मैं दिल के हाथो मजबूर हूँ | Love Story in Hindi | Sad And Emotional Hindi Story | Meri Kahaniya Ft-18

Love Story in Hindi : मेरा नाम आशुतोष है मैं अपनी जिंदगी में बहुत खुश था क्योंकि मेरे सारे भाई बहन ही अपनी लाइफ में सेटल थे और फिर मेरी भी शादी के बाद लाइफ सेट हो गई थी लेकिन एक दिन जब मैं ऑफिस से घर आया तो यह देखकर हैरान हो गया था कि रूम में पूरी तरह से अंधेरा छाया हुआ था इससे पहले कि मैं अपनी पत्नी को आवाज देता जब अचानक ही मुझे एक स्मेल महसूस हुई थी

 मैं समझ गया था कि वह मेरे पीछे ही खड़ी हुई है एक झटके से मैंने अपनी पत्नी को अपनी बाहों में भर लिया था और उससे प्यार मोहब्बत भरी बातें करने लगा था मगर वह तो खामोश थी कुछ बोल ही नहीं रही थी मेरा दिल नहीं कर रहा था कि मैं उससे अलग हो जाऊं क्योंकि आज तो उसने मुझे सरप्राइज दिया था उसने मेरी सारी थकावट दूर कर दी थी मैं उससे बहुत शिकायत करता था कि कभी मुझे भी स्पेशल फील करवाया करो 

और आज ही उसने मेरी सारी शिकायतों को पूरा कर दिया था मैं बहुत ही खुश हुआ था लेकिन ना जाने क्यों व कमरे से बाहर चली गई थी पर उसके जाने के थोड़ी देर के बाद जैसे ही वह दोबारा से कमरे के अंदर आई तो उसकी हालत काफी बिगड़ी हुई लग रही थी जैसे वह हर रोज होती थी वह मुझसे पूछने लगी कि आप कब आए अपनी पत्नी की बात सुनकर मेरे तो होश उड़ गए थे क्योंकि वह तो कुछ देर पहले मेरे साथ ही मौजूद थी

 और मैंने उससे काफी सारी बातें भी की थी फिर वह यह कैसा सवाल कर रही थी इससे पहले कि मैं उससे कुछ पूछता जब मेरी पत्नी की सहेली ने उसे आवाज लगाई और वह दोबारा से बाहर चली गई फिर एक दिन मुझे एक ऐसी बात पता चली कि मेरे होश उड़ गए थे जब मैंने आईडिया लगाया कि मेरे साथ कितना बड़ा धोखा किया जा रहा था मेरी उम्र 20 साल थी 

मेरी मम्मी मेरे लिए रिश्ता तलाश करने लगी थी मेरी अच्छी नौकरी थी और मैं अच्छा कमाता था इसलिए मेरी मां की यही कोशिश थी कि जल्द से जल्द मेरी शादी हो जाए ताकि मैं भी अपनी लाइफ में सेटल हो जाऊं क्योंकि मेरे सारे भाई शादी के बाद अपनी-अपनी फैमिलीज के साथ अलग घरों में रह रहे थे मेरी बहनों की भी शादी हो गई थी मैं अपने सारे बहन भाइयों में सबसे छोटा था मैं जैसे ही 25 साल का हुआ तो मेरी मम्मी को मेरी मम्मी की ही दोस्त की बेटी अवंतिका बहुत पसंद आ गई थी 

अवंतिका मिडिल क्लास फैमिली से बिलोंग करती थी हम लोग जैसे ही उसके घर रिश्ता लेकर गए तो उसके साथ उसकी एक फ्रेंड प्रियंका भी मौजूद थी उसकी मम्मी ने बताया था कि प्रियंका और अवंतिका दोनों ही बचपन की फ्रेंड्स हैं इसलिए दोनों हमेशा साथ ही रहती हैं और दोनों के घर भी पासपास ही बने हुए थे ले लेकिन अवंतिका की फ्रेंड प्रियंका बहुत ही चंचल बिहेवियर की थी

 

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 वह मुझसे बहुत हंस-हंस कर बातें कर रही थी कहने को तो वह अवंतिका से ज्यादा खूबसूरत थी लेकिन मुझे अवंतिका पसंद थी क्योंकि अवंतिका बहुत मासूम और संस्कारी लड़की थी जबकि प्रियंका के चेहरे से चालाकी साफ नजर आती थी मेरी मम्मी तो मुझसे कह रही थी कि अगर तुमसे छोटा कोई भाई होता तो मैं अपनी छोटी बहू प्रियंका को बना लेती

 मैं भी बहुत हैरान हो गया था कि आखिर मम्मी को अवंतिका के बजाय उसकी फ्रेंड प्रियंका इतनी अच्छी क्यों लग रही है इसीलिए मैंने मम्मी से कहा कि अगर ऐसी ही बात है तो आप मेरा रिश्ता इसी के साथ तय क्यों नहीं कर देती पर मम्मी कहने लगी कि इस जैसी लड़कियां तो बस दिल बहलाने के लिए ही होती हैं अगर ऐसी लड़की चाहिए जो सारी जिंदगी साथ निभाए और घर आगन को सुखी रखे एक अच्छी लाइफ पार्टनर बनकर दिखाए 

तो मुझे ये सारी उम्मीदें अवंतिका से हैं और अवंतिका से अच्छी लड़की कोई नहीं हो सकती मैं भी उनकी बात से राजी हो गया था इसी तरह तरहा मेरी शादी अवंतिका से हो गई थी पर शादी के एक महीने बाद ही मेरी मम्मी की तबीयत बहुत खराब रहने लगी थी मम्मी के होते हुए अवंतिका की फ्रेंड हमारे घर पर बिल्कुल भी नहीं आती थी हालांकि अवंतिका रोज कॉल करके उसे बुलाया करती थी 

वो दोनों बहुत पक्की फ्रेंड्स थी और हर दिन एक दूसरे के साथ ही गुजारती थी लेकिन जब से अवंतिका की शादी हुई थी प्रियंका और अवंतिका दोनों ही अलग हो गई थी प्रियंका को मेरी मां का डर था क्योंकि शादी वाले दिन मेरी मम्मी ने उसके हंसी मजाक पर रोक लगाने के लिए कहा था और यह बात प्रियंका को अच्छी नहीं लगी थी उसे ऐसा लगा था जैसे मेरी मम्मी ने उसकी इंसल्ट कर दी हो फिर कुछ समय के बाद मेरी मम्मी की डेथ हो गई थी मेरी शादी को अभी चार महीने ही गुजरे थे जब मेरी मम्मी मुझे छोड़कर चली गई थी

 मैं बहुत अकेला हो गया था जिसकी वजह से मेरी पत्नी ने मुझे बहुत संभाला था अवंति का मेरा बहुत ख्याल रखती थी और उसने मेरे घर को भी अच्छी तरह से संभाला हुआ था वह मेरे ऑफिस जाने के के बाद घर पर अकेली होती थी लेकिन एक दिन वह कहने लगी कि अगर आप मुझे परमिशन दो तो मैं अपने पास प्रियंका को ले आऊं उसकी बात सुनकर पहले तो मैं चौक गया था 

मुझे उसकी फ्रेंड प्रियंका की शरारतें याद आने लगी थी प्रियंका और अवंतिका की उम्र में 2 साल का फर्क था लेकिन उसकी हरकतें बिल्कुल बच्चों वाली थी वह मुझसे ऐसे फ्री हो जाती थी जैसे मैं उसको बहुत अच्छी तरह से जानता हूं और हम दोनों की उम्र एक जितनी ही हो मुझे उसका यह बिहेवियर बिल्कुल भी पसंद नहीं था इसलिए मैंने सीरियस होकर अपनी पत्नी से कहा कि ठीक है लेकिन तुम्हारी दोस्त अगर रात को ही अपने घर वापस चली जाए तो बहुत बेहतर होगा मेरी पत्नी ने मेरी बात मान ली थी

 इस तरह दिन के समय पर प्रियंका हमारे घर पर आ तो जाती थी पर वह मेरे आने से पहले-पहले घर वापस चली जाती थी मैं भी इस बात पर खामोशी रहता था मैंने कभी भी अपनी पत्नी से उसकी सहेली के बारे में कोई बातचीत नहीं की थी पर एक दिन अवंतिका कहने लगी कि प्रियंका के माता-पिता नहीं है उसकी जिम्मेदारी मेरी मां पर ही है और हम लोग उसकी शादी करना चाहते हैं

 अगर आपकी नजर में उसके लिए कोई परफेक्ट रिश्ता हो तो मुझे जरूर बताना मैंने भी यही सोचा कि अच्छी बात है उसकी फ्रेंड की जितनी जल्दी शादी होगी तो वह अपने घर में खुश हो जाएगी और सट भी हो जाएगी उसका ध्यान इधर-उधर की बातों पर नहीं जाएगा लेकिन मैंने उसके लिए बहुत सारे रिश्ते तलाश किए थे पर कोई ऐसा रिश्ता था ही नहीं जो मेरी पत्नी या फिर प्रियंका के भाई को पसंद आता फिर दिन इसी तरह से गुजरने लगे थे

 जब मेरी पत्नी ने यह गुड न्यूज़ सुनाई कि वह प्रेग्नेंट है मैं बहुत खुश हो गया था क्योंकि धीरे-धीरे करते हुए मेरी शादी को एक साल हो गया था और अभी तक हम दोनों इस गुड न्यूज़ का इंतजार कर रहे थे अब वह एक किरण हमें नजर आ गई थी मेरी पत्नी की हालत काफी सीरियस हो गई थी क्योंकि वह अकेली थी और घर के सारे काम खुद ही किया करती थी डॉक्टर ने उसे प्रॉपर बैड रेस्ट के बारे में बताया था

 क्योंकि उसको बहुत ज्यादा कमजोरी आ गई थी वह तो अब मेरा खाना भी नहीं बनाती थी मैं जब भी ऑफिस से आता तो बहुत थका हुआ होता था कभी तो मार्केट से खाना ले आता था और कभी खुद ही किचन में जाकर खाना बना लिया करता था मैं अपनी पत्नी को कोई भी काम करने नहीं देता था इस सबसे तंग आकर मेरी पत्नी ने मुझसे कहा कि अगर आप मुझे परमिशन दो तो मैं कुछ दिनों के लिए अपने पास प्रियंका को रख लेती हूं 

मैं पहले तो खामोश हो गया लेकिन फिर सोचने लगा कि अगर प्रियंका हमारे घर आ जाएगी तो कम से कम इस चीज की तो परेशानी खत्म हो जाएगी और खाने को भी कुछ मिल जाएगा यह सोचकर मैंने उसे कह दिया कि चलो ठीक है तुम उसे बुला लेना लेकिन मैं परेशान हो गया था कि उसके दोस्त का खर्चा भी अब मुझे ही उठाना पड़ेगा कहने को तो उसका एक भाई भी था लेकिन वह अपनी बहन पर ज्यादा ध्यान नहीं देता था

 उसके मां-बाप उसे इस दुनिया में छोड़कर चले गए थे वह ज्यादातर अवंतिका के घर पर ही रहती थी यहां आकर उसके खर्चे मेरे ऊपर ही पड़ने थे लेकिन वह मेरी पत्नी का ख्याल रखती बस यही मेरे लिए काफी था अब जैसे ही मैं घर में पहुंचा तो घर का शोर शराबा देखकर मैं समझ गया था कि मेरी पत्नी की सहेली आ गई है जैसे ही मैं घर में गया तो वो मेरे पास आकर बैठ गई उसने मुझे गुड इवनिंग कहा और अजीब अजीब तरह के सवाल करने लगी 

पूछने लगी कि सारा दिन मेरा ऑफिस में कैसा जाता है और वो मुझसे मेरे ऑफिस में लड़कों के बारे में पूछने लगी मैं उसे एक हद तक ही जवाब देता था फिर मैं अपने काम में बिजी हो जाता लेकिन अब तो वह मेरे पीछे ही पड़ी रहती थी ना जाने वोह मुझसे क्या चाहती थी मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि मैं इससे पीछा कैसे छुड़ा हं मैं जहां भी जाता वह मेरे पीछे-पीछे चली आती मैं अपनी पत्नी से इस बात की शिकायत करता रहता था

 वो भी उसे समझाती थी मैंने अपनी पत्नी से कहा कि तुम्हारी दोस्त कैसी है वो मुझसे अजीब अजीब सवाल करती है और मेरे पास उन सवालों का कोई जवाब नहीं होता मेरे ऑफिस के दोस्तों के बारे में मुझसे पूछती रहती है मेरी पत्नी कहने लगी दरअसल इसके माता-पिता बचपन से ही इसे छोड़कर चले गए थे इसलिए इसकी पढ़ाई लिखाई का खर्चा मेरे माता-पिता से जितना हो सका उन्होंने कर दिया

 और इसका भाई तो गलत संगतो में पड़ा हुआ है इसलिए अपनी बहन पर ध्यान ही नहीं देता अपने माता-पिता का और भाई का प्यार ना मिलने की वजह से वह आजाद ख्यालों की है शायद वह आप में एक भाई को तलाश करती है अपनी पत्नी की बात सुनकर मैं हंसने लगा था क्योंकि मैं जानता था कि उसकी गलत नजरें मुझ पर होती हैं ऐसी नजरें कोई भी लड़की अपने भाई पर नहीं डालती 

इसलिए ऐसा तो बिल्कुल भी नहीं था कि वह मुझे अपना भाई समझती हो लेकिन यह बात अगर मैं अपनी पत्नी से कहता तो शायद उसका मूड खराब हो जाता और इस कंडीशन में मैं उसका मूड खराब नहीं करना चाहता था इसीलिए मैं उसकी बात को इग्नोर कर चुका था दिन इसी तरह से गुजर रहे थे मेरी पत्नी के अंदर काफी चेंजेज आ गए थे वह पहले जैसी खूबसूरत तो नहीं रही थी

 क्योंकि मां बनने के लिए एक औरत को बहुत सी कुर्बानियों से गुजरना पड़ता है और अवंतिका भी इस स्टेज पर थी उसमें वह चमक नहीं थी जो पहले हुआ करती थी मैं जब भी उसकी फ्रेंड को देखता था तो मुझे अवंतिका का वह समय याद आ जाता था जब वह अपनी सहेली के जितनी ही खूबसूरत थी लेकिन फिर मैंने अपनी सोच पर काबू पाया था और खुद को समझाया कि मेरी पत्नी लाखों में एक है वह बहुत समझदार है 

और कुछ ही दिन के बाद वह फिर से अपनी अच्छी कंडीशन में आ जाएगी वोह मुझे फिर से इतनी ही अच्छी लगेगी जितनी की पहले थी इसी वजह से मैंने फैसला कर लिया था कि मुझे इंतजार करना पड़े तो मैं इंतजार कर लूंगा लेकिन मैं अपने आप को बिल्कुल भी बहकने नहीं दूंगा ऐसे ही दिन गुजर रहे थे अब जब मैं ऑफिस से घर वापस आता तो प्रियंका ने मेरे लिए खाना बनाया हुआ होता था लेकिन मैं जैसे ही खाना खाने के लिए बैठता तो प्रियंका भी मेरे पास आकर बैठ जाती थी 

और कहती थी कि जीजू आपने बताया नहीं कि आपको खाना कैसा लगा उसकी बात पर मैं खामोश रह जाता था एक दिन तो उसने हद ही कर दी थी जब उसने मेरे सामने से प्लेट अपनी तरफ कर ली और कहने लगी कि जब तक आप बताओगे नहीं कि खाना कैसा लगा तब तक मैं आपको खाना खाने नहीं दूंगी यह सुनकर तो मैं अंदर से बहुत गुस्से में हो गया था लेकिन मैंने अपने ऊपर कंट्रोल कर लिया था और उससे कहा कि देखो खाना चाहे जैसा भी हो 

जब इंसान को भूख लगती है तो वह हर तरह का खाना खा लेता है इसलिए तुम मुझे खाना वापस कर दो उसने जल्दी से मुझे प्लेट वापस कर दी थी उस दिन के बाद से ही मुझे उससे चिल होने लगी थी अब मैं उससे दूर ही रहता था लेकिन मैं क्या कर ता मैं बहुत मजबूर था वही मेरे सारे काम करती रहती थी यहां तक कि वह मेरे कपड़े तक धो दिया करती थी एक दिन तो मैं ऑफिस जाने के लिए तैयार होने लगा

 जब अचानक उसने मेरी ब्लैक शर्ट मेरे पास लाकर रख दी और कहने लगी कि आज आप यही शर्ट पहनकर ऑफिस जाओगे उसकी बात पर मुझे बहुत हैरानी हुई थी मैं कहने लगा देखो तुम्हें इस बात का कोई हक नहीं बनता और मुझे ब्लैक कलर पसंद नहीं है इसलिए मैं यह नहीं पहनूंगी पर वह कहने लगी कि नहीं मैंने तो यही शर्ट आपके लिए निकाल कर रखी है इसलिए आपको मजबूरन यही शर्ट पहननी पड़ेगी मैं भी उसके जिद के आगे हार गया था और वो बहुत से काम करने पर मुझे मजबूर कर देती थी 

मेरी पत्नी को बिल्कुल भी पता नहीं होता था कि उसकी दोस्त मुझे किस हद तक तंग करती है अभी तो मेरी पत्नी बैड रेस्ट पर थी मैं तो अब दिन गिन रहा था कि कब उसकी कंडीशन बेहतर हो और फिर से उसकी फ्रेंड अपने घर को वापस चली जाए मेरा तो दिल कर रहा था कि टाइम आने पर मैं इसे धक्के देकर घर से निकाल दूंगा क्योंकि यह इसी काबिल थी वह ऐसी लड़की नहीं थी जिसके साथ इज्जत से बात की जाए मैं तो उसके इस बात पर बहुत हैरान हो गया था

 जब उसने मुझसे कहा था कि अगर आपको कोई लड़का अच्छा लगे तो प्लीज मुझसे जरूर मिलवा उसकी बात पर मुझे बहुत गुस्सा आया था और मैंने उससे कहा कि क्या तुम्हें अपनी इज्जत की कोई परवा नहीं है मैं तुम्हारा भाई हूं क्या तुम अपने सगे भाई से भी इसी तरह से बात करती हो तुम्हारे अंदर कोई तमीज नहीं है मैं तुम्हारी शिकायत अवंतिका से जरूर करूंगा जैसे ही उसने मुझे गुस्से में देखा तो व एकदम से खामोश हो गई थी उसका चेहरा फूल गया था

 मैं समझ गया था कि उसे मेरी बात का बुरा लगा है पर ऐसा करना जरूरी था ताकि वह अपनी औकात ना भूले वह खामोश हो गई थी अब वह घर पर भी होती थी लेकिन मुझे उसकी आवाज तक नहीं आती थी यह देखकर तो अवंतिका भी हैरान हो गई थी वह प्रियंका से कहने लगी क्या हुआ है आजकल तुम बड़ी खामोश खामोश से रह लगी हो पहले तो तुम बहुत बोलती थी अवंतिका की बात सुनकर भी वह खामोशी रही थी 

जबकि दूसरी तरफ मैं अब अपनी पत्नी को यही कहता था कि कभी तुम मेरे लिए भी तैयार हो जाया करो तुम्हारी हालत ठीक नहीं है लेकिन तुम मेरे लिए कम से कम अपना लिया तो ठीक कर सकती हो ताकि मैं जब ऑफिस से आऊं तो तुम्हें देखकर मेरी सारी थकावट दूर हो जाए मेरी बात सुनकर मेरी पत्नी खामोश हो गई थी लेकिन फिर कहने लगी यह मेरी गलती है मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था लेकिन आप देखना मैं आपको बहुत अच्छा सरप्राइज दूंगी वह मुझसे यह बातें कर ही रही थी जब अचानक मेरी नजर सामने पड़ी जहां पर प्रियंका खड़ी हुई थी

 उसने चाय का कप थामा हुआ था मुझे बहुत गुस्सा आया था कि उसने हम दोनों की पर्सनल बातें सुन ली थी उसको यह हक नहीं बनता था पर अवंतिका को देखकर मैं खामोश रहा मैंने उससे कुछ नहीं कहा था वह अंदर आई और उसने चाय का कप टेबल पर रख दिया था और फिर वह वापस चली गई इसके अगले दिन जैसे ही मैं ऑफि से घर आया था तो मेरे कमरे में अंधेरा छाया हुआ था मुझे कुछ भी नजर नहीं आ रहा था जब अगले ही पल मुझे अजीब सी स्मेल आई मैं समझ गया था कि यह तो इस परफ्यूम की स्मेल है 

जो मैंने अपनी पत्नी को गिफ्ट किया था मैंने जल्दी से अपनी पत्नी को बाहों में भर लिया और उससे प्यार मोहब्बत भरी बातें करने लगा मेरा तो खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था कि मेरी पत्नी ने इतनी जल्दी मेरी बात मान ली है मैंने उसे कहा कि मुझे नहीं पता था कि तुम इतनी जल्दी मुझे सरप्राइज दे दोगी पर वह शर्माने की वजह से कुछ बोलही नहीं रही थी इससे पहले कि मैं उससे कुछ कहता वह फौरन ही कमरे से बाहर निकल गई

 मैं हैरान हो गया था कि वह शर्मा करर बाहर क्यों चली गई मैंने उसके जाने के बाद लाइट ऑन की जैसे ही मैं पीछे पलटा तो यह देखकर हैरान रह गया कि मेरी पत्नी कमरे में आई थी और उसकी हालत तो बहुत ज्यादा खराब हो रही थी वह बिल्कुल बिगड़ी हुई हालत में थी जैसे कि रोज होती थी मुझसे कहने लगी कि क्या हुआ है आप कब आए मैंने दिल में सोचा कि यह किस तरह का सवाल कर रही है

 तभी अचानक प्रियंका की आवाज आ गई वह मेरी पत्नी को बुला रही थी मेरी पत्नी दोबारा वापस चली गई और मुझे उससे बात करने का कोई मौका ही नहीं मिला उस दिन के बाद से ही मेरी पत्नी मुझसे दूर-दूर रहने लगी थी पता नहीं उसको क्या हो गया था कभी तो मुझे ऐसा लगता था शायद मेरी ही गलती हो जो मैंने उसे अपने करीब किया लेकिन यह तो मेरा हक था मैंने फैसला कर लिया था कि मैं उससे पूछकर ही रहूंगा कि वो मुझसे नाराज क्यों है उस रात को मैंने अपनी पत्नी से कहा कि हमारे यहां नन्हा बच्चा आने वाला है

 लेकिन तुम्हारा मूड मुझसे उखड़ा उखड़ा हुआ है आखिर ऐसी भी क्या वजह हो गई है तो वह कहने लगी कि मैं नहीं जानती थी कि मैं इतनी जल्दी आपके दिल से उतर जाऊंगी और कोई दूसरी लड़की आपके दिल में बस जाएगी लेकिन मुझे यह जानकर बहुत हैरानी हुई कि आखिर मुझ में ऐसी क्या कमी थी अपनी पत्नी की बात सुनकर मैं शॉक्ड रह गया था मैंने उससे कहा कि तुम यह कैसी बातें कर रही हो 

मैंने आज तक किसी लड़की को आंख उठाकर तक नहीं देखा और तुम इस तरह की बातें कर रही हो आखिर मेरी गलती क्या है पर मेरी यह बात जानकर वह जल्दी से दूसरी तरफ को हो गई थी और करवट लेकर सो गई थी उसने मेरी किसी भी बात का जवाब नहीं दिया था फिर मैंने भी सोचा कि मुझे उसे तंग नहीं करना चाहिए क्योंकि उसकी कंडीशन ठीक नहीं है दो दिन बाद उसे अस्पताल भी लेकर जाना है यही सोचकर मैंने इस टॉपिक को खत्म कर दिया था और इस पर कोई बात ना करने का फैसला कर लिया था

 अगले दिन मेरी नजर जैसे ही प्रियंका पर गई तो वह इसी तरह से खामोश होकर अपना काम कर रही थी कभी-कभी तो मुझे ऐसा लगता था जैसे यह सब प्रियंका का ही किया धरा है शायद वही मेरी पत्नी को मेरे खिलाफ कर रही थी लेकिन वह ऐसी बिल्कुल भी नहीं थी कि अपनी ही बेस्ट फ्रेंड का घर खराब करती अब मुझे बहुत परेशानी हो रही थी लेकिन इस परेशानी के साथ-साथ भगवान ने हमें एक प्यारी सी बेटी भी दी थी यह खुशखबरी जैसे ही मैंने सुनी मैं तो बहुत खुश हो गया था मुझे अपनी पत्नी से बहुत प्यार होने लगा था 

इस खुशी से तो मेरी पत्नी भी नाराजगी भूल गई थी और मेरे साथ फिर से बिल्कुल ठीक हो गई थी हम दोनों बहुत खुश थे इसी खुशी में जब मैं ऑफिस गया और शाम को जल्दी घर वापस आ गया था लेकिन मैं जैसे ही घर पर आया तो घर का माहौल ही बदल गया था मेरी पत्नी मेरे सामने खड़ी हो गई थी और मुझे गुस्से से घूर रही थी जबकि प्रियंका रोती हुई उसके पास खड़ी हुई थी मैं उसे कहने लगा कि प्रियंका को क्या हुआ बताओ तो सही मेरी पत्नी बोली कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि आप ऐसी हरकत करोगे

 उसकी यह बात सुनकर मैं हैरान हो गया था मैं गुस्से से कहने लगा कि तुम कैसी बातें कर रही हो आवंतिका अचानक तुम्हें क्या हो गया है अभी मैंने इतना ही कहा था कि अचानक मेरी पत्नी ने मुझ पर हाथ उठा लिया उसने मेरे गाल पर थप्पड़ मार दिया था यह देखकर मैं हैरान हो गया था लेकिन इसके साथ ही उसने प्रियंका का हाथ पकड़ा और घर से चली गई थी मैं हैरानी से उसे देख रहा रहा था मैं यही सोच रहा था कि क्या मेरी पत्नी को मुझ पर इतना भी भरोसा नहीं और ऐसा भी उसने क्या देख लिया कि वह यह सब करने पर तुली हुई है

 मैं परेशान हो गया था और सोच सोच कर मुझे डर लगने लगा था मैं इस घर में अकेला रह गया था मुझे प्रियंका से नफरत होने लगी थी कि यह सब उसी की वजह से हो रहा है वह मुझसे चिपकती रहती थी व ही नहीं चाहती थी कि मैं उसके फ्रेंड के साथ खुश रहूं क्योंकि वह मुझ पर डोरे डालती थी अब मुझे यही लग रहा था कि उसने अवंतिका के कान भरे होंगे और मेरे खिलाफ उसे किया होगा मैं उस रात बदले की आग में जलने लगा था

 लेकिन मैं चाहता था कि यह मामला किसी ना किसी तरीके से निपट जाए अचानक ही मुझे एक दिन अवंतिका की कॉल आई और उसने मुझसे डिवोर्स की मांग की यह सुनकर तो मेरे होश उड़ गए मैं अपनी बेटी को कभी भी खोना नहीं चाहता था लेकिन इसके अलावा मेरे पास और कोई चारा भी नहीं था क्योंकि अवंतिका मेरी बात सुनने को तैयार ही नहीं थी और उसने ठान लिया था कि वह मुझसे डाइवोर्स ले लेकर ही रहेगी मैंने उसे समझाने की कोशिश की और कहा कि एक बार बैठकर बात कर लेते हैं 

तुम आखिर बताओ तुम्हें मेरी किस बात से परेशानी है जब अवंतिका कहने लगी कि तुम अच्छे पिता नहीं बन सकते क्योंकि तुम अच्छे आदमी नहीं हो इसीलिए मैं नहीं चाहती कि आगे आने वाली जिंदगी में मेरी बेटी पर कोई बुरा असर पड़े इसलिए मैं तुमसे अलग होना चाहती हूं यह सुनकर मैं परेशान हो गया लेकिन मैं एक मर्द था मेरे अंदर ईगो भी था इसलिए मैंने उसे डिवोर्स दे दिया था अब मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता था मैं अपनी लाइफ में बिजी हो गया था जबकि अंदर ही अंदर मैं बदले की आग में जल रहा था

 मेरा दिल करता था कि मैं अपनी बेटी से जाकर मिलूं इसलिए अब मैं अवंतिका के पास चला जाता था लेकिन सिर्फ एक हद तक ही जाता था जब एक दिन अवंतिका कहने लगी कि काश आपने वह सब नहीं किया होता तो आज हमारे बीच यह दूरी नहीं होती मैं अभी तक आपकी ही पत्नी होती उसकी बात सुनकर मैं उससे कहने लगा कि यह तुम कैसी बात कर रही हो मैंने कब तुम्हारे साथ कुछ गलत किया है वह कहने लगी मैं आपको सबूत भी दिखा सकती हूं और आप उसको देखकर हैरान हो जाओगे कि आपने एक मासूम लड़की के साथ जबरदस्ती की है

 यह इल्जाम सुनते ही मेरे पैरों तले से जमीन निकल गई थी इतना घिनौना इल्जाम वह मुझ पर लगा रही थी मैंने उससे कहा ठीक है मुझे वह सबूत तो दिखाओ जब अवंतिका ने मुझे मोबाइल में वह रिकॉर्डिंग दिखाई जिसे देखकर मैं हैरान रह गया मुझे तो अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मैं यह क्या देख रहा हूं मैं तो उसी समय अपनी पत्नी के साथ मौजूद था मैंने अवंतिका से कहा तुम वह बात भूल गई

 जब तुम मुझे सरप्राइज देने के लिए कमरे में आई थी और तुमने लाइट्स ऑफ कर दी थी यह तो उसी समय की वीडियो है तो इसे क्यों बीच में ला रही हो अवंतिका कहने लगी देखो तुम मेरी फ्रेंड के साथ जबरदस्ती कर रहे हो तुमने उसका फायदा उठाया है वह कमरे में पानी रखने के लिए गई थी लेकिन कमरे से बाहर आने के बाद उसने रोते-रोते मुझे बताया कि आपने उसके साथ अच्छा नहीं किया यह सुनते ही मेरे होश उड़ गए थे

 कि यह मैं क्या सुन रहा हूं मैंने अवंतिका से कहा कि ठीक है तुम अभी प्रियंका को बुलाओ अभी दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा मैं उससे तुम्हारे सामने पूछूंगा कि क्या मैंने उसके साथ यह सब कुछ किया है अवंतिका कहने लगी वह तब से ही आपके साथ डर कर रहती थी तभी तो मैं सोचती थी कि मेरी फ्रेंड इतनी चंचल थी लेकिन हमारे घर में आते ही उसे क्या हो गया था पर यह तो आप ही के कर्म थे जिसकी वजह से मेरी फ्रेंड डरी सहमी हुई रहती थी 

अवंतिका की यह बातें सुनकर तो मैं हक्का बक्का रह गया और उसके फ्रेंड से तो मुझे बहुत नफरत महसूस हो रही थी मैंने कहा ठीक है अब तुम अपने रास्ते जाओ और मैं अपने रास्ते अब मुझे कोई परवा नहीं है मैं अपने घर वापस आ गया था मुझे तो अवंतिका से भी अब नफरत हो रही थी कि उसने हमारे रिश्ते पर भरोसा नहीं किया और डाइवोर्स लेने का फैसला कर लिया उसने अपने पति पर भरोसा नहीं किया और अपनी इस चालाक सहेली पर भरोसा कर बैठी वह एक दलदल में फंस गई थी

 लेकिन मैं भी नहीं चाहता था कि मैं एक अंधे को रास्ता दिखाऊं इसलिए मैंने कोई मेहनत नहीं की इसी तरह से 3 साल गुजर गए थे और मेरा प्रमोशन हो गया था पर मैं कहां जानता था कि मेरा सामना दोबारा से अपने गुजरे हुए वक्त से हो जाएगा एक दिन मैं अपने ऑफिस में बैठा हुआ था और नए लोगों को काम दे रहा था अचानक मेरे सामने अवंतिका की फ्रेंड प्रियंका आ गई उसे देखकर मुझे बहुत गुस्सा आया था

 लेकिन मैंने खुद पर पर कंट्रोल किया और सोचा कि यह मौका बहुत अच्छा है अब मैं इससे ऐसा बदला लूंगा कि यह सारी जिंदगी याद रखेगी मैं उसे देखकर मुस्कुराने लगा था पर वह हैरान हो गई और कहने लगी आपने मुझे पहचाना नहीं मैं अवंतिका की फ्रेंड प्रियंका हूं मैंने उससे कहा हां मैं तुम्हें जानता हूं बट तुम यहां पर क्यों आई हो वह कहने लगी मुझे जॉब चाहिए मैंने उसका इंटरव्यू लेना शुरू कर दिया प्रियंका कहने लगी मैं जानती हूं आप मुझे जॉब नहीं दोगे 

क्योंकि आप को लगता है कि मैंने वह सब कुछ प्लान किया था लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था उसकी यह फालतू बातें सुनकर मेरा दिमाग चकराने लगा था क्योंकि मैं जानता था कि वह मुझे अपनी बातों में लेने की कोशिश कर रही है लेकिन मैंने उससे कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है अगर तुम अच्छा इंटरव्यू दोगी तो मैं तुम्हें जॉब पर रख लूंगा मेरी बात सुनकर वह हैरान रह गई उसने मुझे इंटरव्यू दिया और फिर मैंने उसे कह दिया कि कल से तुम ऑफिस जॉइन कर सकती हो वो खुश हो गई थी 

लेकिन अचानक ही मैंने उसे रोक लिया और उसे अपने पास बुलाया वह हैरान हो गई थी वह धीरे-धीरे चलती हुई मेरे करीब आई तो मैंने उसे और करीब बुलाया यह सुनकर तो उसके होश उड़ गए थे लेकिन वह उसी जगह पर रुक गई थी जब मैंने उससे कहा कि क्या तुम जॉब नहीं चाहती उसकी आंखों में एक चमक आ गई थी फिर वह मेरे करीब आ गई मैंने उससे कहा कि यह सब तुम अवंतिका से बिल्कुल भी मत कहना वरना मैं तुम्हें जॉब नहीं दूंगा

 उससे कह देना कि तुम्हें कहीं और जॉब मिली है वह इस बात पर एग्री हो गई और फिर भाग कर बाहर चली गई मैंने सोच लिया था कि अब मैं इसको इतनी बड़ी सजा देने वाला हूं जिसके बारे में वह सोच भी नहीं सकती अगले दिन वह ऑफिस में आ गई थी मैं उसे बहाने से अपने पास बुला लेता था उससे कॉफी बनवा तो कभी उसे कोई काम दे देता लेकिन मेरी यही कोशिश थी कि मैं उसे मुश्किल से मुश्किल काम दूं 

वो लड़की वैसे तो दिमाग की बहुत तेज थी काम करते हुए कोई गलती ही नहीं करती थी जिस पर मैं उसे डांटता एक दिन मैंने उससे कहा कि तुम्हें मेरे साथ चलना है क्योंकि मेरी एक बहुत इंपॉर्टेंट मीटिंग है हम दूसरे शहर जाएंगे यह खबर सुनते ही वह परेशान हो गई और कहने लगी सर मैं यह काम नहीं कर सकती मुझे इस चीज की परमिशन नहीं है मैंने उसे कहा ठीक है फिर तुम यह जॉब क्यों कर रही हो

 कल से तुम ऑफिस मत आना वह परेशान हो गई लेकिन लास्ट में उसे मानना ही पड़ा मैं जानता था कि वह मेरी बात जरूर मानेगी मैं उसे लेकर दूसरे शहर चला गया मैंने जैसे ही मीटिंग पूरी की उसे एक कमरे में भेज दिया और कुछ देर बाद मैं भी उस रूम में चला गया व काफी परेशान हो रही थी और समझ गई थी कि उसके साथ अब कुछ गलत होने वाला है मैं उसके करीब बढ़ने लगा

 फिर अचानक मैंने उससे कहा देखो प्रियंका तुम्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है मैं तुम्हारे सामने हूं मैं तुम्हारा बॉस नहीं हूं मैं तो तुम्हारा जीजू भी हूं और तुम ही तो पहले हमेशा मेरे आसपास मंडराती रहती थी और मुझसे अजीब अजीब सवाल करती थी अब तुम्हें क्या हुआ है तुम वही प्रियंका हो ना मेरी बात सुनकर वह मुस्कुराने लगी मैंने उससे कहा मैं जानता था कि तुम मुझे पसंद करने लगी हो यह सुनकर तो वह बिल्कुल बौखला ही गई वह घबराते हुए कहने लगी ऐसी बात नहीं है 

मैंने मुस्कुराकर उससे कहा तुम्हें मुझसे घबराने की जरूरत नहीं है मेरा तुम्हारी सहेली के साथ अब कोई रिश्ता नहीं है और अब मैं भी यही चाहता हूं कि हम दोनों एक दूसरे से शादी कर लें यह सुनते ही वह चौक कर मुझे देखने लगी और कहने लगी मैं यह सब नहीं कर सकती देखो मुझे पैसों की जरूरत है मैं आपको क्या बताऊं कि मैं कितनी मजबूर हूं प्लीज बस मेरी मदद कर दो इसके अलावा मुझे कुछ भी नहीं चाहिए

 मुझे जॉब जरूर करनी है मैंने उससे कहा देखो अगर तुमने मुझसे शादी नहीं की तो मैं तुम्हें जॉब से निकाल दूंगा वह मेरी बात से परेशान तो हो गई थी लेकिन उसके पास कोई चारा नहीं था क्योंकि उसके सारे डॉक्यूमेंट मेरे पास थे और वह जानती थी कि मैं उसके डॉक्यूमेंट नहीं दूंगा इसलिए वह मजबूर होकर कहने लगी कि ठीक है मैं आपसे शादी कर लूंगी लेकिन प्लीज इस बारे में मेरे भाई भैया अवंतिका और उसकी फैमिली को कुछ पता नहीं चलना चाहिए

 इस तरह मैंने प्रियंका को अपनी बातों में बहला फुसलाकर उसके साथ शादी तो कर ली लेकिन मैंने उससे शादी करने के बाद कभी उसे वह इज्जत और मान सम्मान नहीं दिया था जो एक पत्नी का होता है क्योंकि मेरा उससे शादी का मकसद तो कुछ और ही था वह मेरे आसपास रहती थी और बहाने बहाने से मेरे पास आती थी लेकिन मैं उसके इंसल्ट करके उसे बाहर भेज दिया करता था और उसे ज्यादा मुंह नहीं लगाता था एक एक दिन में कामयाब हो गया था 

और मैंने सोच लिया था कि अब वह समय आ गया है जब मुझे अपने काम को अंजाम देना चाहिए फिर मैंने प्रियंका को अपने ऑफिस बुलाया वह हैरान हो गई थी क्योंकि पहली बार मैंने उसे शादी के बाद अपने पास बुलाया था वह कहने लगी सर क्या हुआ है आपको कुछ चाहिए था क्या मैं उसकी तरफ देखने लगा जब मैं होश में आया और उससे कहने लगा कि हां आज तुम मेरे साथ मेरे घर चलो यह सुनकर तो उसकी सांसें ही रुक गई थी 

उसके चेहरे पर पसीना साफ नजर आ रहा था वह कहने लगी सर देखिए प्लीज मैं यह सब कुछ नहीं कर सकती मैंने उससे कहा पहले तो तुम मुझे सर कहना बंद करो मुझे आशुतोष कहकर पुकारा करो मैं तुम्हारा पति हूं और मैं तुम्हें अपने घर बुला रहा हूं मेरा तुम पर पूरा हक है इसलिए मैं तुम्हें अपने साथ ले जाना चाहता हूं वो कहने लगी आशुतोष मुझे बचपन से ही अवंतिका के मम्मी पापा ने पाला है

 मैं उन लोगों को क्या जवाब दूंगी मैं रात के समय घर से बाहर नहीं रही हूं मैंने गुस्से से कहा यह तुम्हारा अपना मैटर है अगर तुम मेरे साथ मेरे घर नहीं चली तो मैं हमेशा के लिए तुम्हें छोड़ दूंगा यह बात सुनकर तो वह घबरा गई थी अब मैं जानता था कि इसके पास अब कोई चारा नहीं है वह मेरी बात को जरूर मानेगी और इस तरह वह वापसी पर मेरे घर आ गई लेकिन वह अभी भी घबराई हुई थी

 जैसे उसके साथ बहुत बुरा होने वाला हो लेकिन मैंने उसका हाथ थामा और उसे प्यार से समझाया कि सब कुछ भूल जाओ क्योंकि तुम्हारा पति तुम्हारे साथ है तो तुम्हें किसी के भी बारे में नहीं सोचना चाहिए इस तरह वह मेरी हर बात मानती गई और अब मैं अपने प्लान में कामयाब हो गया लेकिन अगली सुबह वह बहुत परेशान थी कहने लगी अब मुझे अपने घर जाना चाहिए मैंने फिर उसका हाथ थाम लिया और उससे कहा कि तुम्हें यहां से भेजने का मेरा कोई इरादा नहीं है

 इसलिए मैं चाहता हूं कि अब तुम यहीं पर ही रहो वह कहने लगी कि नहीं मुझे घर जाना है जब मैंने उसे डाइवोर्स की धमकी दी तो उसके होश उड़ गए थे उसका श गिर कांपने लगा था मैं यही तो चाहता था कि उसको ऐसा झटका दूंगा वह सारी जिंदगी याद रखेगी वह खामोश हो गई थी और अब मेरे साथ ही रहती थी लेकिन अब मुझे उस पल का इंतजार था और एक दिन वह पल भी आ ही गया था 

अचानक ही प्रियंका को चक्कर आ गए थे जिसकी वजह से वह बेहोश होकर गिर गई थी यह सब देखकर मैं मुस्कुराने लगा था क्योंकि मैं अपने प्लान में कामयाब होने लगा था डॉक्टर ने मुझे गुड न्यूज़ सुनाई थी कि आप पिता बनने वाले हो जैसे ही मैंने प्रियंका को यह खबर सुनाई तो उसके होश उड़ गए थे वह कहने लगी कि ऐसा नहीं हो सकता प्लीज मुझे बचा लो मेरी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी

 मैंने उसका हाथ पकड़ा और उससे कहा कि देखो मैं तुम्हारे साथ हूं तुम्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है वह अब बिल्कुल ठीक थी लेकिन कुछ ही दिनों बाद मैंने उसे डिवोर्स के पेपर तैयार करवा कर दे दिए थे जिन्हें देखकर उसके होश उड़ गए थे और उसे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं आ रहा था मैंने उसे डिवोर्स दे दी थी वह पेपर लेकर बहुत रो रही थी मैंने उसे बताया था कि आज से तुम आजाद हो और तुम अपने घर जा सकती हो 

वह कहने लगी कि आप यह कैसी बातें कर रहे हो मैं आपके बच्चे की मां बनने वाली हूं इसका मतलब क्या है आप मुझे ऐसे नहीं छोड़ सकते जब मैंने उसे वह सब कुछ याद करवाया जब तुमने अपनी फ्रेंड और मेरे बीच गलतफहमी की दीवार खड़ी कर दी थी क्या तुम वह सारी बातें भूल गई हो प्रियंका ने जैसे ही मेरी बात सुनी तो उसके आंसू बहने लगे थे पर वह मेरा हाथ पकड़कर कहने लगी कि दे देखो आप मुझे कोई और सजा दे दो मुझे मंजूर है पर मेरे साथ ऐसा मत करो मेरी इज्जत नीलाम हो जाएगी 

लेकिन मैं तो उसे डिवोर्स दे चुका था अब वह मेरी कुछ भी नहीं लगती थी मैंने उसका हाथ थामा और उसे इस घर से लेकर जाने लगा था मैं उसके घर के दरवाजे के पास खड़ा हो गया था और उसे अंदर भेज दिया था अंदर से रोने की काफी आवाज आ रही थी पर अब मेरा दिल बहुत ही सुकून से था अवंति कभी दरवाजे पर आ गई थी क्योंकि उसे सब कुछ पता चल चुका था मैंने अवंतिका को भी इग्नोर कर दिया था मैंने अपना बदला पूरा कर लिया था

 मुझे पछतावा नहीं था कि मैंने प्रियंका के साथ गलत किया है क्योंकि वह लड़की इसी लायक थी मैं जानता था कि मुझे अवंतिका और प्रियंका दोनों ने मिलकर बहुत बुरा भला कहा था लेकिन मैंने सिर्फ और सिर्फ यह सब कुछ अपने बदले के लिए किया था क्योंकि मैं भी बिल्कुल ठीक था मैंने उस समय कुछ भी नहीं किया था मैं बेकसूर था लेकिन फिर भी मुझे मेरे बच्चे से दूर कर दिया गया था

 और मुझ पर इल्जाम लगा गाए गए थे और मेरे कैरेक्टर पर भी दाग लगाया गया था मैंने ठान लिया था कि अगर वह मुझे ऐसा ही समझती है तो मैं भी ऐसा ही करूंगा लेकिन फिर भी मैंने एक लिमिट कायम कर दी थी मैंने तो प्रियंका के साथ शादी की थी अवंती कभी मुझसे माफी मांग रही थी और मेरी जिंदगी में दोबारा वापस लौटना चाहती थी और प्रियंका भी क्योंकि दोनों को अपनी गलती का एहसास हो गया था 

और वह दोनों मेरे बच्चों की मां थी लेकिन यह बात इन दोनों में से किसी ने नहीं सोची थी कि मैंने उन दोनों को छोड़ दिया था और मैं किसी से कोई मतलब नहीं रखना चाहता था और मैंने अपने दिल को मजबूत बनाकर दोनों के लिए भलाई के रास्ते बंद कर दिए थे और उनसे हर तरह के मतलब खत्म कर दिए थे अवंतिका और प्रियंका अब दोनों एक साथ रहकर एक दूसरे को देख देखकर इस समस्या का हल निकाल रही है

 लेकिन मेरे पास तो उनके लिए कोई इंसाफ नहीं है मैं आप लोगों से रिक्वेस्ट करता हूं कि ऐसे लोगों से सावधान रहिए दोस्तों उम्मीद करती हूं आपको हमारी कहानी पसंद आई होगी 

 

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