मैंने पति को खाने में ज़हर क्यों दिया | Sad And Emotional hindi Story | Sabak Amoz Hindi Story

Sabak Amoz Hindi Story : मेरी शादी होने में कुछ ही घंटे बाकी थे मैं बहुत खुश थी क्योंकि जिससे मेरी शादी हो रही थी वह मेरी बचपन की मोहब्बत थी मैं उससे बहुत प्यार करती थी हमें भगवान ने दूसरा मौका दिया था दूसरा मौका सभी को नहीं मिलता है इसलिए हम बहुत खुश थे पर अचानक से मेरी तबीयत खराब होने लगी अपनी मां को बताया तो उसने कहा कि तू दुल्हन है इसलिए तू डर रही है है परेशान हो रही है

 ऐसा तो सबके साथ होता है मैंने कहा नहीं मम्मी मेरी तबीयत ज्यादा खराब हो रही है मेरी मां ने मूसी को कह दिया कि इसको नींबू पानी पिला दो ऐसे ही परेशान हो रही है लेकिन मेरी तबीयत बिल्कुल ठीक नहीं हो रही थी मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरे पेट में कुछ हो रहा है और मैं जल्द ही दुनिया से जाने वाली हूं फिर मेरी तबीयत इतनी खराब हो गई कि मुझे डॉक्टर के पास जाना पड़ा मैंने अपने होने वाले पति से कहा कि तुम भी साथ चलो

 लेकिन जब डॉक्टर के कमरे में गए तो उसने मेरे कुछ टेस्ट किए उसके बाद उसने कहा कि आपके कुछ और टेस्ट भी करने पड़ेंगे बात बहुत लंबी हो रही थी मेरे होने वाले पति कहने लगे आज तो हमारी शादी है शुभ मुहूर निकल चुका है तो डॉक्टर ने कहा आप शुभ मुहूर्त को छोड़ें मुझे तो इनके साथ कोई और ही मामला लग रहा है पहले मुझे अच्छी तरह से जांच करने दें फिर मैं आपको बताता हूं शुभ मूरत तो निकल चुका था

 लेकिन उसके बाद डॉक्टर ने मेरी मां और मेरे होने वाले पति को भी कमरे से निकाल दिया और जो कुछ मेरे साथ हुआ वह सिर्फ मुझे बताने की बात थी मैं बहुत डर गई उसके बाद उसने ऐसी बात बताई कि मैं हैरान रह गई और यह सोचने लगी कि मेरे साथ यह सब कुछ किसने किया और जब मेरे साथ यह सब कुछ हो रहा था मैं कहां थी मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरे शरीर के अंदर से मेरा सब कुछ मेरे बाबूजी एक बहुत सनकी आदमी थे उसे औरतों पर हुकम जमाने का बहुत शौक था 

उसने पहले मेरी मां का जीना हराम किया और उसके बाद मेरी जिंदगी को भी ऐसा बना दिया कि मैं अपनी मर्जी से कुछ नहीं कर सकती थी लेकिन मेरी मां कहती थी कि जब तक यह जिंदा है हमारी जिंदगी ठीक नहीं होगी और फिर वही हुआ कि मेरे बाबूजी ने अपनी मर्जी से मेरी शादी करवाई जिस आदमी से मेरी शादी करवाई वह उनके दोस्त का बेटा नहीं बल्कि उनका दोस्त था और उनकी उम्र मेरे बाप जितनी थी वह बहुत अजीब तरह का इंसान था

 शक्ल से भी अजीब और हरकतों से भी और यहां तक कि पहले उसकी एक पत्नी भी थी जो अब इस दुनिया में नहीं थी मेरी मां इस बात पर बोलना चाहती थी लेकिन अभी तक मेरी मां की घर में कौन सी बात चलती थी जो यह बात चल जाती उन्होंने कहा कि इस आदमी की तो पहले शादी हो चुकी है तो मेरे बापू ने कहा कि वह कौन सा जिंदा है मर गई है और इतना अमीर आदमी है हमारी बेटी इसके घर में बहुत खुश रहेगी बस मेरे बाबा ने मेरी शादी तय कर दी मेरी मां ने कहा कि मैं कुछ नहीं कर सकती

 तू प्रार्थना कर कि तेरी जिंदगी अच्छी हो या फिर तेरा बापू जल्द ही इस दुनिया से चला जाए तो मैं इस आदमी से तुझे तलाक करवा दूंगी मैंने अपनी मां को कहा कि क्यों मेरे बापू को दुनिया से भेजती हो मेरे पति के मरने की दुआ करो फिर भी पता नहीं मेरे बापू को कब इस दुनिया से जाना था मेरी जिंदगी तो हराम हो रही थी यह तो मेरे बापू से भी ज्यादा हुकम चला रहा था इस घर में बहुत ज्यादा पाबंदियां लगा रखी थी

 और यह मुझे रोज अजीब तरह की गोलियां भी खिलाया करता था जब मैं पूछती थी तो कहता था कि तुम्हें इससे कोई मतलब नहीं होना चाहिए मेरी बात मानो तुम मेरी पत्नी हो मेरी बात मानना तुम्हारा धर्म है ज्यादा सवाल मत करो लेकिन आजकल कौन से जमाने रह गए थे ऐसे सर झुका के बात करने के और जब मैं बीमार ही नहीं होती थी तो यह मुझे किस चीज की गोली खिलाता था 

फिर एक दिन इस घर में एक औरत आई जो इसकी रिश्तेदार थी और डॉक्टर भी थी मैंने बातों-बातों में उससे पूछ लिया कि मेरा पति मुझे गोली खिलाता है वह गोली किस चीज की है उसने कहा कि अरे तुम्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है मुझे पता है अपने रिश्तेदार का मुझे पता है यह ऐसा ही है लेकिन वह गोली तो तुम दोनों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए है उसकी तरफ से परेशान होने की जरूरत नहीं है उसने यह बात बड़े नॉर्मल तरीके से कही थी लेकिन यह बात भी तो कोई अच्छी बात नहीं थी

 पर चलो मैं इस बात पर थोड़ी सी रिलैक्स हो गई कि किसी और चीज की गोली तो नहीं है वैसे इस आदमी के दिमाग में बहुत फालतू बातें भरी हुई थी पता नहीं क्या सोचता रहता था इस घर में मेरी जिंदगी बिल्कुल भी अच्छी नहीं थी मुझ पर बहुत पाबंदियां लगाई गई थी और मुझे इतनी मुश्किल जिंदगी में डाला हुआ था कि मैं अपनी मर्जी से कुछ नहीं कर पाती थी सभी लोग समझते थे कि शायद मैं बहुत खुश हूं 

और मुझे किसी चीज की कमी नहीं है लेकिन ऐसा नहीं था एक और बात बहुत अजीब थी कि मेरा पति जिसका नाम आशीष था कभी-कभी फोन पर किसी से बात करता था और जब भी उससे बात करता मुझे कमरे से बाहर निकाल देता और अगर मैं पास आकर बैठ जाती तो खुद उठकर बाहर चला जाता मुझे नहीं पता था कि यह किससे बात करता है पहले मुझे ऐसा लगा कि जैसे कोई लड़की है लेकिन लड़की नहीं थी शायद कोई आदमी था लेकिन अगर आदमी था तो फिर इस तरह से छुप-छुप कर बात करने की क्या जरूरत थी

 उसकी बातें बहुत अजीब होती थी वह कहता था कि मैं जिसका चाहूं अपने सामने सर झुका सकता हूं किसी में इतनी हिम्मत नहीं जो वह मेरे सामने बोले मैं बड़ा पक्का खिलाड़ी हूं मेरी मां मुझे समझाती थी और कहती थी कि यह आदमी तुझसे बहुत ज्यादा बड़ा है यह ज्यादा दिन जिंदा नहीं रहेगा तू फिक्र मत कर यह इस दुनिया से चला जाएगा लेकिन जब से मेरी उससे शादी हुई थी वह ठीक ही था बीमार होने के बजाय जवान हो रहा था खुद कह रहा था कि जवान लड़की से शादी की है तो जवान हो रहा हूं 

उसको तो कोई ऐसी बड़ी बीमारी भी नहीं थी वह किसी को फोन करके बता रहा था कि मैं बड़ा खुश हूं मेरी पत्नी बहुत अच्छी है मुझे तो ऐसा लगता है मैं फिर से जवान हो गया हूं जब वह इस तरह की बातें करता था तो मुझे उस पर और भी ज्यादा गुस्सा आता था मेरी जिंदगी अजीब हो गई थी एक तरफ मैं अपने पति के मरने की प्रार्थना करती थी और दूसरी तरफ अपने बाबूजी के मरने की वैसे भी वह कब तक जीते यह तो कोई जिंदगी नहीं थी

 ऐसे कौन जीता है मैं जब तंग आ जाती थी तो अपने घर आ जाती थी लेकिन यहां पर भी बाबूजी की बातें खत्म नहीं होती थी एक दिन बाबूजी किसी यात्रा पर चले गए तो मैंने सुख का सांस लिया और अपने पति से कह दिया कि मां की तबीयत खराब है इसलिए घर नहीं आ सकती मेरी मां ने कहा कि मुझे क्यों बीमार बना रही है भगवान सजा देगा मैं सच में बीमार हो जाऊंगी मैंने कहा कि हो जाओ सारे बीमार मेरी जिंदगी भी तो ऐसी गुजर रही है

 मुझे तो अब हर बात पर गुस्सा आता था लेकिन फिर एक दिन राहुल आया जो मेरे कॉलेज का दोस्त था उसने मुझे रास्ते में देख लिया वह बहुत खुश हुआ उसने ने कहा कि मुझे तो लगा कि तुमने शादी कर ली होगी और मैंने कहा कि हां शादी तो कर ली है उसको बहुत बुरा लगा उसने कहा कि लेकिन मैं तुम्हारे घर रिश्ता भेजने वाला था तुम शादी करके बैठी हो तुमने मेरे साथ क्या किया तुम्हें वह दिन याद नहीं है जब मैंने तुम्हें कहा था कि तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो मैंने कहा कि मुझे सब याद है लेकिन तुम ही गायब हो गए थे 

और अगर तुम होते भी तो मेरी शादी इसी आदमी से होनी थी मैं मैंने उसको सब कुछ बता दिया और यह भी बता दिया कि मैं बहुत तंग हूं अब वह भी मेरे साथ मिल गया और उसने कहा कि मैं तुम्हारी मदद करूंगा तुम्हारा इंतजार करूंगा मेरी मां ने मुझे कहा था कि इतनी उत्सुकता भी अच्छी नहीं होती है जो हो रहा है आराम से होने दे नहीं तो तुझ पर भी कोई आपत्ति आ सकती है मैंने कहा कि अब इससे बड़ी आपत्ति क्या होगी शक्ल देखी आपने मेरे पति की ऐसा लगता है कि मेरा बाप नहीं मेरा दादा है 

अब मेरी मां हंसने लगी और मैंने कहा कि आप हंस रही हो तो उसने कहा कि तुम फिक्र नहीं करो मैं तुझे कह रही हूं कि वह तुझसे पहले ही इस दुनिया से चला जाएगा मैंने कहा कि यह तो बच्चों वाली बातें हैं कभी-कभी जवान लोग पहले मर जाते हैं और बूढ़े लोग जिंदा रहते हैं लेकिन मेरे पति को अचानक क्या हुआ है यह मुझे समझ नहीं आया उसने मुझे कहा कि हम लोग हिमाचल चलते हैं बहुत अच्छी जगह है वहां पर एक दो महीने गुजारेंगे मैं नहीं जाना चाहती थी पर मैं इंकार कैसे करती मेरी मां ने कहा कि जाना पड़ेगा

 मैंने कहा कि हिमाचल जाना तो मेरा सपना था लेकिन इस बूढ़े के साथ जाने का मेरा कोई शौक नहीं था और वह मुझे अपने साथ लेकर क्यों गया इस बात पर मैं अभी तक हैरान हूं कि दो महीने कैसे गुजर गए पता ही नहीं चला मुझे कोई भी पूछता कि वहां जाकर क्या किया कैसे वक्त गुजारा तो मुझे कुछ पता ही नहीं होता था ऐसा लगता था कि मैंने सारा वक्त सोकर गुजार दिया था मुझे इतनी नींद आती थी कि मैं सुबह 12:00 बजे उठती थी

 और 2:00 बजे फिर सो जाती थी और बीच में सिर्फ खाना खाती थी और या फिर अपने पति के साथ थोड़ा समय बिता लेती थी पता नहीं यह कैसा टूर था मुझे तो ऐसा लगा कि जैसे वक्त बहुत जल्दी गुजर गया मैं वापस आ गई पीछे राहुल मेरे लिए बेचैन हो रहा था क्योंकि वह मुझसे बात करना चाहता था मैंने भी उसको अपना नंबर दे दिया और कहा कि हां रोज बात किया करूंगी बिल्कुल पहले की तरह और इस तरह बात करने से हमारा प्यार बहुत ज्यादा बढ़ने लगा और हम लोगों ने तय कर लिया कि बाकी की सारी जिंदगी एक दूसरे के साथ गुजारनी है

 मुझे राहुल ने यह भी कहा कि तुम्हारा पति बहुत अमीर है उसको किसी तरह इस दुनिया से भेजते हैं तो फिर सारी दौलत भी हमारी हो जाएगी और हमें कभी भी काम नहीं करना पड़ेगा मैंने भी कहा कि हां इतना तो करना ही होगा मैं बुरी इंसान नहीं थी मेरे भी कुछ सपने थे जिनको मेरे बाबू जी ने कभी पूरा नहीं होने दिया तो सोचा कि शादी के बाद अपने पति के साथ उन सपनों को पूरा कर लेंगे 

लेकिन उन्होंने मेरे लिए पति भी अपने जैसा ही तलाश किया तो यह उनकी गलती थी मेरी नहीं लेकिन मेरे बाबू जी ने मेरे साथ बुरा किया इसलिए मैं भी ऐसा ही करूंगी मुझे किसी की कोई फिक्र नहीं है मैंने अपनी मां को भी नहीं बताया कि मैंने राहुल के साथ ही प्लान बना लिया था और अपनी मां को इस प्लान से कब का निकाल दिया था क्योंकि वह कुछ नहीं कर सकती थी अगर उसके अंदर इतना दम होता तो वह यह सब कुछ होने ही नहीं देती वह मौका पड़ने पर मेरा साथ नहीं दे सकती थी 

क्योंकि वह बाबूजी से बहुत ज्यादा डरती थी मैं अपने घर में थी जब मेरे बाबूजी ने मुझे कमरे में बुलाया और कहा कि मुझे एक जरूरी बात करनी है उन्होंने कहा कि तुम आशीष के साथ ठीक व्यवहार नहीं करती हो मुझे पता चला है कि तुम घर पर नहीं बैठती हो लेकिन यहां बैठी रहती हो देखो मेरी बात गौर से सुनो तुम्हारी मां अपना घर बनाकर बैठी है और उसने सारी जिंदगी मेरी बात मानी है 

अगर अब वह खुद भी यह कहती है कि अपने पति की बात नहीं मानो तो वह तुम्हारी सबसे बड़ी दुश्मन है इसलिए उसकी बातें नहीं सुना करो वह बेवकूफ औरत है वह तुम्हारे लिए कुछ नहीं कर सकती मैंने तुम्हारी शादी एक अमीर आदमी से करवाई है और तुम्हें इस बात के के लिए मेरा धन्यवाद जरूर करना होगा पैसे से ज्यादा कुछ भी जरूरी नहीं है तुम्हें पता चलेगा कि एक वक्त आता है जब इंसान को यह बात पता चल जाती है कि पैसा ही सब कुछ है

 इसलिए जो फैसला मैंने तुम्हारे लिए किया वह बिल्कुल सही था अब तुम इस तरह की हरकत नहीं करो बाबू जी ने तो मुझे बहुत सारी बातें बता दी मैं तो उनकी एक बात सुनने से भी डरती थी मेरी शिकायत आशीष ने लगाई थी मैं आजकल अपने घर ज्यादा आती थी मैं अपने घर इसलिए आती थी क्योंकि यहां पर मैं राहुल से भी मिल सकती थी और बात भी कर सकती थी और अपने घर में मुझे डर लग रहा था जहां पर आप कोई गलत काम करते हैं तो फिर आपको इस तरह की बातों के लिए भी तैयार रहना पड़ता है

 इसलिए मैंने अपने बाबू जी की बातें चुपचाप सुन ली थी और कह दिया था कि ठीक है आपको दोबारा शिकायत का मौका नहीं दूंगी मैं घर आ गई आशीष के साथ अब मुझसे एक पल भी नहीं गुजारा जा रहा था मुझे उस पर बहुत गुस्सा आता था राहुल से कहा कि कुछ करो कोई प्लान बनाओ उसको मेरी जिंदगी से निकालो उसने कहा कि बूढ़ा आदमी है इसको कुछ भी हो जाए तो लोग यही कहेंगे कि बूढ़ा आदमी है बीमारी की वजह से इस दुनिया से चला गया होगा

 तुम फिक्र मत करो मुझे बताओ मैं तुम्हें जहर लेकर दे दूंगा तुम इसको खिला देना और यह दुनिया से चला जाएगा जहर ऐसा होगा कि किसी को पता नहीं चलेगा कि इसको जहर दिया गया है आजकल मार्केट में बड़ी-बड़ी चीजें आ गई हैं देख लेना एक पल में सब कुछ ठीक हो जाएगा मैंने कहा कि मुझे बहुत डर लगता है उसने कहा तुम्हें डरने की जरूरत नहीं है मैं तुम्हारे घर के सामने जो होटल है वहां पर कमरा ले लेता हूं 

मैं तुम्हारी मदद के लिए आ जाऊंगा हम लोगों ने मिलकर प्लान बना लिया और अपनी मां को भी इस बारे में नहीं बताया मेरी मां कहती थी कि तुम्हारा पति खुद ही एक दिन मर जाएगा और सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन अगर वह 10 साल तक नहीं मरता तो क्या मैं 10 साल तक इंतजार करती रहती 10 साल ही तो मेरी जिंदगी के खूबसूरत साल थे क्योंकि इसके बाद तो मुझे वैसे ही बूढ़ी हो जाना था

 फिर मेरे अंदर क्या रह जाता मैं यह समय राहुल के साथ गुजारना चाहती थी राहुल को बच्चों का बहुत शौक था वह जब भी बात करता बहुत आगे पहुंच जाता था कहता था हमारे दो बच्चे होंगे एक बेटा होगा एक बेटी होगी हम अपना घर बनाएंगे मुझे भी बच्चे बहुत पसंद थे और उससे बातें करके मुझे और भी ज्यादा शौक होने लगा था वैसे यह पति भी बड़े बेवकूफ होते हैं

 क्या इनके दिमाग में कभी यह बात नहीं आती कि अगर अपनी पत्नी को इतना तंग करेंगे और पत्नी उनके खाने में किसी दिन जहर मिला दे तो यह तो एक पल में ही खत्म हो जाएंगे फिर भी अपनी पत्नियों के साथ पंगा लेते हैं मेरे लिए भी यह सब करना बहुत आसान था लेकिन मैं डर रही थी राहुल ने मुझे अपनी बातों में पूरी तरह से लगा लिया था या यूं कहे कि मैं उसके लिए कुछ भी करने को तैयार थी वह जवान था

 खूबसूरत था पढ़ा लिखा था मैं उसे बहुत पहले से जानती थी जब हम लोग एक साथ कॉलेज में पढ़ते थे तो मैं हमेशा यही चाहती थी कि किसी तरह मेरी उससे दोस्ती हो जाए पर उसने कभी मुझसे खुलकर बात नहीं की एक दिन उसने कहा था कि तुम बहुत अच्छी लगती हो और मैं उसकी बात का मतलब नहीं समझी कि उसकी बात का मकसद क्या था लेकिन वह मुझे पसंद करता था और पहले अपनी पढ़ाई पूरी करके कोई अच्छी सी नौकरी करना चाहता था 

और उसके बाद मेरे घर रिश्ता भेजता लेकिन इतनी देर में मेरे दुष्ट बाबू जी ने मेरी शादी करवा दी वैसे देखा जाए तो मेरे साथ कितना बुरा हुआ था अगर मेरी शादी आशीष से नहीं होती तो आज मुझे यह सब नहीं करना पड़ता लेकिन फिर वही बात कि अब मेरे पास इतना समय नहीं था पहले ही मैंने आशीष के साथ जो समय बिताया था मैं उसके लिए भी बहुत पछता रही थी काश कि वह से मैं भी किसी तरह वापस आ जाता राहुल ने मुझे बहुत ही जहरीला जहर लाकर दे दिया और कहा कि बस यह खाने में मिला देना यह खुद ही इस दुनिया से चला जाएगा 

और बस उसके बाद तुम्हें थोड़ी सी एक्टिंग करनी होगी कि मेरा पति मर गया और फिर सब कुछ तुम्हारा हो जाएगा इस काम में थोड़ा समय लगेगा और बहुत सारी एक्टिंग करनी पड़ेगी लेकिन एक बार यह काम हो गया तो सारा प्रोसेस पूरा हो जाएगा और फिर हम अपनी मर्जी से अपनी जिंदगी को गुजार सकेंगे मैं सबके सामने आकर कह दूंगा कि मैं इस विधवा से शादी करना चाहता हूं और फिर तुम मेरी हो जाओगी उसकी बातें सुनकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा था वह जो कह रहा था

 मैं वैसे ही अपनी जिंदगी गुजारना चाहती थी लेकिन मैं बहुत डर रही थी एक हफ्ते तक वह जहर अपने पास लेकर घूमती रही और मेरी हिम्मत ही नहीं हुई राहुल रोज मुझसे पूछता कि आज मिलाया खाने में और मैं कहती थी नहीं मुझसे नहीं हो रहा मुझे डर लग रहा है ऐसा भी हो सकता था कि मैं आशीष को कहती कि वह मुझे छोड़ दे मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती पर वह मेरे बाबूजी की तरह ही आदमी था वह मुझे कभी भी अपनी मर्जी से इस रिश्ते से आजाद नहीं करता

 इसलिए शायद उसका अंजाम मेरे हाथ में लिखा था लेकिन मैं डर रही थी फिर एक दिन उसने मुझ पर बहुत जुर्म किया मुझ पर हाथ उठाया और मुझे गुस्सा आ गया और मैंने गु में उसके खाने में जहर मिला दिया सुबह तक वह इस दुनिया में नहीं था और उसकी शक्ल देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल था कि उसके साथ क्या हुआ है सही कहा था राहुल ने कि यह जहर बहुत अलग तरह का था पता ही नहीं चल रहा था कि जहर दिया गया है जल्दी-जल्दी अंतिम संस्कार कर दिया गया

 मैंने कहा कि उनकी आखिरी इच्छा थी कि मुझे ज्यादा देर तक घर में ना रखा जाए मेरे बाबूजी भी बहुत परेशान थे मैं बहुत लोगों से मिल रही थी लोग कह रहे थे कि भगवान पर भरोसा रखना सब कुछ ठीक हो जाएगा मैं और राहुल बहुत खुश थे इसी तरह हमने दो महीने गुजारे और फिर उसके बाद राहुल ने मेरे घर रिश्ता भेजा मेरे बाबू जी को तो हां कह देना चाहिए था हम यह रिश्ता वाला नाटक भी नहीं करते लेकिन बाबूजी के सामने यह सब करना था क्योंकि वह भी बातें कर रहे थे कि पता नहीं कौन लोग हैं 

कैसे लोग हैं लड़का कैसा है अब मेरी मां भी बोली और उसने कहा कि उस लड़के को छोड़ो तुम्हारी बेटी विधवा है और तुम्हें पता है ना इस समाज में विधवा के साथ क्या होता है उससे कोई भी शादी नहीं करता उसका हाथ पकड़ने के लिए कोई तैयार नहीं होता और यह लड़का तो बिल्कुल कुंवारा है इसकी तो पहले शादी भी नहीं हुई अगर फिर भी यह तुम्हारी बेटी से शादी करना चाहता है तो तुम्हें देखना सोचना ही नहीं चाहिए 

मेरे बाबू जी ने हां कह दी और हमारी शादी की तारीख पक्की हो गई अब हमसे ज्यादा खुश इस पूरी दुनिया में और कोई भी खुश नहीं था मुझे तो यकीन नहीं हो रहा था कि यह सब कुछ इतनी आसानी से हो गया मैंने अपनी किस्मत का पासा पलट दिया अगर मैं थोड़ी सी हिम्मत नहीं करती तो अब तक इन सब से निकली नहीं होती और यह सोच रही होती कि वह कब मरेगा लेकिन वह ना मरता और मेरी जिंदगी इसी तरह बर्बाद होती रहती

 और अब मेरी राहुल से शादी होने वाली थी हमें हमारा प्यार मिलने वाला था इससे बड़ी बात और क्या हो सकती थी हम लोग इतना खुश थे कि बता भी नहीं सकते थे पर नहीं पता था कि अभी तो बहुत बड़ा तूफान आने वाला था उस तूफान के बिना पर जब मेरे बाबूजी ने मुझसे पूछा कि तुम ठीक हो तो मैंने कहा कि जी ठीक हूं उन्होंने कहा कि आशीष ने तुम्हारे साथ कुछ किया तो नहीं मैं उनको क्या बताती कि क्या कुछ किया है मैंने बस इतना कह दिया कि ठीक हूं मेरे बाबूजी आशीष को बहुत अच्छी तरह जानते थे 

पता नहीं उन्होंने मुझसे यह सवाल अब क्यों पूछा जब वह मेरी दुनिया से चला गया जब वह जिंदा था तब मुझसे क्यों नहीं पूछा कि वह मेरे साथ कुछ गलत तो नहीं करता क्योंकि वह मेरे साथ बहुत बुरा करता था मेरी जगह अगर कोई कमजोर लड़की होती तो शायद आत्महत्या कर लेती लेकिन यह मैं थी और मेरे पीछे राहुल था जिसकी वजह से मैंने एक ऐसा कदम उठाया कि अब मेरी जिंदगी में खुशियां भरने वाली थी 

हमारी शादी भी सारी रीति रिवाजों के मुताबिक शुभ मुहूर निकाल कर रखी गई थी क्योंकि हम नहीं चाहते थे कि अब कोई भी ऐसी बात हो जिसकी वजह से हमारी आने वाली जिंदगी पर असर पड़े मैं बहुत ज्यादा खुश थी पर मेरी मां ने कहा था कि अपने बाबूजी के सामने ज्यादा खुश ना रहना यही कहना कि मैं शादी नहीं करना चाहती थी लेकिन फिर भी कर रही हूं मुझे तो अभी भी आशीष की याद आती है यह ना हो कि वह आखिरी वक्त में कोई काम कर दे लेकिन अब मेरे बाबू जी ऐसा कुछ नहीं करने वाले थे 

मुझे पता था कि वह भी चाहते हैं कि मेरी जिंदगी में फिर से कोई आ जाए क्योंकि उनको भी पता था कि विधवा से किसी ने भी शादी नहीं करनी थी लेकिन शादी की तैयारियों का असर था या फिर क्या बात थी मैं बहुत ज्यादा थकी थकी रहती थी मुझे ऐसा लगता था कि जैसे मेरे अंदर पहले जैसी जान नहीं है मैंने यह बात राहुल को भी बताई थी

 

उसने कहा कि एक दफा तुम मेरी जिंदगी में आ जाओ फिर सब कुछ ठीक हो जा आएगा तुम्हें कोई काम करने की जरूरत नहीं होगी हम घर में काम वाली बाई रख लेंगे और बस तुम मेरे लिए सज्जना और मेरी जिंदगी को सुंदर बनाना यही तुम्हारा काम होगा मैं उसके बारे में सुनती थी 

तो खुश हो जाती थी लेकिन मुझे ऐसा लगता था कि मेरे अंदर कुछ भी नहीं है मुझे अंदर से बहुत कमजोरी महसूस हो रही थी शादी वाला दिन आ गया तो सुबह ही मेरी तबीयत खराब थी मेरी मां ने कहा ऐसा है तो तुम कोई दर्द की गोली खा लो मैंने ऐसा ही किया लेकिन शाम तक जब मैं बिल्कुल तैयार हो गई मैं बहुत सुंदर लग रही थी तो मेरी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी मेरी मां ने मुझे कहा था कि तुम डर रही हो मैंने कहा कि मां कैसा डर मेरी कौन सी पहली शादी है जो डरूंगी लेकिन मुझे अजीब सा लग रहा है

 ऐसा लग रहा है कि मेरा दिल फट जाएगा मेरी मां ने कहा कि यह डर है और कुछ नहीं है आराम से बैठ जाओ कुछ नहीं होता लेकिन मुझे यह समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्यों डरती थोड़ी देर के बाद मेरी तबीयत ज्यादा खराब हो गई कभी कोई रिश्तेदार आकर मेरे ऊपर कोई फूल डाल जाता कभी किसी ने मुझे प्रसाद खिलाया और किसी ने कहा कि कुछ नहीं होता शायद इसको नजर लग गई है तो कान के पीछे काला टीका लगा दिया तो किसी ने मुझे कहा कि माता रानी के आगे सर टेक लो सब ठीक हो जाएगा

 मैंने सब कुछ किया लेकिन मेरी तबीयत ठीक नहीं हो रही थी यहां तक कि मेरी तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई राहुल भी कमरे में आ गया उसने भी मुझे शादी से पहले देख लिया जबकि शादी से पहले देखना बुरा शगुन होता है लेकिन हस्पताल तो मुझे राहुल ही लेकर गया था मेरी मां और राहुल हम लोग हस्पताल चले गए मेरी तबीयत इतनी खराब हो गई मुझे होश भी नहीं था कि मुझे क्या हो रहा है 

डॉक्टर ने जब मुझे चेक किया तो उसको भी समझ नहीं आ रही थी उसने दो-चार टेस्ट करवाए फिर वह थोड़ी परेशान हो गई और एक और टेस्ट करवाने लगी हमारा काफी टाइम बर्बाद हो गया मेरे होने वाले पति ने कहा कि हमारा तो शुभ मुहूर था वह तो निकल गया डॉक्टर ने कहा कि आपको शुभ मुहूर की पड़ी है अगर लड़की ठीक होगी तो शादी हो जाएगी मेहमानों से कहे थोड़ा इंतजार कर ले उसके बाद उसने मेरे और भी वहां से टेस्ट करवाए मैं बहुत थक गई थी

 मेरा मेकअप भी खराब हो रहा था आज मेरी शादी थी मुझे बहुत बुरा लग लग रहा था कि मेरे साथ क्या हो रहा था मैं तो मरीज बनकर बैठी थी जबकि अब तक हमारे फेरे भी हो जाने थे फिर सोचा कि अब तबीयत खराब है तो क्या किया जाए मैं अपने आप को पूरी तरह से संभालने की कोशिश कर रही थी लेकिन संभाल नहीं पा रही थी फिर जब डॉक्टर के हाथ में फाइनल रिपोर्ट आई तो उसने कहा कि मुझे आपसे अकेले में बात करनी है

 मेरे होने वाले पति राहुल ने मेरी मां को कमरे से बाहर निकाल दिया राहुल ने कहा कि हम भी जानना है तो डॉक्टर ने कहा कि आपको यह बात बताई जाए या नहीं इसका फैसला लड़की खुद करेगी मुझे फिलहाल सिर्फ लड़की से ही बात करनी है मैं भी डर गई कौन सी बात है कि मुझे कोई फैसला करना पड़ सकता है मेरे बाबू जी कहते थे कि यह जो डॉक्टर होते हैं यह कभी भी अच्छी खबर नहीं सुनाते इनके पास जाओ

 तो यह इसी तरह की कोई बात करते हैं मुझे भी आज लग रहा था कि मुझे कोई अच्छी खबर मिलने वाली नहीं थी डॉक्टर ने कहा देखो मेरी बात गौर से सुनो क्या तुम इससे पहले कुछ दवाई खाती रही हो कोई ऐसी दवाई जिसके बारे में तुम्हें पता ना हो पहले तो मैंने कह दिया कि नहीं फिर मुझे याद आया कि हां मेरा पुराना पति मुझे गोली खिलाया करता था उस गोली का कोई पन्ना तो मेरे पास नहीं था लेकिन जब मुझे डॉक्टर ने कहा कि बताओ गोली कैसी थी और मैंने उनको बताया तो मैंने कहा मुझे तस्वीर दिखाइए 

और उन्होंने मुझसे पूछा क्या कहीं यह गोली तो नहीं थी मैंने कहा कि हां बिल्कुल यही गोली थी तो डॉक्टर बहुत ज्यादा परेशान हो गया उसने कहा कि तुम पागल हो जो यह गोली खाती थी तुम्हें पता है यह किस चीज की गोली है मैंने कहा कि हां एक डॉक्टर ने कहा था कि यह तो पति-पत्नी के लिए अच्छी गोली है मेरे डॉक्टर ने कहा कि वह डॉक्टर कौन थी मैंने कहा मेरे पति की रिश्तेदार थी तो उसने कहा कि फिर उसने झूठ बोला था

 क्योंकि वह उस वक्त डॉक्टर बनकर नहीं तुम्हारे पति की रिश्तेदार बनके ही बात कर रही थी क्योंकि यह गोली खाने से एक औरत का सारा शरीर खराब हो जाता है और तुम अभी औरत नहीं रही हो मैंने कहा कि आप कैसी बातें कर रही हैं कि मैं औरत नहीं रही क्यों क्या हुआ है मेरे साथ तो डॉक्टर ने कहा कि तुम्हारा जो शरीर औरत का था वह बिल्कुल खत्म हो गया है अब ना तुम बच्चे पैदा कर सकती हो ना ही तुम्हारे साथ कोई पुरुष शादी कर सकता है 

और आहिस्ता आहिस्ता तुम्हारे शरीर में और भी बदलाव आएंगे और तुम्हारे चेहरे पर दाढ़ी उगने लगेगी तुम्हारी आवाज भारी होने लगेगी तुम्हारे वह सारे हिस्से जो तुम्हें औरत बनाते हैं सब खत्म हो जाएगा मैंने कहा ऐसा कैसे हो सकता है आप क्या कह रही हैं तुम्हें मर्दों के हार्मोन खिलाए गए हैं मैंने कहा कि लेकिन मेरा पति मेरे साथ ऐसा क्यों करता मैंने तो उसके साथ कभी कुछ बुरा नहीं किया था

 मैं कोई फैसला नहीं कर सकती मैं बहुत घबरा गई थी मैंने डॉक्टर से बार-बार पूछा था उसने कहा था कि यही है जो मैंने तुम्हें बताया है यही सारी बात है तुम चाहो तो किसी और डॉक्टर के पास चली जाओ लेकिन वह भी यही सारी बात तुम्हें कहेगा डॉक्टर ने मेरे होने वाले पति और मां को कह दिया कि अभी शादी नहीं हो सकती आप इसको आराम करवाएं उसकी तबीयत बहुत खराब है और मैं अपने घर चली गई राहुल मेरे पास बैठा था पर मैंने उसे कहा कि तुम भी अपने घर चले जाओ मेहमानों को संभालो 

अपनी मां को संभालो अभी मुझसे बात नहीं करो वह भी बड़ा परेशान हो गया लेकिन मैं उसे कुछ बताना नहीं चाहती थी मेरी मां जब मेरे पास बैठी तो मैंने उनको सब कुछ बता दिया वह भी हैरान रह गई और आज उन्होंने सीधा जाकर यह बात मेरे बाबू जी को भी बता दी मेरे बाबू जी ने कहा कि मुझे पहले इस बात का शक था कि वह ऐसी बातें क्यों करता है आखिर वह ऐसी बातें क्यों करता था

 वह कहता था कि जो चीज मेरी होती है मैं उसे अपने साथ रखता हूं और जब मेरा दिल भर जाता है तो मैं उस चीज को किसी और के काबिल नहीं छोड़ता मुझे नहीं लगा था कि वह तुम्हारे बारे में भी इस तरह सोचता होगा लेकिन उसकी बहुत पुरानी आदत मुझे पसंद होती थी वह इस्तेमाल के बाद उसको खत्म कर देता था चाहे वह कोई फोन हो चाहे कोई बड़ा सूट हो या कोई बड़ी गाड़ी हो जबकि वह चीज बिल्कुल ठीक होती थी 

मुझ मुझे लग रहा था कि उसने तुम्हारे साथ भी कुछ ऐसा किया होगा तुमने कहा था कि ऐसी कोई बात नहीं है मैंने कहा कि मुझे क्या पता था कि वह मेरे साथ ऐसा कर चुका है अब मेरा क्या होगा मेरी मां ने कहा कि राहुल को यह सब नहीं बताओ और उससे शादी कर लो लेकिन मैंने बता दिया वह कहता है कि इलाज करवाएंगे पर अभी तक कोई इलाज नहीं हुआ है अब उसका मेरे लिए प्यार खत्म हो रहा है मैं बहुत बीमार कहती हूं मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लगता मेरी आवाज भी बदल गई है मेरा शरीर खराब हो गया है

 मुझे ऐसा लगता है कि राहुल बस अपनी बात को पूरा करने की कोशिश कर रहा है वह मुझसे शादी कभी नहीं करेगा अब तो वह शादी की बात भी नहीं करता शायद यह सब मेरी करनी का फल था जो मैंने अपने बूढ़े पति के साथ किया था शायद मुझे उसको इस दुनिया से भेजने की सजा मिली लेकिन उस वक्त तो मैं उसके साथ ठीक थी फिर भी वह मेरे साथ यह सब कुछ करता रहा कि मुझे अपनी जिंदगी में भी रखा और मेरी जिंदगी को बर्बाद भी करता रहा 

अब मैं पता नहीं कब मर जाऊंगी मेरी जिंदगी का कोई भरोसा नहीं उसने भरी जवानी में ही मेरे साथ यह सब कुछ कर दिया आप लोग ही बताएं क्या किसी औरत के साथ इस तरह करना चाहिए जो मैंने किया वह गलत था लेकिन वह तो पहले से ही मुझसे दुश्मनी निकाल रहा था मुझे तो नहीं पता कि मैं उसके लिए बुरी थी फिर भी उसने मेरे साथ यह सब कुछ किया कि मुझे अपनी जिंदगी में भी रखा और मेरी जिंदगी को बर्बाद भी किया अब मुझे पता नहीं कब मर जाऊंगी तो इस कहानी के बारे में आपकी क्या राय है कमेंट करके जरूर बताइएगा 

 

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