क्यों किया मेरे पति ने मालूमात निकलवाई तो पता चला कि दरअसल वो मेरी सास की सौतन की बेटी थी

इसकी मां मेरे पति की सौतेली मां थी मेरे पति की मां ने इस पर इल्जाम लगाकर इसे इसी तरह हवेली से निकलवाया था क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि इसके सर पर सोतन बैठे और इसी ने अपना बदला लेने के लिए अपनी बेटी को हमारे घर भेजा था और आज ऐसा ही इल्जाम मेरे पति पर लगवाया था बहुत बड़ा खेल खेला गया था और यह सब मेरी वजह से हुआ था मेरे पति ने मुझे खूब बातें सुनाई वह बोला कि तुम जैसी बेवकूफ लड़की आज तक नहीं देखी

तुमने इस पर भरोसा करके इसे मेरी जाति इस्तेमा माल की चीजें दे दी पागल आजकल हालात इतने खराब हैं कि कोई किसी को इस तरह की चीज नहीं देता और देख लो इसने एक कमीज के साथ कितना बड़ा तमाशा बना दिया और तुम्हारे पति पर इल्जाम लगा दिया अगर यह इल्जाम झूठा भी साबित होगा तब भी मेरी कितनी बदनामी होगी अब यहां पर पंचायत बिठाई जाएगी और इसमें मुझे यह सब साबित करना पड़ेगा और जब यह सारी बातें बताई जाएंगी

तो सब तुम्हें कितना बेवकूफ समझेंगे सब यही कहेंगे कि कोई भी औरत इतनी बेवकूफ नहीं हो सकती है इसके अलावा यह बात मेरी सास को भी पता थी कि दरअसल यह मेरी वजह से हुआ था मेरी सास ने भी मुझे खूब बातें सुनाई और कहा कि किस किस्म की बेवकूफ लड़की को ले आए हैं मेरे मां-बाप को भी यह बात पता थी मेरी बहुत ज्यादा बेइज्जती हुई मैं जूनी पर हैरान हूं कि जिसने मेरे साथ इतना बड़ा धोखा किया मैंने इसे अपनी दोस्त समझा था

इससे बातें की इसकी परेशानी के लिए परेशान होती रही और इसने मेरे साथ क्या किया गांव में पंचायत बिठा गई मुझे भी जाना पड़ा मेरे पति को भी मेरी सास और इस लड़की के अलावा जूनी भी मौजूद थी मेरी सास ने जूनी की मां को देख लिया था और वह समझ गई थी कि यह उसी का किया धारा है उसने अपनी बदनामी और रुसवाई का बदला पूरे 17 साल बाद लिया है जूनी एक कुंवारी लड़की थी उसकी कोई शादी नहीं हो चुकी थी वह झूठ बोल रही थी

जूनी वहीं बैठी थी मगर मुझे देख नहीं रही थी मेरी आंखों में दुख था जबकि उसकी आंखों में कोई दुख नहीं था वो सर उठाकर सीना तानकर खड़ी थी कि जैसे उसने जो किया अच्छा किया एक तरह से देखा जाए तो उसने अपनी मां का बदला लिया था मेरी सास ने भी बरसों पहले गलत किया था और आज उसी का फल उसे मिल रहा था तमाशा तो बेशक बहुत बना लेकिन झूठ के पांव नहीं होते सच ही जीत कर रहता है

और यह बात साबित करने में मेरे पति को ज्यादा देर नहीं लगी कि जिस दिन का यह कहानी बताया जा रहा था उस दिन तो मेरा पति दूसरे शहर में था और उसने यह कपड़े भी नहीं पहने थे लेकिन जो हुआ बहुत ही बुरा हुआ और मुझे भी बहुत बातें सुनाई गई जूनी और उसकी मां को गांव से निकाल दिया गया क्योंकि उसने एक शरीफ इंसान पर इल्जाम लगाया था उनके साथ भी बुरा हुआ वह दोबारा हमें कभी भी नजर नहीं आई

लेकिन मेरे साथ एक बुरी बात यह हुई कि उसके बाद मेरे पति ने मुझे कभी कोई नौकर रानी नहीं रखने दी और उसके बाद में अपने सारे काम खुद ही करती थी मैंने अपने पति से कितनी दफा कहा कि मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगी मुझ पर भरोसा करें लेकिन अब उसको मुझ पर भरोसा नहीं था और करना भी नहीं चाहिए ताकि जो हरकत मैंने की थी वह ना काबिल माफी थी मुझे अभी भी लोग बेवकूफ कहते थे और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं अपनी इस छाप को कैसे बदलूं

बस फिर मैंने अपने काम से काम रखना शुरू किया और कसम खाई इंसान का तो पता ही नहीं चलता बाद में मैंने कभी किसी पर भरोसा नहीं किया फिर मैं उम्मीद से हो गई भगवान ने मुझे एक साथ दो बेटे दे दिए मेरी इज्जत वापस आ गई और साथ मेरी अकल भी क्योंकि इन बच्चों ने मुझे बहुत ज्यादा तंग किया और मेरे साथ कोई मदद करवाने वाला भी नहीं था लेकिन मैं फिर भी यही कहूंगी कि मेरा पति अच्छा था

जिसने फिर भी मेरी मदद की कि मेरी वजह से वह इतना बदनाम हुआ था कि उसकी इज्जत डाउ पर लग गई थी दोस्तों वीडियो कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं

 

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